शीर्षक – आपरेशन सिन्दूर ।

पाक मिट्टी में मिला दिया,
जो था तुझको गुरूर।
सिन्दूर ने ले लिया बदला,
चला कर आपरेशन सिन्दूर।।
सिन्दूर की ताकत को,
पाक अब तो तू जान गया ।
भारत की नारी की ताकत,
पाक अब तू पहचान गया ।।
निकली है भारतीय नारी
मिटाने पाक तेरा वजूद।
तेरे सारे मनसूबों को,
कर देगी निस्तो-नाबूत।।
पाक तेरी खातिर तो हमारे,
भारत की नारी ही काफ़ी है।
तूने जो ये कृत्य किया है,
तेरे लिए नाकाबिले माफी है।।
कोई जब पूछेगा तुझसे,
किसने मचाई तबाही थी।
सबसे खुलकर कह देना,
इस बार औरतें आई थी।।