Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2020 · 1 min read

दुनिया में कोई बुरा नहीं

दुनिया में कोई बुरा नहीं, पहचान है अपनी अपनी
जैंसा देखो जैंसा समझो, दृष्टि है अपनी अपनी
रब की सब कठपुतलियां हैं,सब अपना रोल निभाते हैं
अपना अपना रोल निभा, बापिस घर को जाते हैं
चार दिनों की मेहमानी है, जो भी धरती पर आए हैं
सब तो हैं उस रब के वंदे,रोल निभाने आए हैं

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
10 Likes · 11 Comments · 269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
"प्यासा" "के गजल"
Vijay kumar Pandey
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह "reading between the lines" लिखा है
SHAILESH MOHAN
वो वक्त कब आएगा
वो वक्त कब आएगा
Harminder Kaur
पेट भरता नहीं
पेट भरता नहीं
Dr fauzia Naseem shad
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
जीवन का लक्ष्य महान
जीवन का लक्ष्य महान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
सुख दुःख मनुष्य का मानस पुत्र।
लक्ष्मी सिंह
मेरी मोहब्बत का चाँद
मेरी मोहब्बत का चाँद
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
रक्षा बन्धन पर्व ये,
रक्षा बन्धन पर्व ये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
डॉक्टर्स
डॉक्टर्स
Neeraj Agarwal
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
Shinde Poonam
तुम्हारी हँसी......!
तुम्हारी हँसी......!
Awadhesh Kumar Singh
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
Sonu sugandh
हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
Shweta Soni
The Saga Of That Unforgettable Pain
The Saga Of That Unforgettable Pain
Manisha Manjari
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है…
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है…
Anand Kumar
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
कृष्णकांत गुर्जर
■ विडम्बना
■ विडम्बना
*Author प्रणय प्रभात*
"किसी दिन"
Dr. Kishan tandon kranti
Parents-just an alarm
Parents-just an alarm
Sukoon
शिष्टाचार एक जीवन का दर्पण । लेखक राठौड़ श्रावण सोनापुर उटनुर आदिलाबाद
शिष्टाचार एक जीवन का दर्पण । लेखक राठौड़ श्रावण सोनापुर उटनुर आदिलाबाद
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मतदान करो और देश गढ़ों!
मतदान करो और देश गढ़ों!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...