Ahtesham Ahmad Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 25. इश्किया फ़रवरी देखो! झूठे इश्क़ की फ़रवरी आ गयी। पैसों से निभाने ये रिश्तेदारी आ गयी।। मुहब्बत में तो लग गया अब चार चाँद। आशिक़ों की ज़ुबाँ पर शायरी आ गयी।। मुहब्बत... Poetry Writing Challenge 128 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 24. ऐ हमसफ़र ! माँगा ख़ुदा से तुझे हर दिन, हर पहर है। तभी तो हुआ मेरी दुआओं का इतना असर है।। तारों ने भी किया साज़िशें हमें मिलाने का। फिर पाया तेरे जैसा... Poetry Writing Challenge 176 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 23 पहला नशा ! मेरे दिल को बेक़ाबू तेरी एक झलक ने किया। नज़रें जब मिलीं, सजदा तेरी पलक ने किया।। फ़िज़ाओं में भी ख़ूब मुश्क की घटा थी छायी। मेरी मदहोशी को बेचैन... Poetry Writing Challenge 344 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 22. शरीक-ए-हयात जीने के लिए कुछ ख़्वाहिशात रहने दे। धड़कने के लिए कुछ जज़्बात रहने दे।। मेरी ज़िंदगी का हर पल हो तुम्हारे नाम। इस वास्ते मुझ में तेरे ख़यालात रहने दे।।... Poetry Writing Challenge 577 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 21. एक मलाल अदा तेरी कमाल है। सादगी की मिसाल है। आँखें तेरी मुझ से। पूछती कई सवाल है।। मेरी बे-ख़याली में भी। फ़क़त तेरा ख़्याल है।। तेरी यादों की याद में। हुआ... Poetry Writing Challenge 134 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 20. मुर्दा इश्क़ - एक आज़ाद ग़ज़ल इश्क़ मेरा बेकार हो गया। यादों में गिरफ़्तार हो गया।। सोचा था रंग लायेगा इक दिन। पर बेरंग ये कई बार हो गया।। पोशीदा रखा था मैं ने इसे। पर... Poetry Writing Challenge 189 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 19. ख़फ़ा ग़ुलाब जाने क्यूँ ग़ुलाब काँटों से ख़फ़ा हो गया। पास रहना मानो अब तो जफ़ा हो गया।। काँटो ने की बहुत पहरेदारी गुलाब की। फिर भी ग़ुलाब जाने क्यूँ बेवफ़ा हो... Poetry Writing Challenge 189 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 18. एक मरहम जब दर्द का सितम होता है। तो क़लम का साथ होता है।। तन्हाई जब भी डसती है मुझे। लफ़्ज़ों का तब जन्म होता है।। जब कोई सुनता नहीं है मुझे।... Poetry Writing Challenge 72 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 17. मुहब्वत की नसीहत जाने कौन सी घड़ी ये मुसीबत आयी है। फिर गले लगने आज मुहब्बत आयी है।। जो बहुत दूर चले गये थे इन आफतों से। फिर सितम ढाने को फ़ज़ीहत आयी... Poetry Writing Challenge 123 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 16. . वो हमदर्दी ! कोई अब हमदर्दी जताता नहीं। दिल से दिल अब मिलाता नहीं।। सारे अपने हो गये अब पराये से। प्यार से भी अब कोई रुलाता नहीं।। कल जो हाथ बढ़ते थे... Poetry Writing Challenge 64 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 15. मुहब्बत का वहम ज़िन्दगी ने हर मोड़ पे बस ज़ख़्म दिये। ज़ख्म दिये भी तो नहीं कुछ कम दिये।। ऐ ज़िन्दगी! जब भी तुझे लगाया गले से। बदले में तू ने हमेशा मुझे... Poetry Writing Challenge 73 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 14. ऐ हमनशीं ! दो नसीबों ने प्यार से मुस्कुराया। दो दिलों को है दिल से मिलाया।। काँटों ने जब रोका कभी रस्ता भी। फूलों ने तभी कालीन है बिछाया।। रश्क़ हुआ चाँद को... Poetry Writing Challenge 97 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 13. आज़ाद ग़ज़ल दिल से दिल को गले लग जाना ही था। दूर जा कर भी पास चले आना ही था।। कसमें खा कर भी इश्क़ जो मुकर गया। लाख मुकरा पर इश्क़... Poetry Writing Challenge 75 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 12. साँसों का पहरा दर दर चोट तुझ से जो मैं खाया हूँ। दर्द-ए-दिल को अक्सर छिपाया हूँ।। तेरे इश्क़ के खंज़र ने दिये जो ज़ख्म। उस ज़ख्म को तहे दिल से अपनाया हूँ।।... Poetry Writing Challenge 141 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 11. फ़ना हो गया होता। ख़बर मेरे दिल की गर तू ने कभी लिया होता। इस दिल को धड़कने की वजह मिल गया होता।। राहे मुहब्बत में अकेला जो निकल पड़ा था मैं। तेरा साथ... Poetry Writing Challenge 75 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 10. अच्छी लगती है। दिल से दिल की लगी अच्छी लगती है। कुछ बातें तो अनकही अच्छी लगती है।। सर के साथ जो जाये दिल भी सजदे में। ख़ुदा की तो ऐसी बंदगी अच्छी... Poetry Writing Challenge 88 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 9. क्यूँ है ? ये मेरी आँखों में मुसलसल बरसात क्यूँ हैं। ये मेरे धड़कते दिल में इतने जज़्बात क्यूँ हैं।। छोड़ ज़िन्दगी में न जाने कितनी दूर चले गए। मेरे साथ तू नहीं... Poetry Writing Challenge 127 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 8. तेरा बेजान शहर ! अब तेरा शहर क्यों इतना वीरान पड़ा है। इस मुसाफिर से क्यों भला अंजान पड़ा है।। ये राहें, ये गलियां क्या सच में भूल गयी मुझे। जिस में हमारा सदियों... Poetry Writing Challenge 58 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 7. क्या कर दूँ ? जी करता है सारे ग़मों को तेरे दिल से बेघर कर दूँ। फिर तेरे खाली दिल में अपना एक प्यारा घर कर दूँ।। अरमान कई पाल रखे हैं हम ने... Poetry Writing Challenge 114 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 6. ग़ज़ल तुझे नाम दूँ ! बता मुहब्बत की कौन सी वो हसीं तुझे शाम दूँ। इक़बाल की नज़्म या मीर की ग़ज़ल तुझे नाम दूँ।। मेरे हाल-ए-दिल से है जो इस तरह बेख़बर तू। अब... Poetry Writing Challenge 247 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 5. न करो ! दर्द को दर्द से यारों बटवारा न करो। ऐसी गुस्ताखी फिर दुबारा न करो।। ज़िन्दगी तो फिसलती रेत है दोस्तों। फ़िज़ूल में हर बात का पिटारा न करो।। ख़ुदा ने... Poetry Writing Challenge 223 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 4. ग़ज़ल तू ने अगर मुझे दिल से दिया आवाज़ है। तो हम ने भी दिल से छेड़ दिया साज़ है।। जूनून-ए-ईश्क़ में क्या ख़ुमार है छाया। तेरे नाम फ़क़त ग़ज़ल कर... Poetry Writing Challenge 193 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 3. आपकी यादें तसव्वुर में मेरे चली आयेंगी आपकी यादें। ज़ेहन को बहुत गुदगुदायेंगी आपकी यादें।। ज़िंदगी आज मुस्कुराई है संग आप के। सोच ये कल मुस्कुरायेंगी आपकी यादें।। फूल आज खिले हैं... Poetry Writing Challenge 156 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 2. किश्तों में.... दूर जाना ही सही पर किश्तों में । आजमाना ही सही पर किश्तों में ।। ग़म पाल रखे हैं मैं ने कई हसीन । दिल दुखाना ही सही पर किश्तों... Poetry Writing Challenge 153 Share Ahtesham Ahmad 19 May 2023 · 1 min read 1. मैं कैसे भुला दूँ ! गुज़रे दिनों का वो ज़माना मैं कैसे भुला दूँ । ज़िन्दगी का अहम् फ़साना मैं कैसे भुला दूँ ।। तेरा वो चहकना, फूलों सा हरपल महकना । यूँ मेरे दिल... Poetry Writing Challenge 145 Share