Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

सपनों का राजकुमार

सपनों का राजकुमार

“मेरी प्यारी-सी परी बिटिया, अच्छे-से दूध-रोटी खाएगी, तो जल्दी ही बड़ी हो जाएगी। फिर एक दिन उसके सपनों का राजकुमार आएगा और उसे अपने साथ ले जाएगा। फिर हमारी परी बिटिया उसके महल में महारानी की तरह राज करेगी।” अपनी नौ वर्षीया बेटी को प्यार से खाना खिलाती हुई उसकी माँ बोली।
“ना बहु ना। तुम भी जानती हो और मैं भी जानती हूँ कि ऐसा कोई भी राजकुमार न कभी आया है, न कभी आएगा। हमारी परी बिटिया अच्छे-से दूध-रोटी खाएगी, खूब पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनेगी। फिर तो इसके सामने राजकुमारों की लाइन लग जाएगी। इसलिए फर्स्ट प्रायोरिटी हेल्थ और कैरियर।” परी की दादी माँ बोली।
-डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

60 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लिख दूं
लिख दूं
Vivek saswat Shukla
दो शब्द ढूँढ रहा था शायरी के लिए,
दो शब्द ढूँढ रहा था शायरी के लिए,
Shashi Dhar Kumar
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
एक गजल
एक गजल
umesh mehra
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
■ समझो रे छुटमैयों...!!
■ समझो रे छुटमैयों...!!
*Author प्रणय प्रभात*
वक्त से पहले..
वक्त से पहले..
Harminder Kaur
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
महाशिव रात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ
अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'
गाँव सहर मे कोन तीत कोन मीठ! / MUSAFIR BAITHA
गाँव सहर मे कोन तीत कोन मीठ! / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
💐अज्ञात के प्रति-140💐
💐अज्ञात के प्रति-140💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आप अपना
आप अपना
Dr fauzia Naseem shad
अपनी हीं क़ैद में हूँ
अपनी हीं क़ैद में हूँ
Shweta Soni
जीवन जीते रहने के लिए है,
जीवन जीते रहने के लिए है,
Prof Neelam Sangwan
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*फाग का रंग : बारह दोहे*
*फाग का रंग : बारह दोहे*
Ravi Prakash
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
बुद्ध सा करुणामयी कोई नहीं है।
Buddha Prakash
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
Udaya Narayan Singh
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
shabina. Naaz
3199.*पूर्णिका*
3199.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
फिसल गए खिलौने
फिसल गए खिलौने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
Rashmi Ranjan
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
Khahisho ke samandar me , gote lagati meri hasti.
Khahisho ke samandar me , gote lagati meri hasti.
Sakshi Tripathi
मनुष्यता कोमा में
मनुष्यता कोमा में
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
अलग अलग से बोल
अलग अलग से बोल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*अनमोल हीरा*
*अनमोल हीरा*
Sonia Yadav
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...