Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2021 · 1 min read

यह भी गया वो भी गया __घनाक्षरी

यह भी गया वो भी गया तू भी चला जाएगा।
जाग जाग अब जाग बाद में पछताएगा।।
मत भाग यहां वहां जहां न तेरा काम रे।
कर जा ऐसा काम तू याद में रह पाएगा।।
भाव भक्ति का जगा ले अहंकार तू मिटा ले।
गुजर रहा है जीवन ,गुजर ही जाएगा।।
छोड़ जा निशानी तेरी अपनी भी कहानी।
अमरता का फल सदा के लिए पाएगा।।
राजेश व्यास अनुनय

4 Likes · 6 Comments · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
*दो दिन फूल खिला डाली पर, मुस्काकर मुरझाया (गीत)*
Ravi Prakash
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
Acharya Rama Nand Mandal
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
आर.एस. 'प्रीतम'
पहले जैसा अब अपनापन नहीं रहा
पहले जैसा अब अपनापन नहीं रहा
Dr.Khedu Bharti
परिवार
परिवार
डॉ० रोहित कौशिक
....????
....????
शेखर सिंह
आदर्श
आदर्श
Bodhisatva kastooriya
ईश्वर की कृपा
ईश्वर की कृपा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हृदय के राम
हृदय के राम
Er. Sanjay Shrivastava
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
Akash Yadav
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ये पल आएंगे
ये पल आएंगे
Srishty Bansal
दुनियादारी....
दुनियादारी....
Abhijeet
बचपन की सुनहरी यादें.....
बचपन की सुनहरी यादें.....
Awadhesh Kumar Singh
*ईर्ष्या भरम *
*ईर्ष्या भरम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
*
*"घंटी"*
Shashi kala vyas
"ताले चाबी सा रखो,
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"फितरत"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता का प्लॉट (शीर्षक शिवपूजन सहाय की कहानी 'कहानी का प्लॉट' के शीर्षक से अनुप्रेरित है)
कविता का प्लॉट (शीर्षक शिवपूजन सहाय की कहानी 'कहानी का प्लॉट' के शीर्षक से अनुप्रेरित है)
Dr MusafiR BaithA
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धुनी रमाई है तेरे नाम की
धुनी रमाई है तेरे नाम की
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
🥀✍अज्ञानी की 🥀
🥀✍अज्ञानी की 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Expectations
Expectations
पूर्वार्थ
दो धारी तलवार
दो धारी तलवार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गए हो तुम जब से जाना
गए हो तुम जब से जाना
The_dk_poetry
कुछ नमी
कुछ नमी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...