नशे में फिजा इस कदर हो गई।
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
चाय पीने से पिलाने से नहीं होता है
माँ के बिना घर आंगन अच्छा नही लगता
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
मेरा एक छोटा सा सपना है ।
घाट किनारे है गीत पुकारे, आजा रे ऐ मीत हमारे…
बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन।
!!! भिंड भ्रमण की झलकियां !!!
*सबको बुढापा आ रहा, सबकी जवानी ढल रही (हिंदी गजल)*
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-311💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।