Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read झूठ परोसा गया तुम्हारे *फ़साने *तराने बन गये, झूठ परोसा *जो सब *सद् गये, *भूखे रुखे *सूखे खाके सो गये, बेचैन *धर्म के नाम पे *जो उठे, *गुनगुना रहे थे, वे जो *फ़साने,... Poetry Writing Challenge 236 Share Anil chobisa 15 Jun 2023 · 1 min read कुछ भी होगा ये प्यार नहीं है कुछ भी होगा ये प्यार नहीं है साथ मिलना मिलाना हो, समझना समझाना होगा। हमेशा आस-पास रहना हो, हरदम ख्याल रखना हो। परवा करना या करवाना, एक दूसरे पर अधिकार... Poetry Writing Challenge · कविता 214 Share Ranjana Mathur 15 Jun 2023 · 1 min read 🌹विजात छंद 🌹 °°°°°°°°°°°°°°°°° विनायक सिद्धि दाता हो तुम बुद्धि के प्रदाता हो जगत जयकार है गाता हर काम सफल हो जाता तात शिव पार्वती माता गणपति से सबका नाता आप प्रभु देव हो... Poetry Writing Challenge 136 Share Ranjana Mathur 15 Jun 2023 · 1 min read मत्तगयंद सवैया छंद मत्तगयंद सवैया छंद ईश कृपा करना इतनी हर ओर रहे सुख का उजियारा। प्रेम रखें सब आपस में यह जीवन का अब लक्ष्य हमारा।। क्लेश कटे हर द्वेष मिटे अरु... Poetry Writing Challenge 206 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read कैसे कह दूँ ? लोगों में खटपट संसद में जमघट दुतरफी बातें सुबकती रातें लुटती लाज मौन समाज तरसता बचपन उलझता जीवन ! तरक्की के धागे अभी बेहद कच्चे हैं मैं कैसे कह दूँ... Poetry Writing Challenge 284 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read शाम सूरज के घोड़े सोने चले नारंगी छटा में नहाया गगन शाखों ने ओढ़ी काली चुनरिया सरोवर के तट पर मचलती पवन झिलमिल सितारों की अविरल लड़ी चंदा की किरणें जो... Poetry Writing Challenge 134 Share Ranjana Mathur 15 Jun 2023 · 1 min read "भुजंगप्रयात छंद" न कोई पराया सभी हो करीबी सभी ही सुखी हों मिटाएं गरीबी। सभी को सहारा यही लक्ष्य सारा निखारें सजाएं बढ़े देश प्यारा। हमें हारना है नहीं दुश्मनों से सदा... Poetry Writing Challenge 296 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read व्यंग्य धार्मिक शैली पर आदमी खाना छोड़ देते हैं नाम व्रत उपवास लेते है, कोई हठ करके छोड़ देता है, कौन परवाह करें, आशा करता है, कोई आगे आये, एक गिलास नारियल पानी, उसके... Poetry Writing Challenge 162 Share Ranjana Mathur 15 Jun 2023 · 1 min read निश्छल छंद आई पहने धूप ओढ़नी, ऋतु बैसाख! सूर्य कोप छाया वन कानन, बनते राख!! बिना कार्य बाहर मत निकलो, लो विश्राम ! पानी कैरी खूब पना लो, खाओ आम!! ऋतु बैसाख... Poetry Writing Challenge 164 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read अतीत के झरोखे अतीत के झरोखे हैं, कुछ है, कुछ मिटा दिये गये कुछ सहायक, राह में रोड़े अधिक, फैला दिये गये मील के पत्थर, सहायक, मार्ग सही है, आगे बढें , हर... Poetry Writing Challenge 1 274 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read दो छोर प्रेम और प्रेम संवाद रुकना नहीं चाहिए, संविदा इसकी नींव, बहस सदन की संकल्पना, सुख पावे है जीव. . कला कला से धराकला काहे की मरोड़. मत देखो सिर्फ़ राम कला, टूट जायेंगे... Poetry Writing Challenge 273 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read सोनेवानी के घनघोर जंगल सोनेवानी के घनघोर और कठिन जंगल विभिन्न वनस्पतियों से आच्छादित जंगल टेढ़े मेढ़े पहाड़ी रास्तों से भरे अटपटे जंगल हरी-भरी घनी झाड़ियों पेड़ों से पटे जंगल न वाहनों का शोर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 190 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read कभी-कभी *कभी कभी* कभी कभी खुद से भी हस्ती!सवालात कर लिया करो वजुद में हम कहाँ बैठे हैं हुजुर जरा!पुछ लिया करो हर आखं का इशारा अपना नहीं!ये भी जान लिया... Poetry Writing Challenge · कविता · खुद के सवाल · विश्वास की डोर · विश्वासघात · साहित्यपीडिया 5 2 171 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति है बेटी बेटी बचाओ बेटी पढाओ फूल पड़े हो, गर, थरा पर, कोई हाथ नहीं लगाता, बेटी को भी ऐसा ही,समझ लिया, फूल है बेटी, पर धरा पर, पड़ा हुआ, फूल नहीं,... Poetry Writing Challenge 113 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Jun 2023 · 1 min read धानी चूनर श्याम मेघ छाए उनसे धुंधला गया गगन झमाझम बरसे बदरा पवन चले सन सन धरणी के सब जीवों के तृप्त हुए तन मन धानी चूनर ओढ़ धरती धारी हरित वसन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 259 Share Rajeev kumar 15 Jun 2023 · 1 min read धीरज न खोना मन का धीरज सबसे कीमती खोने न देना इतनी है विनती । सफलता तक बचा लो उसके बाद भी सम्भालो धीरज है बड़ी चीज छोड़ना न इसे हरगीज । धीरज... Poetry Writing Challenge 99 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read संवाद आत्म-अवलोकन पूछे अपने अपने मन से, क्या है प्रकृति, क्या है प्रवृति, उलझन देता है, सुलह भी, फिर कहाँ है विकृति, कोई इंद्र जीता नहीं, ये मन में भ्रम रहता है,... Poetry Writing Challenge 195 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read भौतिकता ये कैसी विडंबना इस भौतिक युग की देन हुई भला, सब साधन मौजूद, . बढ़ने चाहिए सुख शांति अमन चैन भला सब उलट-पुलट हो चला, कलियुग का दोष दशो जरा,... Poetry Writing Challenge 315 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read प्ररेक दृष्टिकोण आओ मिलकर करें, जरा विचार, मिलजुलकर बदल दें, भारत वा दुनिया में,सपनों का संसार. धर्म धरातल हमें बाँट सके ना, शिक्षित होकर,स्वावलंबन का धरे आधार, बन जायें आत्मनिर्भर,स्वच्छंदता का हो... Poetry Writing Challenge 261 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *बदलना और मिटना* *बदलना और मिटना* दो शब्द! एक मै और मै, वो बदलना चाहिए निकले जो भाव अनर्थ के वो सार मिटना चाहिए एक सूरत वक्त की वो करवट बदलना चाहिए जो... Poetry Writing Challenge · कविता · बदलता इंसान · बदलना और मिटना · भेदभाव · साहित्यपीडिया 4 2 507 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read रास्ते पर घर घर हो जिनका, सड़क रास्ते पर, हो जाती है चांदी, कोई पड़ोसी नहीं सामने उनके, छोड़ सकेंगे, पानी सड़क पर, खड़ी होगी, मोटर कार, रेहडी सजेगी, साथ में, क्योंकि प्रशासन... Poetry Writing Challenge 172 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read सफलता का श्रेय सफलता का श्रेय किसी एक *खुश *नसीब को मिलता है, असफलता में हर बदनसीब जिम्मेदार. सफलता में कौन आधार, कूटनीति मसालेदार, वरन् लोकतंत्र की हार, संविधान में हर जन-मानुष की... Poetry Writing Challenge 245 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read हास्य व्यंग्य एक रात रास्ते से गुजरते हुए मुश्किल में जान पड़ गई, मुहल्ले वालो के लिए मैं भी अनजान था, गुजरते तो सभी हैं, पर मेरा, पैर फिसल गया, स्लोप से... Poetry Writing Challenge 180 Share Ghanshyam Poddar 15 Jun 2023 · 1 min read मन का वृन्दावन प्रतिष्ठित हो - मीरा के श्याम की तरह मेरे मन के वृन्दावन में l तुम्हारे आगमन की पदचाप मोहित कर लेती है मन - प्राणों को मंदिर की घंटियों की... Poetry Writing Challenge · कविता 104 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read गुस्सा *गुस्सा* हां देखो! मैने अभी अभी गुस्से को यूं आते देखा है "नाक "पे ज़रा अपनी "नाक" को यूं चढ़ाते देखा है है जो तैश में ताव, वो उबाल यहां... Poetry Writing Challenge · कविता · गुस्सा · गुस्सा एक शारीरिक हानि · गुस्से का गुब्बारा · साहित्यपीडिया 4 2 258 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read पाखंड को विराम पाखंड को विराम, निसर्ग को सलाम, त्यागी अब्दुल कलाम, लगे पाखंड को विराम, शरीर को मिले विश्राम, बातें भगवत दर्शन की, विज्ञापन कामुक होते है, भोजन शुद्ध शाकाहारी, भेंट चढ़े... Poetry Writing Challenge 174 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read मैं कह न सका मैं कह न सका झिझक मेरे मन में थी, वह कह न सकी, लोक लाज के डर से, डरपोक कह आगे बढी, मन उसको भी था, शर्म सोलह श्रृंगार का... Poetry Writing Challenge 274 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read कोई सूरज-सा है... जिंदगी की भागदौड़ - हताशा - और अस्तित्व को निगलती बेचैनी ; यूँँ तो बहुत हैं जीवन में , अपने-पराये गुफ्तगूं में जिनसे - दिन पर दिन , माह पर... Poetry Writing Challenge 167 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read आईना *आईना* कभी कभी खुद से भी बात कर लिया करो आइने में रहकर खुद आइनें से बात कर लिया करों है कहाँ शक्ल!वो शक्ल कहाँ खो गयी जरा देखा करों... Poetry Writing Challenge · आईना · आईना एक सच · कविता · खुद की पहचान · साहित्यपीडिया 3 1 498 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 15 Jun 2023 · 2 min read टूटते उम्मीदों कि उम्मीद टुटते उम्मीदों में उम्मीद की काव्य कथा सुनाता हूँ पुत्र शोक प्रतिज्ञा जयद्रथ पिता पुत्र का नियत मोक्ष सुनाता हूँ।। अभिमन्यू युवा पुत्र के कुरुक्षेत्र के कपट क्रूर काल से... Poetry Writing Challenge · कविता 251 Share Rajeev kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मन मेऱे हार न मान मन मेऱे हार न मान न मिली मंज़ील तो क्या खुद को गुनहगार न मान । सब कुछ भूल जा , सबक याद रख दिल में कसक को आबाद रख... Poetry Writing Challenge 96 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read कोई अपना... मेरा भी कोई अपना था , जीवन में सुंदर सपना था । वह मुझको बेहद प्यारा था , उस पर मैंने सब हारा था । वह प्रेमपूर्ण मेरा संबल ,... Poetry Writing Challenge 95 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 15 Jun 2023 · 2 min read भारत कि गौरव गरिमा गान लिखूंगा आजादी का अमृत महोत्सव---- आज़ादी अमृत महोत्सव भारत की आज़ादी का इतिहास लिखुंगा।। जन गण मन वंदे मातरम गान लिखूंगा।। मर्यादा का राम, कृष्णा का गीता ज्ञान, कुरुक्षेत्र संग्राम लिखुंगा।।... Poetry Writing Challenge · कविता 187 Share Priya princess panwar 15 Jun 2023 · 1 min read इंसान और शैतानी इंसान! जिस दिल में हो प्यार होती ख़ुदा की उसमें बहार । होता खुदा का दिल उसका खुदा से रिश्ते होते हैं होता है एक इंसान वो और उसके फ़रिश्ते होते... Poetry Writing Challenge 2 68 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read महाझूठ के आधार वाला सच एक ऐसा सच, जिसका आधार ही महाझूठ, कब हुआ फैसला,,दो लड़ने वालों में, बदल बदल कर जीत जाते है, बोल कर एकदम सफेद झूठ, कुचले गये, निर्दोष बेचारे, हर कोई,,अशोक... Poetry Writing Challenge 102 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 15 Jun 2023 · 1 min read हंसी मुस्कान खामोश मौसम में हंसी मुस्कान आया है । फ़िज़ाओं की खुशबू का खास अंदाज आया हैं।। बहारें भी है खुश क़िस्मत लम्हो की ख्वाहिश में बहारो की किस्मत का कोई... Poetry Writing Challenge · कविता 157 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read संवाद असत्य का सत्य पर, हार का जीत पर, बुराई के अच्छाई पर, सबल का निर्बल पर, धनी का निर्धन पर, हमेशा से , यही संवाद है तुम कुछ नहीं,,हम ही... Poetry Writing Challenge 101 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति *प्रकृति* जिसका हमनें पतन किया आज वो कल से हमारे सजृन दाता रहे हैं जिन्हें हम अपने स्वार्थ के लिए काटते रहे कल वो ही हमारे आज फिर से प्राणदाता... Poetry Writing Challenge · कविता · पर्यावरण संरक्षण · प्रकृति · साहित्यपीडिया · हमारी प्रकृति हमारा जीवन 3 1 144 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read भूखे की बेबसी हर बार भूखे ही कुचले जाते हैं, बने हुए है, समाज में फर्श (जमीं) सबको असुविधा से बचाते हैं, फिर भी हर बार, भूखे ही कुचले जाते हैं, . खुद... Poetry Writing Challenge 204 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read गृहस्थ आश्रम शांति की चाहत में, गया पहुंच जंगल में, मंगल की आश में, गये पहुंच दंगल में, मार्ग दर्शक थे जो बचपन के, वीणा कस, वाणी उनकी, सुनाते थे, परम पूज्य... Poetry Writing Challenge 186 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 15 Jun 2023 · 3 min read दशावतार [6/15, 7:00 AM] N L M Tripathi: महापलय में मत्स्य रूप मनु मानव नारी सतरूपा सृष्टि का निर्माण ,कान्हा आजा तुझको पुकारे संसार।। मंदराचल धारण के कच्छप सागर मंथन के... Poetry Writing Challenge · कविता 290 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read लकीर के फकीर लकीर के फकीर कब तस्वीर बना पाते है, जो बैठे है भाग्य के भरोसे, कब तकदीर अपनी लिख पाते है उठ कर सुबह, हस्त-रेखाओं के दर्शन कर कर्म करने वाले,... Poetry Writing Challenge 137 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read तकलीफ और शिकायतें तकलीफ किसे बस शिकायतें हैं, जमाना गुजर गया तारीफ सुने हुए, होती गर तकलीफ, जरूर मिट गई होती, बस शिकायतों का चिट्ठा है, पढ कर प्रशासन में उच्च पद पाना... Poetry Writing Challenge 239 Share Mahender Singh 15 Jun 2023 · 1 min read मजदूर की पीड़ा दो वक्त की रोटी को जिंदगी छोटी पड़ जाती है, सुबह का निवाला खाकर, जब धूप निकल आती है, संध्या होने तक कष्ट सहा भरपूर, कष्ट और भी गहरा जाता... Poetry Writing Challenge 77 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read दीप की आस माना कि मैं सूरज नहीं , पर दिया तो हूँँ... अपनी लौ की लगन में मस्त जिया तो हूँँ है मालूम मुझे कि अँँधियारा सारे जहाँँ का , मैं हर... Poetry Writing Challenge 156 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read *शब्द* *शब्द* कभी कभी शब्दों से भी मार पड़ जाती है कभी कभी शब्दों से भी राड बढ़ जाती है कभी कभी शब्दों से भी बाढ़ बन जाती है कभी कभी... Poetry Writing Challenge · कविता · शब्द · शब्दचित्र · शब्दांजलि · शब्दों का जीवन में जाल 3 1 233 Share Mohini Tiwari 15 Jun 2023 · 1 min read माँ मुझे पाने की उसने रब से की थी दुआ उसकी हर ख्वाहिश , हर मन्नत में मैं ही था । वो बनकर वसुंधरा मुझे संसार में लाई उसके आँँचल की... Poetry Writing Challenge 193 Share Sûrëkhâ 15 Jun 2023 · 1 min read कैसी लगी है होड़ *कैसी लगी है होड़* खुद को बेहतर साबित करने की कैसी लगी ये होड़। आंखें सुंदर सबकी है फिर क्यों अंधों सी दौड़ खुद को बेहतर साबित करने की कैसी... Poetry Writing Challenge · आज के जीवन की भागदौड़ · आपसी होड़ · कविता · भविष्य बनाने की दौड़ · साहित्यपीडिया 3 1 142 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read दुखी आंखें कितनी असहाय होती हैं दुखी आंखें, भीड़ में सन्नाटे सी होती हैं दुखी आंखें, शोर लिए खामोश होती हैं दुखी आंखें सागर जितना दुखी होती हैं दुखी आंखें अकेले में... Poetry Writing Challenge · कविता 123 Share Priya princess panwar 15 Jun 2023 · 1 min read घुमती जिंदगी! हर समय जुझती जिंदगी ख़ुशी के लिए हुकती जिंदगी भागती-दौड़ती जिंदगी है कभी इधर तो कभी उधर घूमती जिंदगी। हर पल अपने में डुबोती जिंदगी फिर भी रहती प्यासी जिंदगी... Poetry Writing Challenge 4 451 Share Previous Page 5 Next