Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

*बीमारी न छुपाओ*

रोग हो या बीमारी इसको ना छुपाओ।
छोटे से बड़ा हो जाता बाद में पछताओ।
बाद में पछताओ तुम जीवन को रोकर।
जीवन हमको जीना है अति खुश होकर।
बन जाता है नासूर एक छोटा सा घाव।
फिर लगाते फिरते हैं हम नए नए दांव।
लगाते नए-नए दांव पर कुछ हो न पाता।
करते हो तुम याद डॉक्टर पिता माता।
जाते डॉक्टर के पास डॉक्टर मांगे पैसे।
पैसे कहां से लाए जब हमारी हालत ऐसे।
मांगते हो उधार पर कोई दे नहीं पाता।
अब कहां हैं रिश्तेदार बहन व भ्राता।
आते हैं जब घर तब कुछ हो नहीं पाता।
तोड़ देते हैं उस समय अपने भी नाता।
करता है पिछले जीवन को याद अब।
हो गया इस जीवन में बर्बाद जब।
करें भी तो क्या करें? अब पड़ा है खाट।
गिन रहा है जीवन की अब अंतिम वाट।
छोड़ चला हमेशा के लिए कुछ हो नहीं पाया।
बीमारी छुपाने के कारण कर गया किनारा।
सावधान रहो बीमारी कभी ना छुपाओ।
खुद मानो दूसरों को भी यह बतलाओ।
खुद बचो दूसरों को भी तुम बचाओ।
दुष्यंत कुमार के सार को तुम अपनाओ।।

Language: Hindi
5 Likes · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dushyant Kumar
View all
You may also like:
आँखें और मोबाइल (कुंडलिया)*
आँखें और मोबाइल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अकेला गया था मैं
अकेला गया था मैं
Surinder blackpen
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
दुष्यन्त 'बाबा'
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
Soniya Goswami
SHELTER OF LIFE
SHELTER OF LIFE
Awadhesh Kumar Singh
घर के आंगन में
घर के आंगन में
Shivkumar Bilagrami
सवालिया जिंदगी
सवालिया जिंदगी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Your heart is a Queen who runs by gesture of your mindset !
Your heart is a Queen who runs by gesture of your mindset !
Nupur Pathak
वफा माँगी थी
वफा माँगी थी
Swami Ganganiya
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
Maroof aalam
माँ
माँ
shambhavi Mishra
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
धड़कनो की रफ़्तार यूँ तेज न होती, अगर तेरी आँखों में इतनी दी
Vivek Pandey
हिंदुस्तान जिंदाबाद
हिंदुस्तान जिंदाबाद
Mahmood Alam
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
औरतें
औरतें
Kanchan Khanna
आदरणीय क्या आप ?
आदरणीय क्या आप ?
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
"प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमे भी इश्क हुआ
हमे भी इश्क हुआ
The_dk_poetry
नव वर्ष
नव वर्ष
RAKESH RAKESH
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विजय कुमार अग्रवाल
■ नया शब्द ■
■ नया शब्द ■
*Author प्रणय प्रभात*
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
वक़्त वो सबसे ही जुदा होगा
वक़्त वो सबसे ही जुदा होगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
६४बां बसंत
६४बां बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...