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7 Feb 2024 · 1 min read

हरदा अग्नि कांड

भ्रष्टाचार और गैर जिम्मेदारी का उठ गया पर्दा
आज अचानक भीषण अग्नि से दहल गया मेरा हरदा ।

पेट की आग शांत करने निकले मजूरो को क्या मालूम
फैक्ट्री की भयानक आग उनसे जीत जाएगी ।

रोज की तरह आवागमन करने वाले पथिको को
क्या पता था कि आज यहां से गुजरने पर
अग्नि परीक्षा देते हुए सदगति को प्राप्त होना है ।

शब्द ही नही है बयां करने को वो दारुण मंजर
कुछ पल पहले बड़ा कारखाना था वो
अब तब्दील हो गया जैसे भयावह खंडहर ।

ताउम्र गुजर जाती है एक आशियाना बनाने में,
तुम्हे जरा भी दया नही आई उसे जलाने में ।

एक बड़े से धुंए के गुबार ने अपने आगोश में
छुपा लिया था मेरे ह्रदय नगरी के
एक बड़े से हिस्से को ।
आज विराट अग्नि से दहल गया मेरा ह्रदय नगरी हरदा ।।

Language: Hindi
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