Posts Tag: घनाक्षरी 803 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Lalita Kashyap 17 Dec 2021 · 1 min read सुर सुन्दरी जलहरण घनाक्षरी चारों चरणों में 8,8,8,8वर्ण अंत दो लघु सुर सुन्दरी लोचन चंचल सोहे, काया कंचन सोहे, लोचे वाणी अधरों की, मधुरम मधुरम। है चाल गजगामिनी, चमक मुख दामिनी, अलकों... Hindi · घनाक्षरी 1 305 Share Lalita Kashyap 16 Dec 2021 · 1 min read बसंत ऋतु मनहरण घनाक्षरी बसंत ऋतु ओढ़े पितांबर धरा, खिल उठी यौवनाई लाल पलाश गुलाब, झूमती अंबराई। हरे वर्ण पर्ण झूमे, तरुवर बेला छाई, रंग बिरंगे खग, लालिमा अंबर छाई। सुनहरी दामिनी... Hindi · घनाक्षरी 1 285 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2021 · 1 min read काशी विश्वनाथ। काशी विश्वनाथ का तो, बदल गया है रूप, लग रहा देख कर , हुआ चमत्कार है मुदित हैं त्रिपुरार,मिली गंगा जी की धार, काशी का नवल अब, हो गया श्रृंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 584 Share Lalita Kashyap 14 Dec 2021 · 1 min read किशोरी जलहरण घनाक्षरी 16-16पर यति 8,8,8,8वर्ण अंत लघु,लघु मुख लट घेरती है, अधरों को छेड़ती है, गौर वर्ण सी सूरत, सजे झील का कमल। आंखे तेरी नीली -नीली , सुबह की... Hindi · घनाक्षरी 175 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी बावरी पवन चली, चुनरी उड़ाती मेरी घुंघटा उतारे मेरा, लाज नहीं आती है। कौन दिशा से वो आई, यौवनको छूती मेरी दामन को चूम गई, कौन दिशा जाती... Hindi · घनाक्षरी 361 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी निशा सुकोमल निशा नारी सांवली सलोनी प्यारी चाल मतवाली न्यारी मन हर जाती है। कलाधर संग आती तारों को भी साथ लाती नभ से उतर आती क्रीडा... Hindi · घनाक्षरी 194 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read कली मनहरण घनाक्षरी कली रुत बेकरार आई, पवन सवार आई, कलियों ने आंखें खोली, बागों में बहार आई। सांवला- सलोना पिया, हाय भरमाए जिया, उड़- उड़ कली पर, करता पुकार है।... Hindi · घनाक्षरी 300 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read चिन्ता मनहरण घनाक्षरी चिन्ता चिन्ता चिता के समान, निर्धन या धनवान, बसती हृदय जब , राख कर जाती है । अनल लगाती हिय, नित तड़पाती जिया, तिल -तिल मारती है, जान... Hindi · घनाक्षरी 193 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read महा राजा छत्रसाल मनहरणघनाक्षरी महाराजा छत्रसाल महाराजा छत्रसाला, थामें खड़ग भाला, मुगल बादशाह को, धूल चटाई थी। योद्धा जी चंपतराय, भाला दे के निज लाला, लालकुंवरी ,खड़ग, दे खूब खेलाई थी। अवस्था किशोर... Hindi · घनाक्षरी 525 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 236 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read नवयौवना चित्राधारित रचना नवयौवना विधा मनहरण घनाक्षरी गौर छवि मन भायी, यौवन के संग आई, मुदित मंद मुस्काई, देखो कोई हूर है। कोमल सुंदर तन, आई देखो बन- ठन, देख-देख वेशभूषा,... Hindi · घनाक्षरी 1 954 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read ओस मनहरण घनाक्षरी ओस वार्णिक छंद। विधान 8,8,8,7 यति16,15, पदान्त गुरु सम तुकांत । नभ से उतर आई, बूंद रूप मन भायी, हीरे जैसी चमक की, लड़ियों की तार है। आते-... Hindi · घनाक्षरी 421 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read सुन्दरी मनहरणघनाक्षरी सुन्दरी चंद्रमुखी सी सूरत, मन मोहिनी मूरत, श्याम-श्याम अलकों का, सिर पर जाल है। कमसिन कामिनी है, चन्द्रमा की चांदनी है, काली-काली पलकें है, मुख लाल-लाल है। सोलह शिंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 459 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Dec 2021 · 1 min read विचार मनहरण घनाक्षरी विचार शक्ति महान चिंतन से पहचान चरित्र निर्माण दिशा विचार ही देते है। वैचारिक प्रदूषण स्वार्थपूर्ण आचरण सामाजिक बिखराव विचार ही देते है। हर व्यक्ति आज दुखी देख... Hindi · घनाक्षरी 1 1 419 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 6 Dec 2021 · 1 min read शिशिर ऋतु -२ हरी-हरी हरियाली खेतों में खलीयानो में वसुधा पर हरि-हरि चुनर लहराती है। भोर काल प्रातः काल हरी हरी पत्तियों पर उषा रानी श्वेत-श्वेत मोती जड़ाती है। टप- टप गिरती हुई... Hindi · घनाक्षरी 3 1 365 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 5 Dec 2021 · 1 min read शिशिर ऋतु-१ सिहर-सिहर उठे- उठे तन मन मोरा शिशिर की रौनक बढ़ने लगी है। हाथ पैर तीड़े- तीड़े मानो सब पीड़े -पीड़े चमचम रुखी काया होने लगी है। नीर- नीर ठण्डा- ठण्डा... Hindi · घनाक्षरी 3 2 708 Share Rajesh vyas 3 Dec 2021 · 1 min read *वे तो याद आते हैं* __ घनाक्षरी एक बार गुजरा था उनकी गली से मैं तो। बार-बार रोज अब वे तो याद आते है।। कितने हसीन थे इशारे उनके वे प्यारे। जागता हूं सारी रात वे तो... Hindi · घनाक्षरी 3 4 480 Share Rajesh vyas 2 Dec 2021 · 1 min read होती तकरार है ______ घनाक्षरी चल रही चल रही कैसी यह बयार है। छोटी-छोटी बातों पर होती तकरार है। नर देखे नारी देखी देखे घर परिवार। प्रीत प्यार भूल गए होती तकरार हैं।। मान सम्मान... Hindi · घनाक्षरी 3 4 288 Share Rajesh vyas 29 Nov 2021 · 1 min read डराने को आई है _ घनाक्षरी एक बार फिर से तो रूप नया धर कर। बीमारी तो भाई मेरे डराने को आई है।। रहना सजग हमें कहना सभी से तुम।। गम न दे जाए कहीं डराने... Hindi · घनाक्षरी 5 6 331 Share Ram Krishan Rastogi 28 Nov 2021 · 1 min read चलनी विधा वर्ण पिरामिड चलनी ***†**************** ए चलनी तेरे में है अनेको छेद जब तू छानती है कर देती है सबको अलग अलग करके भेद आर के रस्तोगी गुरुग्राम Hindi · घनाक्षरी 1 287 Share Lalita Kashyap 28 Nov 2021 · 1 min read प्राकृतिक सौंदर्य डमरु घनाक्षरी 8,8,8,8 प्रत्येक लघु वर्ण अरुण उदय रवि ,पत गत नभ चर, बहत पवन फिर ,सर सर सर सर, फिरत_फिरत नभ ,मनहर जलधर, हरित- हरित गिरी, नयनन भर भर।... Hindi · घनाक्षरी 2 521 Share Rajesh vyas 27 Nov 2021 · 1 min read यहां से उठालूँ ____घनाक्षरी यहां से उठालूं और भिजवा दूं तुमको मैं। एडिटिंग वैडिटिंग मुझे नहीं आता है।। लिखता हूं दिल से नकल नहीं करता। चोरी वोरी करना भी मुझे नहीं आता है।। दिल... Hindi · घनाक्षरी 3 4 478 Share Rajesh vyas 26 Nov 2021 · 1 min read अजब किया है श्रंगार ____घनाक्षरी अजब किया है श्रंगार आज भाई उसने। उसको न लाज आई किया बदनाम है।। परंपरा छोड़कर चली कहां दौड़कर। उजली सी काया को तो किया बदनाम है।। लगता नही है... Hindi · घनाक्षरी 1 285 Share Rajesh vyas 25 Nov 2021 · 1 min read प्रीत के ही गीत गाता __घनाक्षरी प्यास लगी प्यास लगी _ मुझको तो प्यास लगी। प्याला कोई प्रेम का तो मुझको पिलाओ रै।। प्रीत के ही गीत गाता_ आता नहीं और कुछ। मेरी सरगम में भी... Hindi · घनाक्षरी 2 2 273 Share आकाश महेशपुरी 25 Nov 2021 · 1 min read खर्च का बोझ जबसे समाज में है फोन का चलन हुआ, नया एक खर्च हमें पड़ता है झेलना। कि कभी पेट्रोल, गैस, बिजली का बिल भरो, जल भी पियो तो अब पड़ता खरीदना।... Hindi · घनाक्षरी 1 1 389 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read जल चक्र डमरु घनाक्षरी सभी वर्ण लघु 16,16पर यति 8,8,8,8 जल चक्र सर- सर उड़-उड़, नगर नगर नभ। छम- छम बरसत ,घनन -घनन घन। कड़ ,कड़ कड़ ,कड़, गरज गरज कर। बरस... Hindi · घनाक्षरी 1 2 527 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 255 Share Lalita Kashyap 22 Nov 2021 · 1 min read चांद मनहरणघनाक्षरी चांद सोलह कलाएं लिए, प्रभा संग नित जीए, नील गगन पर छाए, सोमाभा अपार है। गगन पे नित डोले, रोहिणी के संग होले , झूम -झूम तारो बीच ,... Hindi · घनाक्षरी 317 Share Rajesh vyas 22 Nov 2021 · 1 min read कलम कटार मेरी ____घनाक्षरी कलम कटार मेरी तेज जिसकी धार है। वार करे ऐसा करे जंग जीत जाती है।। अनाचारी दुराचारी शत्रुओं को देखकर। जुड़कर नीति संग जंग जीत जाती है।। प्रेम के तराने... Hindi · घनाक्षरी 2 2 252 Share Rajesh vyas 21 Nov 2021 · 1 min read आपके ही बीच का ___ घनाक्षरी बोल बोल मीठा बोल चुना न लगाइए जी। सीधा सादा आदमी हूं, आपके ही बीच का।। तोल में भी मारते हो मोल मनमाना लेते। अनपढ़ आदमी हूं आपके ही बीच... Hindi · घनाक्षरी 4 4 396 Share दीपक झा रुद्रा 21 Nov 2021 · 1 min read ऐसे छू छू जैसे बाला रूप में छुछुंदरी। *एक घनाक्षरी* *हास्य रस* सलीका नहीं पता तुम्हें बोलने का बोलती हो। ऐसे छू छू जैसे बाला रूप में छुछुंदरी। मुंह लटकाई ऐसे लगती हो जैसे कोई। बिल्ली बनना चाह... Hindi · घनाक्षरी 2 240 Share अवध किशोर 'अवधू' 20 Nov 2021 · 1 min read कंगना बजा के नाच नंगा दिखलाने वाली घनाक्षरी कंगना बजा के नाच नंगा दिखलाने वाली उसी को आदर देगी जो उसे निहारेगा जाहिर है उसी पे मरेगी वह रात दिन सर्वाधिक उसपर रकम जो वारेगा होगा जो... Hindi · घनाक्षरी 2 461 Share Lalita Kashyap 20 Nov 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरणघनाक्षरी विरह की रैन बीती , प्रेम बाजी मेरी जीती, सांवरा- सलोना पिया, गले से लगाता है। हृदय में लड्डू फूटे, भावना की धारा छूटे, बाहुपाश जकड़ के, प्रीत को... Hindi · घनाक्षरी 284 Share Lalita Kashyap 19 Nov 2021 · 1 min read जल चक्र डमरु घनाक्षरी सभी वर्ण लघु 16,16पर यति 8,8,8,8 जल चक्र सर- सर उड़-उड़, नगर नगर नभ। छम- छम बरसत ,घनन -घनन घन। कड़ ,कड़ कड़ ,कड़, गरज गरज कर। बरस... Hindi · घनाक्षरी 1 516 Share Rajesh vyas 19 Nov 2021 · 1 min read मैं था अनजान और _____ घनाक्षरी मैं था अनजान और तुम भी नादान गौरी। नजरे हमारी जब चोरी चोरी लड़ी थी।। प्रेम जागा प्रीत जागी अंखियों से नींद भागी। धीरे-धीरे अपनी कहानी आगे बढ़ी थी।। कुछ... Hindi · घनाक्षरी 2 2 386 Share Lalita Kashyap 18 Nov 2021 · 1 min read कली मनहरण घनाक्षरी कली रुत बेकरार आई, पवन सवार आई, कलियों ने आंखें खोली, बागों में बहार है। सांवला- सलोना पिया, हाय भरमाए जिया, उड़- उड़ कली पर, करता पुकार है।... Hindi · घनाक्षरी 1 6 382 Share Rajesh vyas 16 Nov 2021 · 1 min read सुनो मेरे पतिदेव ___ घनाक्षरी एक दिन बोली बीबी सुनो मेरे पतिदेव। किसी बड़ी होटल का खाना तो खिलाइए।। सजे है बाजार चलो वहीं पर चलते हैं कंगन पायल चूड़ी कुछ तो दिलाइए।। सुनकर बोला... Hindi · घनाक्षरी 3 2 385 Share दीपक झा रुद्रा 14 Nov 2021 · 1 min read क्यों न बाल दिवस हो उनके निशान पर। आओ आओ मैं सुनाऊं पुण्य इतिहास में हैं। खालसा के पंथ पंथ पंथ कुरबान पर। बीच दरबार में जो चुनवा दिए गए थे। साहिब के चार शहजादे बलिदान पर। अजीत... Hindi · घनाक्षरी 2 2 509 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Nov 2021 · 1 min read चारों ओर खुशी ( लावणी छंद) जय माँ शारदा लावणी छंद असुरों का वध कर आये हैं, अवधपुरी रघुवर मेरे | जगमग- जगमग दीप जले हैं, चारों ओर खुशी घेरे | इसी दिवस भगवन श्रीहरि ने... Hindi · घनाक्षरी 4 1 379 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2021 · 1 min read प्रेम सीमा *मनहरण घनाक्षरी* **************** **** प्रेम -सीमा*** **************** प्रेम की नहीं है सीमा, कोई चाहे न हो बीमा, शत्रु से वैर नहीं, होता जब भरोसा है। बेजुबान होते चाहे, जानवर प्यारे... Hindi · घनाक्षरी 2 1 282 Share Rajesh vyas 8 Nov 2021 · 1 min read यह भी गया वो भी गया __घनाक्षरी यह भी गया वो भी गया तू भी चला जाएगा। जाग जाग अब जाग बाद में पछताएगा।। मत भाग यहां वहां जहां न तेरा काम रे। कर जा ऐसा काम... Hindi · घनाक्षरी 4 6 251 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Nov 2021 · 1 min read दीपोत्सव (मत्तगयंद सवैया) दीपोत्सव पर्व दीपावली की आप सभी को सपरिवार ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ एवं हार्दिक बधाई। दीप जला उजियार करो, मन के तम को तुम दूर करो जी। द्वेष मिटे उर नेह... Hindi · घनाक्षरी 1 2 487 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Nov 2021 · 1 min read घर घर दीप जले मनहरण - घनाक्षरी *************** **घर-घर दीप जले* **************** घर - घर दीप जले, खुशियों के पल मिले, सभी के मन खिले, आई आज दीवाली है। गुलाब सा दिल खिला, रोम... Hindi · घनाक्षरी 1 543 Share Sheela Gahlawat Seerat 1 Nov 2021 · 1 min read माया तो ठगनी है (माहिया छंद) माहिया छंद "माया तो ठगनी है" माना यह वजनी है इससे बचकर चल माया तो ठगनी है कुछ पाँव धरें ऐसे जीवन जीवन हो कुछ काम करें ऐसे अब तो... Hindi · घनाक्षरी 3 453 Share Ashok Sharma 31 Oct 2021 · 1 min read कुम्हार ब्रह्माजी का रूप धर, मृतिका को रौंद कर, रचे नयी नयी चीज, कुम्भकार कहलाता। छोटे छोटे बेच दीया, जग में प्रकाश किया, प र्या व र ण सुरक्षा, खातिर हाथ... Hindi · घनाक्षरी 2 2 453 Share Rajesh vyas 31 Oct 2021 · 1 min read शारदे का ध्यान करूं ____ घनाक्षरी शारदे का ध्यान करूं, मंच को प्रणाम करूं। सुनने वाले श्रोताओं मेरा राम राम है। आयोजको ने बुलाया चलकर मैं भी आया। सुनाऊंगा प्रेरणादायी अनुनय नाम है।। मेरे हौसले बढ़ाओ... Hindi · घनाक्षरी 3 4 239 Share Ravi Prakash 30 Oct 2021 · 1 min read दीवाली हो (घनाक्षरी) *दीवाली हो (घनाक्षरी)* °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° इतने दीपक चहुँ ओर जलें धरती पर रात न काली हो, खुशियों से मन महके सबका कोना न कहीं पर खाली हो, अधरों पर गीत मधुर... Hindi · घनाक्षरी 1 241 Share Rajesh vyas 28 Oct 2021 · 1 min read धक-धक करता है __घनाक्षरी धक धक करता है जब भी यह दिल मेरा । तेरा ही तो चेहरा नजर मुझे आए री।। सब कुछ छोड़ कर तेरे पीछे चला आऊं। रंग रूप तेरा मुझे... Hindi · घनाक्षरी 3 6 400 Share Rajesh vyas 28 Oct 2021 · 1 min read पास होने के लिए ही __ घनाक्षरी पास होने के लिए ही पड़ता रहा हूं मैं तो। हो गया हूं पास मैं तो मेरे इम्तिहान में।। करी डिग्रियां हासिल काबिल बना हूं मैं। खोज रहा हूं काम... Hindi · घनाक्षरी 2 222 Share Rajesh vyas 25 Oct 2021 · 1 min read बोली बोली बीबी मेरी __ घनाक्षरी बोली बोली बीवी मेरी सुनो मेरे पतिदेव. मुझसे किया था वादा उसको निभाओ ना।। झुमका दिलाऊं तुझे कंगन दिलाऊंगा मैं। लाए नही चूड़ी पायल ,कुछ तो दिलाओ ना।। तेरे लिए... Hindi · घनाक्षरी 1 285 Share Previous Page 5 Next