Posts Tag: Hindi Poem 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *अब मान भी जाओ* क्यों नाराज़ हो मुझसे इस कदर तुम देखते ही मुँह फेर लेते हो आजकल तुम लगता नहीं तेरे बिना मेरा दिल भी कहीं अब बहुत हुई नाराज़गी, मान जाओ न... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem · Poetry · कविता · गीत 6 1 481 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 18 Feb 2024 · 1 min read *समा जा दिल में मेरे* माना मैंने कि उसकी नज़रों में आज कोई किरदार नहीं है मेरा लेकिन वो जानता नहीं उसके बिना कोई वजूद नहीं है मेरा सपने देखता हूं जिसके मैं जानता हूं... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem · Poetry · Shayari · कविता 5 1k Share Otteri Selvakumar 13 Feb 2024 · 1 min read मन का जादू फिर से दर्पण जोर से हंसो मेरे साथ मैं देख रहा हूँ मेरे चेहरे के बारे में दर्पण पर.... क्या मजाक मैं बहुत खूबसूरत हूँ कैसे हुँ मैं बहुत सुंदर?... Hindi · Hindi Kavita 2024 · Hindi Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 58 Share Otteri Selvakumar 5 Feb 2024 · 1 min read तुममें से एक उन शब्दों के लिए उत्तर की तलाश मत करो यह उपलब्ध नहीं हो सकता है क्या पर? वो शब्द बिना उत्तर जाने दिल टूटने के साथ आपका जीवन दिशा बदलें... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Kavita · Hindi Poem · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Otteri Selva Kumar 74 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 3 Feb 2024 · 1 min read *पिता का प्यार* हूं एक बाप, मजबूर नहीं हूं मैं तेरी हालत से अनजान नहीं हूं मैं रोकर अपना दर्द नहीं जताता कमज़ोरी की पहचान नहीं हूं मैं माना है नहीं वक़्त अच्छा... Hindi · Hindi Poem · Kavita · पिता · बेटा 6 1 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 13 Jan 2024 · 1 min read दिल की गुज़ारिश दिल ने मेरे ये गुज़ारिश की है रहने की इसमें तुझे इजाज़त दी है मान जाओ मेरे दिल की ये अर्ज़ तुम्हारे लिए मैंने ज़माने की खिलाफत की है हो... Hindi · Hindi Poem · Love Poetry · Poetry · Shayari · कविता 6 2 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 26 Nov 2023 · 1 min read *प्यार का रिश्ता* कब आओगे मिलने हमसे कहता रहता हूं यही तुमसे आ जाओ अब मिलने हमसे सता रही है ये दूरी तुमसे तुमसे शुरू होकर तुम में ख़त्म छुपी नहीं है मेरी... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poem · Poetry · कविता · ग़ज़ल 8 1 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 1 Oct 2023 · 1 min read *दादी चली गई* आज अपने बीच देखकर तुझे जन्नत के फ़रिश्ते भी खुश हुए होंगे जीत गये हैं हमसे आज बाज़ी वो तभी वो तुझे अपने साथ ले गए होंगे दादा को तो... Hindi · Dadi · Grandmother · Hindi Poem · Kavita Kosh · दादी पर कविता 10 5 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 3 Sep 2023 · 1 min read दिल जल रहा है है सर्द रातें दिल जल रहा है जाने क्यों वो मेरे दिल से खेल रहा है कोई बता दो जाकर उसको सता रहे हो जिसे, वो तेरे लिए ही जी... Hindi · Dard Shayari · Hindi Poem · Ishq · Latest Poetry · Sad Shayari 3 1 2k Share Saransh Singh 'Priyam' 1 Sep 2023 · 1 min read "द्वंद" "द्वंद" निराश मन— सिद्ध क्यूँ? प्रसिद्ध क्यूँ? मन में ऐसा युद्ध क्यूँ? अनगिनत क्यूँ रास्ते ? नहीं हुँ मैं प्रबुद्ध क्यूँ? कुछ ही हैं सफल यहाँ । सभी सफल हैं... Hindi · Hindi Poem · Poem · Quote Writer · कविता 2 382 Share Saransh Singh 'Priyam' 22 Aug 2023 · 1 min read हार पर प्रहार कर हार पर प्रहार कर हार पर प्रहार कर, खड्ग को फिर से धार कर, समय का कोप कुछ नहीं, समय को तार-तार कर। हार भी तो शस्त्र है, और लक्ष्य... Hindi · Hindi Poem · Motivational Poems · Motivational Quotes · Quote Writer · प्रेरणादायक कविता 2 490 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Aug 2023 · 1 min read *तेरा इंतज़ार* जानता हूँ बुरा मान जाओगे तुम तुम्हारा दिल और दुखाना नहीं चाहता हूँ माफ़ करना कोई गलती हो गई हो अब मैं तुमसे कुछ कहना नहीं चाहता हूँ तुम क्या... Hindi · Hindi Poem · Poetry · कविता · ग़ज़ल · गीत 4 1k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 9 Aug 2023 · 1 min read मोहब्बत बनी आफत जब पाकिस्तान की सीमा भारत के अंदर आ गई किसी ने इसे प्यार की ताक़त कहा किसी ने कहा घुसपैठ हो गई जब चार बच्चों की माँ सरहद पार के... Hindi · Hindi Poem · Poetry · कविता · व्यंग्य · हास्य 9 1 1k Share Mamta Rani 2 Jul 2023 · 1 min read रिश्ते रिश्ते पल-पल में फ़ितरत बदले, आजकल लोग जमाने में रिश्ते को ताक पर रखते,रहते हैं सिर्फ धन कमाने में जिंदगी की आपाधापी में,सबकुछ अपना बिखर रहा रोज उम्र घट रही,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Dil Ke Rishte · Fitrat · Hindi Poem · Kavita · Life 7 4 312 Share Manisha joshi mani 4 Jun 2023 · 1 min read Kavita कविता -तिरस्कार तिरस्कार तिरस्कार बस तिरस्कार ही पाया है समाज से। त्रिशंकु सा जीवन हर पल जी रही हूं ,या रहा हूं पता नही। संकोच नही हुआ माँ को नन्हा... Hindi Poem 1 117 Share Manisha Manjari 8 Apr 2023 · 1 min read घर की चाहत ने, मुझको बेघर यूँ किया, की अब आवारगी से नाता मेरा कुछ ख़ास है। अस्थियों पर खड़ी, ये जो मेरी लाश है, अब ना किसी भी भावना की मोहताज़ है। महसूस नहीं होते हैं, अब दर्द नये, घावों के इतने निशाँ, मेरे पास हैं।... Hindi · Hindi Poem · कविता · काव्य संग्रह 2 · मनीषा मंजरी 344 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Apr 2023 · 1 min read 💐प्रेम कौतुक-522💐 💐ले लिखा बौनी💐 ये जो पयाम हैं उनके निशानियाँ कहूँ मेरे दिल की, सिवाए उनके सब रवानियाँ बन गई हैं मेरे दिल की, ये हुक़ूमत है उल्फ़त की सर-ए-आम सबको... Hindi · Hindi Poem · Quote Writer 223 Share Vedaanshii Vijayvargi 4 Mar 2023 · 2 min read Poem on "Maa" by Vedaanshii “कविता लिखने बैठी हूँ” कविता लिखने बैठी हूं - मैं क्या कविता लिखूं? जब कविता ने ही मुझे लिखा हो.. (संयोग से मेरी माँ का नाम कविता है। बहुत प्यारी... Hindi · Emotional · Hindi Kavita · Hindi Poem · Kavita Maa Par · कविता 1 163 Share Faza Saaz 3 Jan 2023 · 1 min read ऐसा नहीं है कि मैं तुम को भूल जाती हूँ ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हें भूल जाती हूँ मैं अक्सर चाय का पानी चूल्हे पर रख कर भूल जाती हूँ! ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हें भूल जाती हूँ... Hindi · Hindi Poem · कविता 1 228 Share Dr. Man Mohan Krishna 30 Nov 2022 · 2 min read 139. मैं अकेला ही ठीक हूँ साल के होते बारह महीने, महीने का तीस दिन । पल पल याद करता हूँ मैं, कैसे कटेगा मेरा यह दिन ।। नींद चैन अब आती कहाँ है, लगा रहता... Hindi · Article · Hindi Poem · Poem · कविता 250 Share MSW Sunil SainiCENA 11 Nov 2022 · 1 min read "कुछ अधूरे सपने" शीर्षक: "कुछ अधूरे सपने" ---------------------------------- कुछ अधूरे सपने पूरे करणे सैं, मंजिल बेरंगी सी रंग भरणे सैं। सच्ची नीयत, इरादे नेक, आलसपन के पंख कुतरने सैं। कुछ अधूरे सपने पुरे... Hindi · Best Poem · Hindi Poem · कविता · कविता-हिन्दी 2 863 Share MSW Sunil SainiCENA 11 Nov 2022 · 2 min read "एंबुलेंस कर्मी" "एंबुलेंस कर्मी" हूटर की आवाज, कभी आपने भी तो सुनी होगी। बेवजह अनजान के लिए दिल से दुआ की होगी।। एंबुलेंस के हूटर की आवाज, भागते दौड़ते, बिना रुके, स्ट्रैचर,... Hindi · Hindi Kavita · Hindi Poem · कविता 3 143 Share Abhishek Shrivastava "Shivaji" 30 Oct 2022 · 1 min read दीवाली पर छंद १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ | सजल | विधाता छंद पुरातन धर्म का भी मर्म बतलाती है दीवाली हमें है प्रेम से रहना ये सिखलाती है दीवाली कहीं हमने गरीबों को... Hindi · Diwali · Hindi Poem · Poets Of Bihar · ग़ज़ल/गीतिका 1 193 Share Harshit Nailwal 29 Oct 2022 · 1 min read मेरा गांव और .... वो शहर गांव अब खुशहाल नहीं, जहां खुशी हो वह शहर है , उदास, बंजर जर्जर, क्षीण जहां किलकारी थी, आज सिर्फ दुख की पुकार, अब तो दीवार भी बहरी है, या... Hindi · Best Poem · Gaon Par Kavita · Hindi Kavita · Hindi Poem · कविता 1 182 Share Manisha Manjari 22 Oct 2022 · 1 min read ये अनुभवों की उपलब्धियां हीं तो, ज़िंदगी को सजातीं हैं। ये इच्छाओं की कतार, ज़िन्दगी को ऐसे मोड़ पर ले आती है, की ज़िन्दगी सुकून से जीने को, ज़िन्दगी हीं तरस जाती है। अपने दंश से ये, हर क्षण में... Hindi · Hindi Poem · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · ज़िन्दगी · मनीषा मंजरी 7 6 220 Share Manisha Manjari 16 Oct 2022 · 1 min read गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है। उसकी खामोशियाँ शब्दों से कहीं ज्यादा बोला करती हैं, हृदय में छिपे रहस्यों को बस आँखों से खोला करती हैं। भावशून्यता का लिहाफ़ ओढ़े, वो अंधेरों से विचरती है, कहीं... Hindi · Featuring In The Upcoming Nove · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · मनीषा मंजरी 3 2 259 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 247. "पहली पहली आहट" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 247. शीर्षक: "पहली पहली आहट" (सोमवार, 24 दिसम्बर 2007) ------------------------------------ दस्तक दी है सर्दी की पहली पहली आहट ने। फैला दी है अपनी चादर ठण्ड की कसावट... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 290 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 246. "हमराही मेरे" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 246 . शीर्षक: "हमराही मेरे" (सोमवार, 17 दिसम्बर 2007) ---------------------------- तुम संग चलो हमराही मेरे अब मंजिल एक हमारी है। जो डगर है तेरी वो डगर है... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 442 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 245. "आ मिलके चलें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 245. शीर्षक: "आ मिलके चलें" (रविवार, 16 दिसम्बर 2007) ---------------------------- आ मिलके चलें खुशियों के देश में कि- गम ना कोई सताए अब। बरसे घटाएं सावन आए... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 1 201 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read 244. "प्यारी बातें" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 244. शीर्षक: "प्यारी बातें" (रविवार, 16 दिसंबर 2007) ---------------------------- कुछ अपनी सुनाओ प्यारी बातें । कैसे हैं दिन कैसी रातें।। क्या तुम्हें भी आती है नीदें या... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · कविता · हिन्दी कविता 2 492 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read २४३. "आह! ये आहट" हिन्दी काव्य-रचना संख्या: 243. "आह! ये आहट" (वीरवार, 13 दिसम्बर 2007) ----------------------------------- ईक आहट बेवक्त बेवजह होती है क्यूं बेमौसम। याद आए अनजाने यों ही एतबार कर खाई कसम।। ये... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 255 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read ::: प्यासी निगाहें ::: 241. "प्यासी निगाहें" (वीरवार, 01 नवम्बर 2007) -------------------------------- मंद चिरागों का ये आलम झुलसे हैं परवाने क्यों। प्यासी है क्यूं फिर से निगाहें छलके नहीं पैमाने क्यों।। बादल बड़ा है... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 340 Share MSW Sunil SainiCENA 2 Oct 2022 · 1 min read "आधुनिकता का परछावा" हरियाणवी काव्य-रचना संख्या:240. "आधुनिकता का परछावा" (वीरवार, 01 नवम्बर 2007) ------------------------------------- कित खोगी वा छटा निराली हरी-भरी गाँव की हरियाली। आधुनिकता का परछावा पड़गया ना दिक्खें ईब हल ठाए हाळी।।... Hindi · Hindi Poem · कविता · हिन्दी कविता 1 180 Share Pooja Singh 26 Sep 2022 · 1 min read जय माता की तीन गुणों के हम आधीन , हम हैं माता कितने दीन l होकर माया के आधीन , भोग विलास में हो गए लीन ll ज्ञान हमे ऐसा मिल जाये, हो... Hindi · Hindi Poem 3 4 224 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Sep 2022 · 1 min read जमी हुई धूल उस जमी हुई धूल को साफ़ मत करो वक़्त के आईने पर पर्दा ज़रूरी होता है। जो किस्सा भूल जाने में भलाई हो उसे भूल जाओ.…....याद मत करो जो छोड़कर... Hindi · Hindi Poem · Johnny Ahmed · कविता 3 312 Share Nutan Das 23 Sep 2022 · 1 min read रामधारी सिंह ’दिनकर’ सादर नमन🙏🙏🙏 ज्योतिर्मय हो जाता सर्वत्र ,उदित होते हैं जब पूरब से प्रभाकर साहित्य हुआ ज्योतिर्मय जब जन्म लिए आप सिमरिया के’दिनकर’ ओजस्वी साहित्य के प्रणेता, हुई सम्मानित हिंदी जिनसे,मिली... Hindi · Hindi Poem 118 Share Nutan Das 21 Sep 2022 · 1 min read जल्दी क्या थी🙏🙏 छोड़ गए तुम हम सबको !!!!!! क्यों हंसाने वाला आज रूला गया क्या खता हुई हम सब से,जो खुशियाँ देने वाला,आंसू देकर चला गया सबकी दुआओं में थे तुम शामिल,... Hindi · Hindi Poem 150 Share Manisha Manjari 14 Sep 2022 · 1 min read जब हवाएँ तेरे शहर से होकर आती हैं। कुछ खुशबुएँ साँसों को महका कर जाती हैं, जब हवाएं तेरे शहर से होकर आती हैं। यादों के बंद कमरों में सेंधमारी कर जाती हैं, और सिमटे हुए दर्दों को... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 5 4 281 Share Ruchi Sharma 13 Sep 2022 · 1 min read हिन्द की बिंदी लो आ गया वो दिन ,आज फिर मेरी याद आई अखबारों में लिखकर, मंचो पर बोलकर सबने वाह ,वाह पाई बस एक दिन के लिये मेरी याद आई। कितनी सुंदर... Hindi · Hindi Poem · Poem 8 5 209 Share Manisha Manjari 11 Sep 2022 · 1 min read रेत पर नाम लिख मैं इरादों को सहला आयी। तलाश ज़िन्दगी की, उस मकाम पे ले आयी, खुद की परछाई भी, तब मेरे काम ना आयी। घर के मोह ने, मुझे एक आशातीत दुनिया दिखाई, कि घर तो कभी... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 6 466 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2022 · 1 min read आओ पितरों का स्मरण करें आओ पितरों का स्मरण करें विदा हुए जो इस संसार से देकर स्नेह आशीष हमें उनके लिए तर्पण करें न आएंगे लौट फिर कभी वे देते थे जो पोषण दुलार... Hindi · Hindi Poem · Poem · Poetry · कविता · हिंदी कविताएं 568 Share MSW Sunil SainiCENA 10 Sep 2022 · 1 min read "कोरोना लहर" "कोरोना लहर" ये लहर, कोरोना लहर, अत्यंत ज्वर इसका कहर, हम तुम न जाने क्यूँ इतने बेखबर, क्यूँ न होता सबर, बेवजह क्यूँ घूमें दर बदर, इधर उधर, ये लहर,... Hindi · Dhruvikastudio · Hindi Poem · Mswsunilsainicena · हिन्दी कविता 1 215 Share MSW Sunil SainiCENA 10 Sep 2022 · 1 min read :::: हवा :::: शीर्षक: "हवा" (मेरी परछाई, हिन्दी काव्य-संग्रह) ये हवा का ज़िक्र है हवा बदल रही है। कैसी हवा चल रही है कुछ लोग हैं हवा में कहीं हवा निकल रही है।।... Hindi · Dhruvikastudio · Hindi Poem · Mswsunilsainicena · हिन्दी कविता 2 219 Share MSW Sunil SainiCENA 9 Sep 2022 · 1 min read :::::जर्जर दीया:::: :::जर्जर दीया:: (मंगलवार, 22 अप्रैल 2008) ------------------------------------- रोशनी की उम्मीद में जर्जर दीया जला तो दिया। मगर- अंधेरा अनन्त है और साथ ही पुरजोर हवा का मध्यम और धीमी बारिश... Hindi · Hindi Poem · हिन्दी कविता 1 187 Share MSW Sunil SainiCENA 9 Sep 2022 · 1 min read :::::::::खारे आँसू::::::::: :::::::::खारे आँसू::::::::: आंख्या के आँसू खारे होगे, अपने थे वो न्यारे होगे। कदे रौनक थी घणी छान की, आज टूटे फूटे ढारे होगे।। कदे बाग बगीचे खूब खिले, इब ओड़ै... Hindi · Hindi Poem · हिन्दी कविता 1 283 Share Manisha Manjari 8 Sep 2022 · 1 min read जीवन क्षणभंगुरता का मर्म समझने में निकल जाती है। स्वयं के अक्स की पहचान, धूमिल सी हो जाती है, विपत्तियों की गाठें जब, जीवन की डोर में लग जाती हैं। खुशियों के क्षण तो, पलक झपकते खो जाते हैं,... Hindi · Hindi Poem · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 5 363 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read खामोशियों ने हीं शब्दों से संवारा है मुझे। उस भीड़ से ज्यादा इस तन्हाई ने संभाला है मुझे, दिन के उजालों ने नहीं, रात के अंधेरों ने निखारा है मुझे। सितारों का अपना तो, मैं कभी बन ना... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 4 4 264 Share Manisha Manjari 4 Sep 2022 · 1 min read अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं। अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं, स्वयं के विचार हीं तो, सबसे ज्यादा सताते हैं। अन्धकार के बादल, जब छत पर मंडराते हैं, साये रिश्तों के हीं, सर्वप्रथम... Hindi · Hindi Poem · Hindi Poetry · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता 6 8 337 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश है हम सबके प्यारे गणेश है हम सबके प्यारे आज है जन्मदिन उनका पधारें है वे द्वार हमारे भोली सूरत नयन मतवारे शिव गौरा के पुत्र कहलाते मोदक है उनको बहुत भाते देवों में... Hindi · Hindi Poem · कविता · गणेश चतुर्थी 227 Share Aditya Prakash 22 Aug 2022 · 1 min read वर्षा की बूँद एक दिन था मैं अपने छत पर खड़ा, थका-माँदा-सा था, अपने आप में खोया, बैठा एक कोने में था मैं मुरझाया, अचानक एक बूंद आ लगी मेरे तन से मैं... Hindi · Hindi Poem · Kavita 2 318 Share Page 1 Next