Posts Tag: Poem 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Poonam Matia 18 May 2024 · 1 min read *Maturation* Life isn't a station. It's not destination. From birth to death It's just maturation. From failures to success, From known to unknown, From womb to grave, It's just maturation. It... Poetry Writing Challenge-3 · Maturation · Philosophy Of Life · Poem 1 2 Share Poonam Matia 18 May 2024 · 1 min read *Fruits of Karma* Life is like a flowing river With the flow We may drift apart Or it may bring us close On its way to meet Its own destiny, the Ocean. Sometimes... Poetry Writing Challenge-3 · Laws Of Karma · Philosophy Of Life · Poem 1 4 Share Poonam Matia 17 May 2024 · 1 min read *Near Not Afar* O! my beloved! I cherish You to be near Sensuous is your touch And soothing are your ways. A walk hand in hand Be it lonely or crowdy days. Let... Poetry Writing Challenge-3 · Love Lines · Poem · Romance 1 201 Share Santosh kumar Miri 16 May 2024 · 1 min read आम के छांव *आमा के छांव* आम के छांव निक लागे मोर गांव शीतल छांव रोहन मोहन आव जनउला खेलने किसका है दांव? आम के छांव...... हरियर हरियर पाना के हरियर हरियर दाना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 11 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read कल का भारत .... कल का भारत कैसा होगा ? घी के तुम दर्शन कर लेना, दूध का स्पर्शन कर लेना, परीलोक की कहानियों में, काजू और बादाम सुन लेना, स्कूलों कॉलेजों में कुछ... Poem · Quotation · Story 11 Share Poonam Matia 14 May 2024 · 1 min read *An Awakening* Serving 'Free' to win the hearts, Like a temporary relief for the deep darts. They keep pricking the wounds all the while, And apply dressing once in a while. That’s... Poetry Writing Challenge-3 · Motivation · Poem · Recognise 1 138 Share Poonam Matia 14 May 2024 · 1 min read *Broken Chords* Sometimes... 'Love' is the only remedy for 'Distorted relations' Sometimes... 'Sorry' is the only word to seal back the 'broken Chords' Sometimes... 'Silence' is the only tool to handle 'NOISE'... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Quotation 1 426 Share Amrita Shukla 14 May 2024 · 1 min read मुमकिन हो जाएगा ज्योतिष, हाथ की रेखाएं, रत्न, सोने - चांदी की मालाएं , अंगूठियां और कितने टोटके , आगे जाने से क्यों हैं रोकते। कभी मन में ये विचार किया है ?... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 13 Share R D Jangra 14 May 2024 · 1 min read एक अजन्मी पुकार एक अजन्मी बेटी ने कोख से पुकारा मां कैसा सुंदर होगा आसमान प्यारा क्या कुदरत जमाने से डर जाएगी क्या नन्ही सी जान कल मर जाएगी मैं तुझे कुछ कहना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 10 Share Swara Kumari arya 14 May 2024 · 2 min read माँ i love you ❤ 🤰 माँ i love you ❤ माँ मुझे इस दुनिया मे न लाओ न माँ!! माँ इस दुनिया मे मुझे डर लगता है ! यहां स्वर्थी लोग है माँ! बहुत डर... English · Poem · Quotation · Quote Writer · Story 1 2 21 Share Praveen Bhardwaj 14 May 2024 · 1 min read हार गए तो क्या हुआ? हार गए तो क्या हुआ? नए रास्ते खुल गए। बस इतना हुआ कि कुछ संघर्ष के पल गए।। जमाने से क्यो डरो? दर्द को साथी बनाओ। जो सीखा पहले उसको... Poetry Writing Challenge-3 · Motivation · Poem 1 1 27 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 13 May 2024 · 1 min read बुंदेली दोहा- चंपिया *बुंदेली दोहा विषय - चपिया* #राना चपिया हर घरै, दिखै हमें दो चार। दूद दही घिउँ भी रखै,ऊ में दाने दार। कलौ अथानों नारियाँ,चपिया में धर जायँ। सौदीं खुश्बू है... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Rajeev Namdeo Rana LidhorI · बुंदेली दोहा · बुंदेली साहित्य · राजीव नामदेव राना लिधौरी 2 17 Share Karuna Goswami 13 May 2024 · 1 min read ऋतु बसंत प्रकृति ने की है संपूर्ण तैयारी, अब है ऋतु बसंत की बारी। सरसों ने स्वागत में इसके पीली चादर डारी, शीत ऋतु अब आसान छोड़ो, है ऋतुराज की बारी, अब... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 14 Share Poonam Matia 13 May 2024 · 1 min read Nature ‘there’, Nurture ‘here'( HOMEMAKER) Whether sweet or sour God takes care of child’s nature But the reins of nurture are entrusted with homemaker. Brahma, Vishnu, Mahesh, the divine trinity Looks after the world to... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 416 Share Poonam Matia 13 May 2024 · 1 min read Red Hot Line Definitions of tears are many As told by the Granny- It might be a ‘grieving heart’ Or dripping water with a little salt. The crux lies in throwing out silent... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 324 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आज कल के लोग बड़े निराले हैं, आज कल के लोग बड़े निराले हैं, आज कल के लोग बड़े निराले हैं, माँ को मोम, पिता को डेड बताने वाले हैं, अब हमारे सारे काम, मोबाइल के हवाले... Poetry Writing Challenge-3 · Memoir · Poem 12 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आओ करें चाँद की सैर आओ करें चाँद की सैर आओ चले चाँद के देश, अब न रहेगा कोई विद्वेष, चाँद पर हम भी बनाएँगे, अपना अनूठा सुन्दर देश।। आओ चले चाँद के देश ....... Poem · Story 18 Share Naushaba Suriya 13 May 2024 · 1 min read आश्रित....... ........... आश्रित....... कुछ चीजों पर अपना वश नही होता दिल पर हर बार काबू नही होता मुखवटे हर बार चढाये नही जाते आंसू हर बार छिपाए नही जाते गम का... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 16 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 May 2024 · 1 min read गामक रहीम मम्मा आय अऐछ काजै किछुओ बोझ आय रहिते नाचै से दिन पुर्णविराम,तिरहुत देस बुझेलन्हि ? दर्श दिर्घ सुधी केर अमेर लखोलनि ? वैधनाथजीक विजय पताका ,विजय रथ पर जय... Maithili · Poem 14 Share Krishna Manshi 10 May 2024 · 1 min read *हाले दिल बयां करूं कैसे* *हाले दिल बयां करूं कैसे* नजर से नजर जब मिलती है, नजरों को नजरों से होता है प्यार। नजर से नजर जब मिलती है, नजरों को नजरों से होता है... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 24 Share Krishna Manshi 10 May 2024 · 1 min read *मेरी कविता कहती है क्या* *मेरी कविता कहती है क्या* अंतर्मन का कोना करता पुकार, भावनाओं में बहकर करूं शुरुआत। कविताएं लिखूं और बनाऊं, अपने मन की भावनाओं को, यूं बाहर लाऊ, करते हैं परेशान... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 11 Share Nitesh Shah 10 May 2024 · 1 min read सूरज क्यों चमकता है ? कविता-डॉ.नितेश शाह सूरज क्यों चमकता है? आग-सा क्यों दहकता है? चाँद क्यों दर-दर भटकता है? बादल क्यों बरसता है? क्यों बहती जलधारा है? क्यों दरिया इतना खारा है? क्यों नदियाँ... Poem · Story 18 Share Nitesh Shah 9 May 2024 · 1 min read नारी नारी इस धरती पर लाती हमें, प्यार और ममता लुटाती है, सारे गम सहकर सुख देती, वह महिला कहलाती है।। अपने आँचल में पाल पोसकर, जीने की राह बताती है,... Poem · Story 1 20 Share Nitesh Shah 8 May 2024 · 1 min read इण्डिया नहीं भारत है कहना, इण्डिया नहीं भारत है कहना, अब न किसी से हमें है झुकना, भरत के नाम से बना था भारत, इण्डिया थी अंग्रेजों की कयामत, जब जापान है जापान, नेपाल भी... Poetry Writing Challenge-3 · Article · Poem 17 Share Nitesh Shah 7 May 2024 · 1 min read आधुनिक दोहे आधुनिक दोहे इंसान ही इंसान को अब, कर रहा शर्मसार, नहीं कोई दिख रहा है, अब बचावन हार।। छोटी सी है ज़िंदगी, करता कुकर्म हज़ार, ना जाने कब पाएगा, यह... Poetry Writing Challenge-3 · Article · Poem · Story 17 Share Nitesh Shah 6 May 2024 · 1 min read आओ मिलकर एक हो जाएँ !! आओ! आज हम एक हो जाएँ, आओ! हमारे काम नेक हो जाएँ, आओ! मिलकर गीत यह गाएँ, आओ! आज सबके भेद मिटाएँ।। आओ! आज एक देश बनाएँ, आओ! सुनहरा इतिहास... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Story 1 18 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे 🍃 तन मन मधुवन हो गया,नैन हुए बृजधाम । श्वासों मे सुमरिन हुआ, रोम -रोम में श्याम ।। 🍃 कान्हा की बंशी मधुर, स्वर के उठे हिँडोल । बलि... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 23 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read दोहे दोहे ------- ०1 मैं नदिया के तट खड़ी,लिये नयन में नीर। नदिया बोली मैं कहूँ,किससे अपनी पीर।। ०2 पथ -पथरीला है कठिन,करती नदिया पार। सागर से मिलने चली,प्रेम नहीं व्यापार।।के... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 28 Share डॉ. एकान्त नेगी 5 May 2024 · 1 min read बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया सावन को बादलों में झूमते हुए जो देखा बारिश की बूंदों को मचलते हुए जो देखा बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया सुबह की नरम धूप में फूलों को... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · कविता 1 23 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read फागुन महराज, फागुन महराज, अब के गए कब अइहा: लोक छत्तीसगढ़ी कविता कलकुत के दिन गइस रे संगी, जाड़ के दिन ह पहागे!! धान-पान सब घर म आगे, खेत कोठार सकलागे!! होके छुछिन्दहा घाम उवत हे, थोर थोर कहले लागिस!! मोटहा कथरी... Chhattisgarhi · Poem 1 25 Share ओसमणी साहू 'ओश' 5 May 2024 · 1 min read “उसकी यादें” वो अधूरी इबादतें, वो टूटी तस्बीह याद आती हैं। जब भी ख़ुद की याद आती हैं, मुझे उसकी याद आती हैं। याद आता हैं मेरा रोता चेहरा, हँसी उसकी याद... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · अल्फाज़ ए ओश 1 15 Share Akash Yadav 5 May 2024 · 1 min read कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है कोई खेतों की गर्मी से खुद को सींच रहा है कोई पकवानों के जैसा फल फूल रहा है कोई पेड़ों की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Poem 19 Share डॉ. एकान्त नेगी 4 May 2024 · 1 min read इक टीस जो बाकि है दुनिया की जिम्मेदारियों का बोझ कंधों पर लाद कर कब तक मैं चलता रहूंगा जिनके लिए जागा वह सोते चैन से चिलचिलाती धूप में कब तक मैं जलता रहूंगा बेवजह... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 1 28 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 May 2024 · 1 min read सरपरस्त क्यों ताक-झांक कर रहे पड़ोसी, इसका मुझको पता नहीं। कब-कब पकी घर मेरे खिचड़ी, इसका मुझको पता नहीं।। हम क्या कहते और क्या सहते हैं, बात नहीं यह अपनें जानें।... Hindi · Humour · Memoir · Poem · कविता · ग़ज़ल 1 40 Share ABHA PANDEY 2 May 2024 · 1 min read *आदिशक्ति का अंश* *आदिशक्ति का अंश* मैं आदिशक्ति का अंश हूं, नन्हीं कोई चिड़िया नहीं, जो पंख बांधकर मुझको, वंचित कर दोगे उड़ने से। मर्यादा ही वह बंधन है, जो मुझको बांधे रखता... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 21 Share Vandna Thakur 2 May 2024 · 1 min read मेरे हाल से बेखबर पीछे छूट गया कितना कुछ अब आगे की क्या खबर, खड़ी हूँ आज दोराहे पर किसी को इसकी क्या खबर, दे रहा है वो खुशियाँ किसी और बदल ली उसने... Poetry Writing Challenge-3 · Emotional · Poem 1 19 Share Vandna Thakur 2 May 2024 · 1 min read दिलकश बहुत दिलकश था वो नज़ारा, जब पकड़ा था तूने हाथ हमारा, तेरी ही आँखों में डूब गया, मैं तो सारा का सारा, तू ही है दुनिया तू ही है संसार... Poetry Writing Challenge-3 · Motivational Poems · Poem 21 Share Shama Parveen 1 May 2024 · 1 min read संवेदना संवेदना ------- जीवन भरा पड़ा है संवेदना से कभी करुणा कभी वेदना से धरती पर आया है जो भी सुख-दुख कटेगा वो भी रात है अगर तो दिन भी होगा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Poem 2 23 Share Sunanda Chaudhary 19 Apr 2024 · 1 min read तू एक फूल-सा सौ तरह के फूलों के बगीचे में, तू उनके ही जैसा एक फूल होगा। कुछ खूबियाँ, कुछ खामियाँ समेटे होगा, हो सबसे खूबसूरत, ऐसा जरूरी नहीं होगा। पर किसने कहा-... Hindi · Poem · अभिव्यक्ति · कविता · प्रेम कविता 37 Share लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा 12 Apr 2024 · 1 min read वक्त एक दूरी हैं जो खत्म नहीं हो रही, एक उलझन है जो बढ़ रही है। एक दिल है जो समझ नही रहा, एक वक्त है जो बदल ही नहीं रहा। Poem · Quote Writer 21 Share Dr. Kishan tandon kranti 6 Apr 2024 · 1 min read अजर अमर सतनाम मनखे मनखे जम्मो एक बरोबर, जइसे पानी कोई बड़ सरोवर। सत के कारन होथे सच्चा काज, तभे तो सबो जघा हे एकरे राज। सतनाम के करही जउन ह जाप, कट... Chhattisgarhi · Poem 1 1 36 Share Dr. Kishan tandon kranti 6 Apr 2024 · 1 min read रेल चलय छुक-छुक रेल चलय छुक छुक धुआँ निकलय भुक भुक। रेल ल देखिच बुढ़वा बबा इहाँ-उहाँ ले डब्बे डब्बा हाथ बताके बोलय रुक रुक, रेल चलय छुक छुक। रेल म बैठिच मुन्ना... Chhattisgarhi · Poem 1 1 33 Share Gujarati literature 1 Apr 2024 · 2 min read Gujarati Poetry | The best of Gujarati kavita & poet | RekhtaGujarati Largest collection of Gujarati Kavita, poetry, & poets. Daily updated Ghazals, Nazms, and famous Gujarati poems, along with literature books | RekhtaGujarati. સર્જકો વીડિયો શબ્દકોશ પુસ્તકો શોધો આજનું અવતરણ separator... Gujarati · Book Review · Essay · Humour · Poem · Story 40 Share Otteri Selvakumar 31 Mar 2024 · 1 min read Yesterday ? Night --+------ Otteri Selva kumar Yesterday night Love was heard within my dream. "Dear, O' my dear" a sound was definitely calling out to me. "O...who are you?" I asked the... English · English Poem · Poem 31 Share Priya Maithil 29 Mar 2024 · 1 min read तुम जाते हो। देखो,यह अवनि की छाती आज धड़कती कम सी है। देखो, यह रूई की बाती आज तड़कती कम सी है। देखो,यह अंशुमाली में आज नही है तीखा ताप। देखो, चंदा की... Hindi · Poem 3 3 92 Share Satya Prakash Sharma 25 Mar 2024 · 1 min read तू सरिता मै सागर हूँ तू सरिता मै सागर हूँ विधा :- गीत चंदा और चांदनी जैसे तू मुझ मे़ है मै तुझ मे़ हूँ। देह प्राण का ज्यूँ एक ही नाता तू मुझ मे़... Poem 42 Share Manu Vashistha 23 Mar 2024 · 1 min read कविता _ रंग बरसेंगे ✍️ रंग बरसे __ आज लगे हर लड़की राधा,कान्हा निकले टोली में। थोड़ी मस्ती थोड़ी शरारत,होगी ठिठोली होली में। चौक चौराहे गली मोहल्ले, खूब सजेंगे होली में। होलिका का होगा... Poem 1 32 Share Priya Maithil 23 Mar 2024 · 1 min read रास्ते का फूल ना बन पाई तो.. रास्ते का फूल ना बन पाई तो .. रास्ते का खार बन कर क्या करूं.. जो ह्वदय का हार ना बन पाई तो.. फिर ह्वदय का भार बन कर क्या... Hindi · Poem 4 2 95 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Mar 2024 · 1 min read कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है जो अंतस के दर्द अहिर्निश, गीतों में भर लाती है नवरस और अलंकारों से, जीवन छंद सजाती है अंतर्मन के भावों को, जो होंठों तक ले आती है कविता ही... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · Poem 4 2 47 Share Manisha Manjari 18 Mar 2024 · 1 min read Hallucination Of This Night Whenever I speak to this deeply colored night sky, The stillness embraces me without a judgmental eye. I often find myself trapped in a dark room with my hands tied,... English · Manisha Manjari · Manishamanjari Englishpoems · Poem 1 44 Share Page 1 Next