Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

2. किश्तों में….

दूर जाना ही सही पर किश्तों में ।
आजमाना ही सही पर किश्तों में ।।

ग़म पाल रखे हैं मैं ने कई हसीन ।
दिल दुखाना ही सही पर किश्तों में ।।

ज़ुल्म किये हैं लोगों ने हम पे हज़ार ।
मुझे सताना ही सही पर किश्तों में ।।

हर दर्द का मैं खरीदार तो हूँ लेकिन ।
ज़ख्म देना ही सही पर किश्तों में ।।

चोटें तो अपनी किस्मत बन गयी है।
ठोकर देना ही सही पर किश्तों में।।

तुझ से इश्क़ करने का जुर्म किया हूँ।
दिल जलाना ही सही पर किश्तों में।।

नहीं कहता मैं लौटाओ बदले में वफ़ा।
नफरत दिखाना ही सही पर किश्तों में।।

गर तू फ़क़त मारना चाहे भी कभी मुझे।
तो ज़हर पिलाना ही सही पर किश्तों में।।

आखिरी साँसें भी थोड़ी महुलत दे मुझे।
तुझे देख पाने का ही सही पर किश्तों में।।

मो• एहतेशाम अहमद,
अण्डाल, पश्चिम बंगाल, इंडिया

Language: Hindi
152 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ahtesham Ahmad
View all
You may also like:
दोस्ती
दोस्ती
Rajni kapoor
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
Kshma Urmila
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
उदास रात सितारों ने मुझसे पूछ लिया,
उदास रात सितारों ने मुझसे पूछ लिया,
Neelofar Khan
मतदान
मतदान
Aruna Dogra Sharma
अन्याय के आगे मत झुकना
अन्याय के आगे मत झुकना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
*सहायता प्राप्त विद्यालय : हानि और लाभ*
Ravi Prakash
समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप
समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप
शेखर सिंह
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
Dr. Man Mohan Krishna
अहोभाग्य
अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
इल्ज़ाम ना दे रहे हैं।
Taj Mohammad
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मातृस्वरूपा प्रकृति
मातृस्वरूपा प्रकृति
ऋचा पाठक पंत
So, blessed by you , mom
So, blessed by you , mom
Rajan Sharma
■ उदाहरण देने की ज़रूरत नहीं। सब आपके आसपास हैं। तमाम सुर्खिय
■ उदाहरण देने की ज़रूरत नहीं। सब आपके आसपास हैं। तमाम सुर्खिय
*प्रणय प्रभात*
दोहा पंचक. . . .
दोहा पंचक. . . .
sushil sarna
संवेदनायें
संवेदनायें
Dr.Pratibha Prakash
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिन  तो  कभी  एक  से  नहीं  होते
दिन तो कभी एक से नहीं होते
shabina. Naaz
बेटियां अमृत की बूंद..........
बेटियां अमृत की बूंद..........
SATPAL CHAUHAN
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
आंखों से अश्क बह चले
आंखों से अश्क बह चले
Shivkumar Bilagrami
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म
Radhakishan R. Mundhra
हम संभलते है, भटकते नहीं
हम संभलते है, भटकते नहीं
Ruchi Dubey
मित्रता
मित्रता
Mahendra singh kiroula
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
दरवाज़ों पे खाली तख्तियां अच्छी नहीं लगती,
पूर्वार्थ
यादें
यादें
Versha Varshney
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Loading...