Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2022 · 1 min read

*राम ने रावण मारा (कुंडलिया)*

राम ने रावण मारा (कुंडलिया)
__________________________
मारा लंकापति गया, वैभव का भंडार
गलत राह पर जो चला, उसका बंटाधार
उसका बंटाधार, बुद्धि उल्टी हो जाती
किसकी सही सलाह, समझ उसके फिर आती
कहते रवि कविराय, चुराकर सीता हारा
बोलो जय हनुमान, राम ने रावण मारा
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

290 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
आया उत्सव तीज का,मस्ती है चहुँ ओर
Dr Archana Gupta
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
Neeraj Naveed
अंहकार
अंहकार
Neeraj Kumar Agarwal
"रफ़्तार पकड़ती ज़िंदगी"
ओसमणी साहू 'ओश'
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
Rj Anand Prajapati
डेढ़ दीन्हा प्यार
डेढ़ दीन्हा प्यार
जय लगन कुमार हैप्पी
अब लिखने के लिए बचा ही क्या है?
अब लिखने के लिए बचा ही क्या है?
Phoolchandra Rajak
..
..
*प्रणय प्रभात*
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
हम अपने जीवन के लिए स्वयं जिम्मेदार है , हमारा व्यवहार परिस्
हम अपने जीवन के लिए स्वयं जिम्मेदार है , हमारा व्यवहार परिस्
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
धरती मां का हम पर कितना कर्ज है।
धरती मां का हम पर कितना कर्ज है।
श्रीकृष्ण शुक्ल
कवि और कविता
कवि और कविता
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
मेरे घर के सामने एक घर है छोटा सा
मेरे घर के सामने एक घर है छोटा सा
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
~हृदय पर दोहे ~
~हृदय पर दोहे ~
Vijay kumar Pandey
- हौसलो की उड़ान -
- हौसलो की उड़ान -
bharat gehlot
बस यूंही
बस यूंही
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
2949.*पूर्णिका*
2949.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आधुनिकता का दंश
आधुनिकता का दंश
Sudhir srivastava
"कोड़ेनार का थाना क्षेत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
खूब ठहाके लगा के बन्दे
खूब ठहाके लगा के बन्दे
Akash Yadav
*घूम रहे जो रिश्वत लेकर, अपना काम कराने को (हिंदी गजल)*
*घूम रहे जो रिश्वत लेकर, अपना काम कराने को (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
लावणी छंद
लावणी छंद
Mahesh Jain 'Jyoti'
परम् गति दियऽ माँ जगदम्बा
परम् गति दियऽ माँ जगदम्बा
उमा झा
सुहाना बचपन
सुहाना बचपन
krupa Kadam
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जिंदगी में आज भी मोहब्बत का भरम बाकी था ।
जिंदगी में आज भी मोहब्बत का भरम बाकी था ।
Phool gufran
उठाये जो तूने जख्म पहले उन्हें अब मात देना चाहता हूं,
उठाये जो तूने जख्म पहले उन्हें अब मात देना चाहता हूं,
Aman Thapliyal
धड़कन हिन्दुस्तान की.........
धड़कन हिन्दुस्तान की.........
sushil sarna
*The malafide prejudiced mind*
*The malafide prejudiced mind*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...