Posts Tag: हास्य-व्यंग्य 326 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next गुमनाम 'बाबा' 26 Sep 2023 · 1 min read हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता) करिया रंग पर प्रचलित हास्य-व्यंग से प्रेरित होकर एक नवीनतम प्रस्तुति…😂😂😂😂 सिपाही पहुंचा ससुराल में, अपने साथी संग करिया रंग को देखकर, साली हो गयी दंग बात करने से बच... Hindi · दोहा · हास्य-व्यंग्य 395 Share गुमनाम 'बाबा' 26 Sep 2023 · 4 min read गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य) गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग) गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग) बड़े-बड़े शहर के बड़े परिवारों को घर के लिए काम वाली बाई खोजना जितना दुष्कर कार्य है उतना ही कठिन कार्य है उसे लंबे... Hindi · कहानी · हास्य-व्यंग्य 1 2 321 Share गुमनाम 'बाबा' 24 Sep 2023 · 6 min read साहब का कुत्ता (हास्य-व्यंग्य कहानी) बात उन दिनों की है जब भोला राम आरक्षी के रूप में बडे साहब के कार्यालय में तैनात थे पुराने साहब के ट्रान्सफर के बाद नये साहब की तैनाती हुई।... Hindi · कहानी · हास्य-व्यंग्य 521 Share Sudhir srivastava 18 Sep 2023 · 1 min read बोलेंगे हिंदी लिखेंगे हिंदी व्यंग्य - बोलेंगे हिंदी लिखेंगे हिंदी ********** हम सब हिंदी दिवस की औपचारिकता तो यूं ही निभाते रहेंगे, हिंदी बोलने, हिंदी लिखने की औपचारिकता बस हिंदी दिवस पर ही निभाएंगे।... Hindi · हास्य-व्यंग्य 190 Share Sudhir srivastava 15 Sep 2023 · 2 min read बेहया सच्चाई व्यंग्य - बेहया सच्चाई --------------- अरे भाई कब से समझा रहा हूं तुम्हें गुमराह होने से बचाने के लिए नाक रगड़ रहा हूं पर तुम तो बड़े बेशर्म हो यार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 145 Share विनोद सिल्ला 9 Sep 2023 · 1 min read नाम बदलें नाम बदलें आओ नाम बदलें समस्याओं का नाम समाधान रख दें निठल्लों का नाम विश्राम रख दें अल्लाह का नाम श्री राम रख दें हो सकता है कि हो जाए... Hindi · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 157 Share Sudhir srivastava 20 Aug 2023 · 2 min read वाह रे विपक्ष व्यंग्य वाह रे विपक्ष ---------------------- हमारे देश के विपक्षी नेताओं को क्या होता जा रहा है? बाहर चिल्ला रहे हैं कि सरकार चर्चा नहीं करा रही है, विपक्ष की आवाज... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 158 Share Dr. Kishan tandon kranti 20 Aug 2023 · 1 min read "मतलब" पक्ष और विपक्ष दिखते नहीं कोई भी निष्पक्ष। अपनी ही आहट से ये चौंकते हैं, एक जानकर बोला- निश्चिन्त रहिए आप ये काटते नहीं सिर्फ भौंकते हैं। मैंने उनसे पूछा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 6 167 Share मानक लाल मनु 20 Aug 2023 · 1 min read कितने बड़े हैवान हो तुम *☺️क्या क्या हो तुम😊* धरती के बड़े स्वान हो तुम, इस धरा के शैतान हो तुम,, दिन में दीन रात के हीन, बने फिरते हैवान हो तुम,, बड़े बड़े है... Hindi · हास्य-व्यंग्य 353 Share Sudhir srivastava 18 Aug 2023 · 2 min read देशप्रेम व्यंग्य ये कैसा देशप्रेम **************** आज सुबह सुबह एक शहीद की आत्मा से मेरी आत्मिक मुलाकात हो गई औपचारिक हाल चाल के बाद शहीद की आत्मा रो रोकर कहने लगी।... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 225 Share Dr MusafiR BaithA 15 Aug 2023 · 1 min read कितना दरियादिल है वह! 140 करोड़ लोग उसके परिवारजन हैं। जिस पार्टी को वह परिवार–पार्टी कहता है, उसके मतदाता को भी अपने परिवारजन में गिन लेता है। हमको आपको तो वह अपने परिवारजनों में... Hindi · हास्य-व्यंग्य 331 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Aug 2023 · 1 min read जुआ दिवस आज जुआ दिवस है उहो अंतर्राष्ट्रीय जुआ दिवस एहसे की जुआ का कॅरियर दांव पे है। इतने के बाद भी जुआ , आजकल दुइ नाँव पे है। जुआ और कउनो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 396 Share Sudhir srivastava 11 Aug 2023 · 1 min read आखिर क्या कर रहे हो व्यंग्य आखिर क्या कर रहे हैं ******************* काश! हमारे आपके भी भाग्य ऐसे होते किसी तरह सांसद या विधायक हो गये होते, गली मोहल्ले बाजारों मंदिरों की बजाय उनकी तरह... Hindi · हास्य-व्यंग्य 186 Share आकाश महेशपुरी 5 Aug 2023 · 1 min read नज़र का फ्लू नहीं बस मेल बढ़ता है यहाँ पर साथ खाने से बिमारी भी हमें मिलती किसी के पास आने से मुहब्बत के लिए नज़रों का मिलना है जरूरी पर नज़र का... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 3 191 Share आकाश महेशपुरी 2 Aug 2023 · 1 min read इश्क़ तेरा नींद के पूर्व या नींद के बाद में होती खुजली बहुत है किसी दाद में इश्क़ तेरा भी है दाद से कम नहीं दिल को खुजला रहे हैं तेरी याद... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 127 Share Radhakishan R. Mundhra 30 Jul 2023 · 1 min read "हास्य व्यंग्य" "हास्य व्यंग्य" देश और दुनिया में रोटी से ज्यादा खाई जाने वाली वस्तु है "घूस" और उससे से भी ज्यादा खाई जाने वाली चीज है "कसम" 😄😄😄 Hindi · Quote Writer · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 376 Share Satish Srijan 27 Jul 2023 · 1 min read सेकेंड हैंड मेम सचिन फंस गया प्यार में खेल के पफ जी गेम। पाक से भाग के आ गयी, एक सेकेंड हैंड मेम। एक सेकेंड हैंड मेम, साथ लाई बच्चे दो जोड़ी। सचिन... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 146 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Jul 2023 · 1 min read "शातिर बहेलिये" दिखते हैं सबके अलग-अलग हुलिये, आखिर हैं तो वो शातिर बहेलिये। हाथ अपना जोड़कर खींसे निपोरकर लोक-लुभावन भाषणों का खूबसूरत जाल बिछाते, मुस्कुराते बोतलों का खनकते रुपयों का लुभाते उपहारों... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 5 100 Share Dr. Kishan tandon kranti 25 Jul 2023 · 1 min read "कारोबार" दवाई दुकान के संचालक ने पूछने पर हमें बताया चिन्ता की दवाओं का आज बहुत ज्यादा स्कोप है, क्योंकि जमाने मे चिन्ताओं पर कहाँ कोई रोक है? चिन्ता तो चिन्ता... Hindi · हास्य-व्यंग्य 6 5 168 Share Mukesh Kumar Sonkar 20 Jul 2023 · 2 min read पैसा बोलता है भोंदू जैसे नालायक बच्चे की लगवानी हो सरकारी नौकरी, या काले मोटे लड़के को दिलानी हो शादी के लिए छोकरी, ये पैसा बोलता है। बाप की जलती चिता के सामने... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 4 307 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 19 Jul 2023 · 2 min read जिसके हारने की संभावना हो वह हमारा इंडिया नहीं है हम भारतीय हैं भारत हमारा देश है जिसे आर्यावर्त हिंद हिंदुस्तान और इंडिया भी कहते हैं इस गणतांत्रिक देश में सारे देशवासी मिलजुल कर रहते हैं कुछ अपवाद भी हैं... Hindi · कविता · फ्री-स्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 407 Share Saransh Singh 'Priyam' 13 Jul 2023 · 1 min read खाक पाकिस्तान! नापाक था, अब खाक है तू जो खुद कटे वो नाक है तू खुद के बच्चों को जो डस ले, वो तिलमिलाता नाग है तू।। भुखमरी के हाल से जो... Hindi · कविता · लेख · हास्य-व्यंग्य 1 219 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 4 min read पढ़ने की रंगीन कला / MUSAFIR BAITHA 'जनसत्ता' में 'दुनिया मेरे आगे' स्तभ में मेरा यह आलेख/व्यंग्य Monday, 21 October 2013 को छपा था : बिहार में एक लोकल ट्रेन में सफर का अनुभव किसी के लिए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 178 Share Paras Nath Jha 3 Jul 2023 · 2 min read डाकिया डाक लाया शाम को बाजार घुमते हुए मेरी नज़र अकस्मात इस लेटर बाॅक्स पर पड़ी। स्वत: स्फूर्त्त सड़क की बायीं ओर गाड़ी लगा कर मैं चुल्हे के रुप में सेवा दे रहे... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 297 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 1 min read विवाह रचाने वाले बंदर / MUSAFIR BAITHA तुलसीदास और वाल्मीकि जैसे ब्राह्मणों ने अलबेली कहानियां गढ़ीं। त्रेता जैसे ’शून्यकाल’ में भी उन्होंने आदमियों को उगा दिया। उन्होंने यही नहीं किया, बल्कि इन बेहद कल्पना कुशल बामनों ने... Hindi · हास्य-व्यंग्य 302 Share Buddha Prakash 28 Jun 2023 · 1 min read बस गया भूतों का डेरा जब से कलयुग ने घेरा, डिजिटल का हुआ सवेरा, मोबाइल ने रुख मोड़ा, बस गया भूतों का डेरा। तारे चमकते थे आसमान में, चमचमाहट नजर आती आधी रात में, रात्रि... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 3 380 Share Dr MusafiR BaithA 27 Jun 2023 · 1 min read कोरोना का रोना! / MUSAFIR BAITHA * चोरी-चकारी का डर भय समाप्तप्राय रहा। चाहो तो घर के दरवाज़े खोलकर सो लो! ** लुच्चे-लफंगे, गाली के गुंडे इस पीरियड में ’बेरोजगार’ रहे। स्कूलों-कॉलेजों, गर्ल्स हॉस्टलों के बंद... Hindi · हास्य-व्यंग्य 311 Share DR. Kaushal Kishor Shrivastava 20 Jun 2023 · 4 min read पुतलों का देश पुतलों का देश दरअसल कारपोरेट शहरों को देखने का आनंद तभी है जब भौचक होकर उनकी हर चीज़ देखी जाये। जैसा कि भौचक आनंद मांगीलाल जी को हो रहा है।... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 302 Share संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read वैशाख नंदन लक्ष्मण का आम आदमी कुछ बने न बने, पर मूर्ख ज़रूर बनता है। सालों से सरकारें विकास के नाम पर, टैक्स ले मूर्ख बनाती आ रही हैं। लेकिन हद तो... Poetry Writing Challenge · हास्य-व्यंग्य 1 228 Share संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read आनंद उन्होंने कहा शहर में आनंद मेला है, सो हम भी आनंद से भाव विभोर हो, पहुंचे आनंद के मेले में। पता चला अब आनंद दिल में नहीं, जेब में बसता... Poetry Writing Challenge · हास्य-व्यंग्य 1 223 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 2 min read आज का सूरत-ए-हाल परीक्षा के पर्चें लीक हो रहे खुलेआम बाजारों में चोर मूंछें ताने बैठें है आज की सरकारों में नोट फेंक कर वोट खरीदते इनको देखा जाता है मुफ्त की रेवड़ियों... Poetry Writing Challenge · कविता · हास्य-व्यंग्य 99 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 12 Jun 2023 · 2 min read * गूगल वूगल * डॉ अरुण कुमार शास्त्री ?एक अबोध बालक ?अरुण अतृप्त * गूगल वूगल * सालों साल निकल जाते हैं हम सब बिसरा ते जाते हैं ।। छोटी सी यादाश्त हमारी क्या... Poetry Writing Challenge · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 337 Share Anjana banda 11 Jun 2023 · 1 min read 2000 का नोट तुम हमारी जिन्दगी में आए तुम्हे देख हमने रंगीन सपने सजाए पहले तो हम तुम पर मिट गए , तुम्हारे रुतबे पर आकर सिमट गए। शुरू शुरू में तुमसे मिलने... Poetry Writing Challenge · 2000का नोट · कविता · हास्य-व्यंग्य 175 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 Jun 2023 · 1 min read बिना मोबाइल रिचार्ज के हो जाली बोर आधी रात ले जागेली उठे नाही भोर, बिना मोबाइल रिचार्ज के हो जाली बोर। नल , सिल -बट्टा नाही चला वेली, बाल्टी भरल पानी नाही उठा वेली, मिक्सर, मोटर चलाके... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 236 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read मुझे चित-चोर कहती है मुझे धड़कन कभी वो धड़कनों का शोर कहती है कि तुमसे ही मुहब्बत की बँधी यह डोर कहती है नजर उससे मिली क्या इत्तिफ़ाक़न एक दिन यारों न जाने क्यों... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 4 220 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2023 · 1 min read शामिल है कैबिनेट में... वो हो गया है खास मैं तो आम रह गया उसको सलाम करना मेरा काम रह गया शामिल है कैबिनेट में वो बिन पढ़े-लिखे पढ़-लिख के क्यों मैं आज भी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 193 Share Dr ShivAditya Sharma 26 May 2023 · 1 min read शहर मेरा कैसे बढ़े । शहर मेरा कैसे बढ़े, रे शहर मेरा कैसे बढ़े। इधर गड्डे बड़े बड़े, उधर गड्डे बड़े बड़े। सीधा चलाओ तो पहिया गड्डे में, बचाओ तो अगले से भिड़े। ऊपर से... Hindi · कविता · हास्य · हास्य-व्यंग्य 3 243 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2023 · 1 min read तिलक-विआह के तेलउँस खाना तारल मछरी, मुर्गा, सब्जी छानल भात मिठाई शादिन के इ तेलउँस खाना तेल निकाले भाई पूँडी के आटा में खूबे डालल जात रिफाइन ऊपर से भरपेट खिआवे लो साढ़ू-सढ़ुआइन चाउर... Bhojpuri · भोजपुरी कविता · हास्य-व्यंग्य 2 413 Share आकाश महेशपुरी 20 May 2023 · 1 min read नोट पुराने नोट पुराने बंद ये, फिर होंगे इस साल। पास तुम्हारे हों अगर, ले आओ तत्काल। ले आओ तत्काल, दृष्टि बटुए पर डालो। हे पत्नी जी आज, पुनः पेटी खंगालो। मिल... Hindi · कुण्डलिया · हास्य-व्यंग्य 2 330 Share Prakash Chandra 18 May 2023 · 2 min read रेल यात्रा संस्मरण 15. रेल यात्रा संस्मरण रेल दिखाती दुनिया के सच देशी और विदेशी । थ्री टायर से फर्स्ट क्लास फिर उसके ऊपर ए सी ।। चाय बेचते बच्चे देखे दस दस... Poetry Writing Challenge · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 287 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 17 May 2023 · 1 min read गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला गमछा जरूरी हs, जब गर्द होला। रजाई मजबूरी हs, जब शर्द होला। जवानी त जवानी हs सभे गिरेला। जे बुढ़ऊती में बिछिला, ऊ मर्द होला।। Bhojpuri · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 1 335 Share Sudhir srivastava 12 May 2023 · 2 min read बस आप इतना कीजिए व्यंग्य बस आप इतना कीजिए ******************** काका जी!आपने मुझे पहचाना मगर आप मुझे भला कैसे पहचानेंगे? मैं पांच साल बाद फिर जो आया हूं पर मैं भी क्या करता पिछले... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 130 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 8 May 2023 · 2 min read हार्पिक से धुला हुआ कंबोड नेता नेता वह है जो किसी देश या संगठन का भली-भाँति नेतृत्व करे साथ ही देश और लोगो को एकता के सूत्र में बांधे सज्जन को सम्मान दे दुष्टों को... Hindi · कविता · फ्रीस्टाइल · हास्य-व्यंग्य 2 348 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 7 May 2023 · 4 min read निजी विद्यालयों का हाल आजकल सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्रदान करने का नहीं रह गया है बलबूता इसलिए निजी विद्यालय ऐसे खुल रहे हैं जैसे उगता है कुकुरमुत्ता ऐसे विद्यालयों के शिक्षक बंधक... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 484 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2023 · 1 min read नारदीं भी हैं शब्द महज एक से ...बातों का कारवाँ बात उपजाने का हुनर इनसे सीखिए नारद के सापेक्ष अब नारदीं भी हैं फिरसे न पूछिएगा के किनसे पूछिए किसको खबर है गाँव... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 497 Share Diwakar Mahto 2 May 2023 · 1 min read नींद यह दुनिया है दोस्तों । यहाँ कोई किसी का नहीँ होता ।। लोग तभी य़ाद करते हैं। जब किसी की नींद मुकम्मल नहीं होता।। --दिवाकर महतो राँची (झारखंड) Hindi · कोटेशन · मुक्तक · लेख · शेर · हास्य-व्यंग्य 308 Share Sudhir srivastava 30 Apr 2023 · 1 min read काश! मैं भी बिहारी होता व्यंग्य काश! मैं भी बिहारी होता ***************** बिहार सरकार की दरियादिली देख उसकी आत्मा कचोटने लगी, वो सोचने लगा काश!वो भी बिहार का निवासी होता तो शायद वो भी आज... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 158 Share Diwakar Mahto 30 Apr 2023 · 1 min read कशमें मेरे नाम की। बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा। अब तो बस उतरने का इंतज़ार है। । बहुत खायी है झूठी कसमें तुमने मेरे नाम की । अब तो बस... Hindi · मुक्तक · लेख · शेर · हास्य-व्यंग्य 760 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 3 min read गांधी से परिचर्चा एक दिन नजर बचाकर राजघाट जाकर मैंने अलख जगाया तभी लाठी व लंगोटी वाला एक बूढ़ा सम्मुख आया उसकी आंखों पर चश्मा चढ़ा था वह काठी में पतला और कद... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 515 Share नंदलाल सिंह 'कांतिपति' 30 Apr 2023 · 2 min read श्रोता के जूते लोग औरों की बात करते हैं मगर मैं डरता हूँ इसलिए जब कभी भी मंच पर होता हूँ बस अपने घर की बात करता हूँ फिर भी जो होनी है... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 322 Share Previous Page 3 Next