Tag: ग़ज़ल/गीतिका
15k
posts
जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत।
सत्य कुमार प्रेमी
इक अदा मुझको दिखाया तो करो।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
गोरा है वो फिर भी काला लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हारी दुआ।
सत्य कुमार प्रेमी
दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया।
सत्य कुमार प्रेमी
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो।
सत्य कुमार प्रेमी
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है।
सत्य कुमार प्रेमी
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
जो उसने दर्द झेला जानता है।
सत्य कुमार प्रेमी
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
सत्य कुमार प्रेमी
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
221/2121/1221/212
सत्य कुमार प्रेमी
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
सत्य कुमार प्रेमी
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
सत्य कुमार प्रेमी
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
जिन्दगी का मामला।
Taj Mohammad
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
अंसार एटवी
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
अंसार एटवी
कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
अंसार एटवी
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
अंसार एटवी
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
अंसार एटवी
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
अंसार एटवी
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अंसार एटवी
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
वो ठोकर से गिराना चाहता है
अंसार एटवी
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
अंसार एटवी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
मै पत्नी के प्रेम में रहता हूं
भरत कुमार सोलंकी
महाकाल महिमा
Neeraj Mishra " नीर "
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो।
सत्य कुमार प्रेमी
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
होली पर बस एक गिला।
सत्य कुमार प्रेमी
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है।
D.N. Jha
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
सत्य कुमार प्रेमी
करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
सत्य कुमार प्रेमी
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
सत्य कुमार प्रेमी