Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2018 · 1 min read

आसरा

कौन रोक सका है ?
या रोक सकता है
तूफ़ान या भूचाल को!
ये तो सदियों से आये
आते रहेंगे मनुजों ….
ऐसे में — जो कमज़ोर हैं
उनका उखड़ जाना
स्वाभाविक है

किन्तु / फिर भी / कम से कम —
अपनी जगह स्थिर रहने का
प्रयास हमें अवश्य करना है!

अन्यथा—
किसी टूटे हुई दर्पण की भांति
हो जायेंगे हम खण्ड-खण्ड
अवशेष भी न बचेंगे हमारे
इतिहास बन जायेंगे—
यूनान, मिश्र, रोम की तरह …

बहरहाल — इन बुरे दिनों में भी
अनेक स्वार्थों के बीच
यदि हम ज़िन्दा हैं

तो तेरी ही
परम्पराओं का
आस्थाओं का
सहारा है
ओ भारत माँ …

जिनसे हम
पीढ़ी-दर-पीढ़ी
जुड़े हैं गहरे बहुत गहरे !!

Language: Hindi
1 Like · 185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
चंद्रयान विश्व कीर्तिमान
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
कौन जात हो भाई / BACHCHA LAL ’UNMESH’
कौन जात हो भाई / BACHCHA LAL ’UNMESH’
Dr MusafiR BaithA
एक प्यार ऐसा भी
एक प्यार ऐसा भी
श्याम सिंह बिष्ट
चले न कोई साथ जब,
चले न कोई साथ जब,
sushil sarna
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
Harminder Kaur
बाढ़ का आतंक
बाढ़ का आतंक
surenderpal vaidya
"रोटी और कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
हरदा अग्नि कांड
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
ज़रूरी तो नहीं
ज़रूरी तो नहीं
Surinder blackpen
बाल कविता: चिड़िया आयी
बाल कविता: चिड़िया आयी
Rajesh Kumar Arjun
तुम जो आसमान से
तुम जो आसमान से
SHAMA PARVEEN
सपनों का राजकुमार
सपनों का राजकुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ तो समझ लेना-
■ तो समझ लेना-
*Author प्रणय प्रभात*
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुझे स्पर्श न कर पाई
तुझे स्पर्श न कर पाई
Dr fauzia Naseem shad
आंधी है नए गांधी
आंधी है नए गांधी
Sanjay ' शून्य'
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
कहां से कहां आ गए हम..!
कहां से कहां आ गए हम..!
Srishty Bansal
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
ऊपर से मुस्कान है,अंदर जख्म हजार।
लक्ष्मी सिंह
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
नारी
नारी
Dr Parveen Thakur
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन्।
Anand Kumar
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
आर.एस. 'प्रीतम'
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
****** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
says wrong to wrong
says wrong to wrong
Satish Srijan
2901.*पूर्णिका*
2901.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तकते थे हम चांद सितारे
तकते थे हम चांद सितारे
Suryakant Dwivedi
Loading...