ज़रूरी तो नहीं
महकते खतों में पैगामे उल्फत हो
ज़रूरी तो नही।
खूबसूरत हाथों में किस्मत भी हो
ज़रूरी तो नही।
हर प्यार भरी नज़र मोहब्बत की हो
ज़रूरी तो नही।
अच्छे लोगों से अच्छी सोहब्बत भी हो
ज़रूरी तो नही।
साथ रहने से,सदा कुरबत भी हो ये
ज़रूरी तो नही।
पैसा न होने से ,गुरबत भी हो ये
ज़रूरी तो नही।
बात न करना ,,नफरत ही हो
ज़रूरी तो नही।
तुम्हे मुझ से फिर मोहब्बत हो
ज़रूरी तो नही।
Surinder kau