Posts Language: Hindi 1.2L posts List Grid Previous Page 2 Next Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read उसका दुःख मेरी प्रतिक्रिया पाकर उसे भारी दुःख पहुँचा था इस बार वह मेरी प्रतिक्रियाओं में सुख को पाने पालने का अभ्यासी था पेड़ से गिर बिना खजूर पर अटके धरती को... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 11 Share Shriyansh Gupta 24 Apr 2024 · 1 min read वैसा न रहा जैसा था जो, अब वैसा न रहा हर बात का अब एक अर्थ न रहा। हर बात का मतलब अलग हर किसी के लिए, रिश्तों के भी मायने अलग हर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 2 19 Share Deepesh Dwivedi 24 Apr 2024 · 1 min read कही-अनकही वे शब्द जो मैंने कहे नहीं, वे गीत जो तुमने सुने नहीं तुम मन अधरों से छू देना सारे मुखरित हो जाएंगे कल को यह देह रही न रही पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 1 9 Share Sandeep Barmaiya 24 Apr 2024 · 1 min read यही है वो संवेदना है ये धूप छांव कायाम नही संवेदनाये कोई आम नही जीवन का हर एक पहलू है उम्मीद किरण की आग है वो दिल करता है वो ही सही दिल भरता है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry · कविता 3 21 Share Surinder blackpen 24 Apr 2024 · 1 min read इस तरह छोड़कर भला कैसे जाओगे। इस तरह छोड़कर भला कैसे जाओगे। मेरा भी है वादा ,भूल तुम नहीं पाओगे। हर कसम ,हर याद पांव से लिपट जायेगी इनसे तुम पीछा , आखिर कैसे छुडायोगे। मुश्किल... Hindi · कविता 8 Share भरत कुमार सोलंकी 24 Apr 2024 · 1 min read आहट बता गयी विसय आहट बता गयी विधा. मुक्तक दिनांक ८:४;२०२४ चली चलन से चाल मेरी चाहत कर चार धाम माल मेरा चकोर रख चांद चांदनी पर चश्मा चढा आज मोरनी पर चढी... Hindi · कविता 9 Share Kanchan Alok Malu 24 Apr 2024 · 1 min read एक गरीब माँ की आँखों में तपती भूख, एक गरीब माँ की आँखों में तपती भूख, दिन-रात का लड़ाई, जीवन की अनबुझ छूट। सोने के सपने जगाए, जब भूख सताए रात, खाली पेट भरी आँखों से उम्मीद की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 2 15 Share Shankar N aanjna 24 Apr 2024 · 1 min read सवेंदना सवेंदना, विश्वास की खोज, जीवन का अद्वितीय खिलवाड़, विचारों की उड़ान, भावनाओं का संगीत, सवेंदना है, नये सपनों की चाह। आँखों में छुपी बातें, दिल की कहानी, जज़्बातों का सवारा,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 17 Share Dr Meenu Poonia 24 Apr 2024 · 2 min read " एक थी बुआ भतेरी " " एक थी बुआ भतेरी " सारे जन ध्यान से मीनू की बात सुनना पहले एक बुआ भतेरी हुआ करती थी, शर्म लिहाज नहीं करती बिल्कुल भी वो पूनिया को... Hindi · कविता 1 11 Share Shankar N aanjna 24 Apr 2024 · 1 min read काला पानी आज़ादी का धान करूँ तो, केवल दिखती एक कहानी ! केवल सम्मुख शोणित की, वर्षा केवल दिखता काला पानी !! केवल वीरों की हुकार, केवल भारत की पुकार ! केवल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 9 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 24 Apr 2024 · 1 min read बहे संवेदन रुप बयार🙏 बहे संवेदन रुप बयार🙏 ☘️❤️☘️🙏🍀❤️☘️ बहे बयार देखा है सबने आकार प्रकार बिकराल हिलते डुलते टूटते देखा रंग सलोना देखा किसने स्पर्श स्पंदनअनुभव ज्ञान गंघ सुगंध स्पर्श पहचान तमस तपी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 17 Share Kanchan Alok Malu 24 Apr 2024 · 1 min read विचारों का संगम, भावनाओं की धारा, विचारों का संगम, भावनाओं की धारा, संवेदना की कविता, रचना करूं बार-बार। दिल की गहराइयों से उतरी धड़कनों की आवाज़, संवेदना का सागर, जो ना हो कभी थमता राज। खुशियों... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 11 Share नवीन जोशी 'नवल' 24 Apr 2024 · 1 min read संवेदना (वृद्धावस्था) शीर्ष थे परिवार में, ज्यों व्योम के तुम प्रथम तारे ओ विपिन के वट-विटप, अब शून्य में किसको निहारे ! जोड़कर तृण-तृण तुम्हीं ने, दिवस ना कुछ रात देखा, पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 1 45 Share Dr. Kishan tandon kranti 24 Apr 2024 · 2 min read डिप्रेशन का माप पचास साल की उम्र होते ही शिवदयाल डिप्रेशनग्रस्त हो गए। उनकी पत्नी उमा उन्हें काउंसलर के पास ले गई। काउंसलर ने सारी बातें सुनने के बाद कहा कि शिवदयाल जी,... Hindi · लघु कथा 1 2 14 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 24 Apr 2024 · 1 min read दिल से निकले हाय मरती जब संवेदना, दिल से निकले हाय। सितम आखरी ही सही, नोच-नोच कर खाय।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 47 Share Ranjeet kumar patre 24 Apr 2024 · 1 min read गर्मी 7/04/24 की खड़ी दोपहर के बीच में घर से बाहर निकला और तो देखा तेज धुप के साथ साथ गर्म हवाएं चल रही थी कुत्ता प्यास के मारे इधर से... Hindi · Khud Ki Kahani · बाल कविता 1 8 Share Sanjay ' शून्य' 24 Apr 2024 · 1 min read चुनाव 2024.... उम्मीदों पर खरे रहे हो, अभी कहां तुम पीछे हो। हर गहराई मात खा गई, तुम जो इतने नीचे हो।। था प्रयास की आ जाओगे, मानवीय पहुंच के पास कहीं।... Hindi 13 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Apr 2024 · 1 min read दिल को तेरी ज़िंदगी से नहीं कोई शिकवा, दिल को तेरी कमी खटकती है । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 9 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Apr 2024 · 1 min read डोर रिश्तों की डोर रिश्तों की टूट जाती है । ख़त्म गुंजाइशे जब होती है ।। -डॉ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 1 10 Share SHAMA PARVEEN 23 Apr 2024 · 2 min read राजू और माँ *राजू और माँ* -------------------------- एक दिन की बात है। राजू अपने दोस्तों के साथ रविवार की शाम मेला देखने पास के गाँव ये कह कर माँ से गया कि-, "माँ!... Hindi · बाल कहानी 9 Share gurudeenverma198 23 Apr 2024 · 1 min read मजबूरियां थी कुछ हमारी ल मजबूरियां थी कुछ हमारी। कि ऐसा हमने किया नहीं।। लौट गए वापस हम घर। और वजह इसकी कोई नहीं।। मजबूरियां थी-----------------।। तू ही नहीं, एक जरूरत हमारी। और भी... Hindi 28 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली छिपा दोस्त से कह न सब, ख़ुद से तब इंसाफ़। दोस्त सदा ही दोस्त हो, समझ विचार ख़िलाफ़।।//1 मेरे हिस्से दिन हुआ, तेरे हिस्से रात। दोनों पूरक सत्य ये, नहीं... Hindi 1 10 Share guru saxena 23 Apr 2024 · 1 min read कवि और केंकड़ा ( घनाक्षरी छंद) कवि और केंकड़ा अनुकरण घनाक्षरी छंद ************** कोई बाग पनपे तो,पनपे कहां से गुरू , जब कोई फूलों में जहर लाके सींचता। एक की प्रगति देख दूसरा जलन करे, दिन... Hindi 8 Share ललकार भारद्वाज 23 Apr 2024 · 1 min read जन्मोत्सव अंजनि के लाल का राम दास और राम दुलारे। राम को अपने हृदय धारे।। राम भजन जो गाते हरदम। राम बिना ना स्वास को धारे।। राम हैं जिनमे राम के जो हैं। राम पे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 13 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 23 Apr 2024 · 1 min read मूक संवेदना🙏 मूक संवेदना रूह की वाणी🙏 ☘️🍀🍀🌹🌹🍀☘️ क्षिति जल पावक गगनसमीरा पंचतत्व रचि अधम शरीरा इंद्रिय मानसिक जागरूकता अनुभूति महसूस भाव गणिता भावना वेदना अनुभव प्रकृता स्पर्श स्वाद गंध श्रवण दृश्यता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 18 Share guru saxena 23 Apr 2024 · 1 min read हनुमान वंदना त्रिभंगी छंद हनुमान जयंती के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। ******************** हनुमान वंदना त्रिभंगी छंद 10/8/8/6 जय जय कपिराई,करहु सहाई, कलिमल हरदम वार करें। बहके मन चंचल, थकित बुद्धि बल, अनजाने पथ... Hindi 7 Share Indu Singh 23 Apr 2024 · 1 min read दर्दों का कारवां (कविता) दर्दों का करवां साथ चलता ही रहा आंखें नम हुई दिल थम सा गया अब इतना भी दर्द न दे ऐ ज़िन्दगी कि हिसाब भी इसका कर न सकूं कुछ... Hindi · कविता 2 1 10 Share Dr MusafiR BaithA 23 Apr 2024 · 2 min read बचपन की बारिश बचपन की बारिश में यादों का दखल अब भी जीवन में बचा बसा है इतना कि भींग जाता है जब तब उसकी गुदगुदी से सारा तनमन मेरे समय के नंग... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 Share Ravi Prakash 23 Apr 2024 · 3 min read स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे' की समीक्षा एवं पाठ *टैगोर काव्य गोष्ठी* में 'सुरसरि गंगे' का पाठ 18 जनवरी 2023 बुधवार #लक्ष्मी_नारायण_पांडेय_निर्झर #निर्झर_पांडेय ---------------------------------------- साप्ताहिक "टैगोर... Hindi · पुस्तक समीक्षा · रामपुर के रत्न भाग 2 8 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदनायें संवेदना किसी भी वेदना का कारण होती हैं ये संवेदनाएं ही हैं जो निवारण भी करती हैं संवेदनाओं की अपनी होती एक निजी भाषा बिना शब्दों के आँखों में परिभाषा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 11 72 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 23 Apr 2024 · 1 min read उॅंगली मेरी ओर उठी उँगली मेरी ओर उठी मैं मौन हुआ जाता हूँ मानव नहीं मिल रहा ढूँढ़े किसको गुरू बनाऊँ किससे कुछ सीखूँ मैं किसके सम्मुख शीश झुकाऊँ बरस रहे हैं व्यंग्य चतुर्दिक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 10 Share surenderpal vaidya 23 Apr 2024 · 1 min read * सामने बात आकर * ** गीतिका ** ~~ करो तुम कभी सामने बात आकर। रखो अब नहीं कुछ कहीं भी छुपाकर। न अच्छे लगे आज ये फासले जब। शपथ लो रखेंगे सभी को हटाकर।... Hindi · गीतिका · भुजंगप्रयात छंद 1 1 12 Share Subhash Singhai 23 Apr 2024 · 1 min read हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका) हरिगीतिका छंद ( श्रीगातिका) विशेषता- (इसको वर्णानुसार (ह रि गी ति का )चार बार 16 - 12 में लिख दिया जाए , तब हरिगीतिका छंद बन जाता है व यदि... Hindi 11 Share Karuna Bhalla 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदना स्नेह संवाद संवेदना की बात चली तो लगा संवेदना के गलियारों में स्नेह के साथ अथाह प्रेम है साथ ही भीगे आँसुओं का गहरा समन्दर है आहों की कविता दर्द... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 17 Share Buddha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read एक छाया एकदम से याद आया, वो तो थी एक छाया, सिहर उठी मेरी काया, धीरे–धीरे भय था आया। गुमनाम-सा एक मेहमान-सा, बिच राह मे खड़ा था पाया, अँधेरे मे देख ना... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 2 15 Share bhandari lokesh 23 Apr 2024 · 1 min read नर्स और अध्यापक दो जिस्म नहीं, एक चाहत थे वो इक दूजे की आदत थे ना लैला मजनू, हीर रांझा वो नर्स और अध्यापक थे एक कलम से लिखता नाम उसी का एक... Hindi · कविता 10 Share Vijay Nagar 23 Apr 2024 · 2 min read विक्रमादित्य के बत्तीस गुण *सिंहासन बत्तीसी प्राप्ति की कथा* *भाग–2* राजा भोज के महल में न्याय की घंटी बजती है राजा भोज तुरंत दरबार में पहुचते है। तभी गांव का सरपंच उन्हें कहता है... Hindi · Article · जीवनी 14 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 23 Apr 2024 · 1 min read लेकर सांस उधार मरी हुई संवेदना, साधे शर उर पार। भाव बेचारे सिसकें, लेकर सांस उधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 57 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read अस्तित्व पत्थर पर गिरते ही शीशा चूर-चूर होता है ! और शीशे पर पत्थर पड़ते ही , शीशा चूर-चूर बिखरता है ! हर बार शीशे को तोड़कर पत्थर अपनी ह़स्ती जताता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 16 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read पत्थर की अभिलाषा राह पर पड़े पत्थर ने सोचा इक दिन यह भी क्या जीवन है ? नित प्रतिदिन ठोकरें खाता फिरता हूं ! दिशाहीन मैं इधर-उधर लुढ़कता टूटता बिखरता रहता हूं !... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 17 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read संदेश अंतर्मन तिमिर नष्ट हो , जागृत हो आशा किरण , स्पंदित हो सद्भाव , नष्ट हो व्याप्त घृणा विकिरण , प्रेम मुदित मनस बने , संचरित हो सद् विचार ,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 11 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read काव्य भावना किसलय की मुस्कान बनी , मृगनयनी का श्रृंगार बनी , चंद्र किरण चंचल किरणों का वर्णन बनी, नभ आच्छादित नक्षत्र मंडल सौंदर्य भान बनी , रवि आगम प्रकाश पुंजों का... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 9 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read प्रतिशोध क्रोध , वैमनस्य, प्रतिस्पर्धा की उत्पत्ति , विवेक भंजन नकारात्मक संहारक शक्ति , अंतस अनल उत्सर्जित दहन भावना , घृणा प्रेरित विनाशक प्रतिकार कामना , ह्रदय कंटक बनी कष्ट कारक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 11 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम एक लगन है , इसमें रहते प्रेमी मगन हैं , यह हृदय से हृदय का स्पंदन है , यह बुझाए ना बुझे वह अगन है , यह एक सतत... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 10 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read सत्याधार का अवसान सत्य क्यों इतना प्रतीत निष्ठुर है ? असत्य क्यों इतना प्रतीत मधुर है ? क्यों सत्य सबसे अलग इतना एकाकी पड़ गया है ? क्यों असत्य का साथ देने वालों... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 12 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read जीवन संगीत समय के आगार पर मानव क्षण भर का मेहमान है , सांसों के तार पर रचित जीवन संगीत के धुनों की पहचान है , कभी मिलन ,कभी विरह , कभी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 14 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read संघर्ष संघर्ष जीवन में निरंतर विद्यमान रहता है , जो विभिन्न रूपों में प्रभावित करता रहता है , कभी खुद अपने शरीर एवं मनस से , कभी अपने दृष्टिकोण एवं मान्यताओं... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 9 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read मुस्कान शिशु की स्मित मुस्कान करती हृदय प्रफुल्लित , पलभर में दुःखों को भूलकर मन होता आनंदित , निर्विकार परमेश्वर की वह साकार अबोध कृति , उसमें स्फुरित अपरिमित विकीर्ण वह... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 10 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read जीवन एक मृगतृष्णा जीवन एक मृगतृष्णा है , जिसमें आसक्ति अपनी ओर आकर्षित करती है , आत्मीय संबंधों की विभक्ति अंतर्वेदना निर्मित करती है , स्वप्निल आशाओं ,आकांक्षाओं , अभिलाषाओं के मनस पटल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 9 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2024 · 1 min read जीवनमंथन मैं कौन हूं ? कहां से आया था? कहां जाना है? इन सबसे अनिभिज्ञ कुछ पाकर खुश होता, कुछ खोकर दुःखी होता, अपने अहं में डूबा हुआ भ्रम टूटने पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 8 Share Previous Page 2 Next