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3 Dec 2018 · 1 min read

करुणा-तांका

करुणा
विधा-तांका
1.
घायल तन
भयभीत कपोत
कातर आँख
फड़फड़ाता पाँख
हा करुण विलाप।
2.
आतुर मन
अपलक निगाहें
ताकती राहें
चाहत मिलन की
विरह करुण-सी।
-©नवल किशोर सिंह

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