Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2023 · 1 min read

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
लोग आपका सम्मान केवल 5 मुख्य कारणों से कर सकते हैं। एक आपके पास पैसा है दो आपका व्यवहार सुंदर है, तीन – आपके पास उच्च पद है , चार – आपके अव्वल दर्जे के बदमाश हो , ताकत हो , मारधाड़ करने वाले हों – और पाँच आपके हाँथ में कुर्सी हो , लेकिन इनमें से सभी चंद दिनों के होते हैं बस नंबर दो को छोड़ जो जीवन भर का है ।

178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
मां
मां
Irshad Aatif
सिंधु  (कुंडलिया)
सिंधु (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
* अपना निलय मयखाना हुआ *
* अपना निलय मयखाना हुआ *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कहते हैं संसार में ,
कहते हैं संसार में ,
sushil sarna
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
श्रेष्ठों को ना
श्रेष्ठों को ना
DrLakshman Jha Parimal
संगीत का महत्व
संगीत का महत्व
Neeraj Agarwal
नहीं लगता..
नहीं लगता..
Rekha Drolia
यदि सफलता चाहते हो तो सफल लोगों के दिखाए और बताए रास्ते पर च
यदि सफलता चाहते हो तो सफल लोगों के दिखाए और बताए रास्ते पर च
dks.lhp
मुक्त्तक
मुक्त्तक
Rajesh vyas
जमाना गुजर गया उनसे दूर होकर,
जमाना गुजर गया उनसे दूर होकर,
संजय कुमार संजू
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं  मैं।
काली घनी अंधेरी रात में, चित्र ढूंढता हूं मैं।
Sanjay ' शून्य'
प्रेम पर्व आया सखी
प्रेम पर्व आया सखी
लक्ष्मी सिंह
3294.*पूर्णिका*
3294.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज
बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
बुद्ध पुर्णिमा
बुद्ध पुर्णिमा
Satish Srijan
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
चाय पार्टी
चाय पार्टी
Sidhartha Mishra
14) “जीवन में योग”
14) “जीवन में योग”
Sapna Arora
■ धिक्कार...
■ धिक्कार...
*Author प्रणय प्रभात*
समय की धारा रोके ना रुकती,
समय की धारा रोके ना रुकती,
Neerja Sharma
कवियों का अपना गम...
कवियों का अपना गम...
goutam shaw
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
हुस्न वालों से ना पूछो गुरूर कितना है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"पनाहों में"
Dr. Kishan tandon kranti
कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने
कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने
Johnny Ahmed 'क़ैस'
🌷🙏जय श्री राधे कृष्णा🙏🌷
🌷🙏जय श्री राधे कृष्णा🙏🌷
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...