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12 May 2024 · 1 min read

गामक

रहीम मम्मा आय अऐछ काजै
किछुओ बोझ आय रहिते नाचै
से दिन पुर्णविराम,तिरहुत देस
बुझेलन्हि ? दर्श दिर्घ सुधी केर

अमेर लखोलनि ? वैधनाथजीक
विजय पताका ,विजय रथ पर
जय जय विदेह जय गौ गौरी देस
तुहि कने चिन्हेलनि,आप्पन लोक

तोरे मुख से,कामनि कथा सुनि
कपूर करूपुरी, घर गामक लोक

Language: Maithili
Tag: Poem
24 Views
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