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28 Nov 2021 · 1 min read

चलनी

विधा वर्ण पिरामिड चलनी
***†****************

चलनी
तेरे में है
अनेको छेद
जब तू छानती है
कर देती है सबको
अलग अलग करके भेद

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

1 Like · 267 Views
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