Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2023 · 1 min read

तुझे स्पर्श न कर पाई

जीवन में महत्व रखती
मेरे मन की स्थिरता
तुझे स्पर्श न कर पाई
मेरे शब्दों की व्याकुलता
हर श्वास पर भारी है
मेरे मन की विवशता
तुझसे और तुझी तक है
मेरे जीवन की सम्पूर्णता।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
11 Likes · 498 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
#चाकलेटडे
#चाकलेटडे
सत्य कुमार प्रेमी
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
gurudeenverma198
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम पढ़ो नहीं मेरी रचना  मैं गीत कोई लिख जाऊंगा !
तुम पढ़ो नहीं मेरी रचना मैं गीत कोई लिख जाऊंगा !
DrLakshman Jha Parimal
अधूरी हसरत
अधूरी हसरत
umesh mehra
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
अनिल कुमार निश्छल
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
Buddha Prakash
!! हे लोकतंत्र !!
!! हे लोकतंत्र !!
Akash Yadav
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
बाल कविता :गर्दभ जी
बाल कविता :गर्दभ जी
Ravi Prakash
प्रकृति एवं मानव
प्रकृति एवं मानव
नन्दलाल सुथार "राही"
रहो कृष्ण की ओट
रहो कृष्ण की ओट
Satish Srijan
💐Prodigy Love-18💐
💐Prodigy Love-18💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
दो अक्टूबर
दो अक्टूबर
नूरफातिमा खातून नूरी
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गिला,रंजिशे नाराजगी, होश मैं सब रखते है ,
गुप्तरत्न
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप
Ravi Yadav
जीवनसंगिनी सी साथी ( शीर्षक)
जीवनसंगिनी सी साथी ( शीर्षक)
AMRESH KUMAR VERMA
दो शब्द सही
दो शब्द सही
Dr fauzia Naseem shad
2888.*पूर्णिका*
2888.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
!!दर्पण!!
!!दर्पण!!
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
Anil Mishra Prahari
#देख_लिया
#देख_लिया
*Author प्रणय प्रभात*
हम फर्श पर गुमान करते,
हम फर्श पर गुमान करते,
Neeraj Agarwal
चाँद
चाँद
लक्ष्मी सिंह
जिंदगी क्या है?
जिंदगी क्या है?
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
चलो
चलो
हिमांशु Kulshrestha
कॉफ़ी की महक
कॉफ़ी की महक
shabina. Naaz
Loading...