बदल रहा है देश मेरा
बदल रहा है देश मेरा,
मिल रहा विदेशों से सम्मान।
भारतीय होने पर मुझको
हो रहा है बड़ा अभिमान।
अब हमारे देश को किसी की
पहचान की जरूरत नहीं है।
अब विदेशो में भी हो रहा
हमारे देश का बड़ा नाम है।
सुख समृद्धि से भर रहा ,
हो रहा देश का विकास है।
अब विकासशील देशों में
हमारा सबसे ऊँचा नाम है ।
अब तिरंगे को देखकर ,
सब अदब से सर झुका लेते है।
विदेशो में भी बढ़ रहा अब,
हमारे तिरंगे की शान है।
अब हमारा देश अपना
आत्म निर्भर हो रहा है।
इस बात पर हमें आज
अत्यधिक गर्व हो रहा है।
अब हमारा देश अपना
परिचय का मोहताज नहीं है
अब हम खेल कूद मै भी ,
किसी से पीछे रह नही गये है।
अब हमने विज्ञान के क्षेत्र में भी ,
अपना नाम बना लिया।
धरती से आसमान को,
हमने भी तो भेद दिया है।
अब हमने भी आसमान में ,
अपने देश का नाम लिख दिया है।
और धरती पर भी तो हमने,
अपने विज्ञान का विस्तार किया है।
अब ज्ञान शक्ति से भी हमें
मिल रहा बहुत सम्मान है।
हमने ज्ञान के क्षेत्र में भी
सबको टक्कर दे दिया है।
अब हम ज्ञान के पथ पर
आगे ही आगे बढते जा रहे है।
अब हम ज्ञान ले रहे,
और ज्ञान बाट रहे है।
अब कहाँ हम किसी से
पीछे रह गये है।
अब हम भी सब के मदद के लिए
अपना हाथ बढा रहे है।
विदेशी के जगह स्वदेशी
समान बनाकर देश की
हाथ बँटा रहे।
देश को ऊपर ले जाने के लिए
जन-जन अपना योगदान दे रहै है ।
सैन्य शक्ति मैं भी हमने
अपना वर्चस्व बनाया है।
जल थल नभ में हमने भी
अपना परचम लहराया है।
अब हमने अपने देश में भी
कई तरह स्वेदेशी हथियार बनाने लगे ।
अब हर एक क्षेत्र हमारा
मजबूत हो रहा है।
अब स्वच्छ सुन्दर भारत
का निर्माण हो रहा है,
स्वच्छता मे एक- एक जन का ,
अब योगदान हो रहा है।
बदल रही है सड़कें अब
बदल रहा है गाँव ।
आ रही खुशियाली अब
हर शहर- शहर, हर गाँव।
~अनामिका