Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 3 Next सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। वफ़ा पर वफ़ा मैं किए जा रहा हूॅं।1 दिये दूसरों को सदा दर्द तोहफें, वही कर्म फल अब लिए जा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मत गमों से डर तू इनका साथ कर। गज़ल 2122/2122/212 मत गमों से डर तू इनका साथ कर। जिंदगी है इन से दो दो हाथ कर।1 जिंदगी तेरे हवाले कह दे तू, जो भला मेरे लिए हे नाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। गज़ल 221/2121/1221/212 गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। जिनको पड़ोसियों से कोई वास्ता न था।1 वो जिंदगी से जंग भी अच्छी लगी मुझे, उस वक्त जाति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 20 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। गज़ल 212/212/212/212 जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। उसको अपना बना पाना मुश्किल बहुत।1 दीप जिसको बुझा दे ज़रा सी हवा, उसका आंधी में टिक जाना मुश्किल बहुत।2 पैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इक अदा मुझको दिखाया तो करो। मुक्तक इक अदा मुझको दिखाया तो करो। जुल्फ चेहरे पर गिराया तो करो। चांद सा चेहरा दिखाने के लिए, नाज़-ओ-नखरे से हटाया तो करो। ........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। मैं भटकों को रस्ता दिखाने चला हूॅं।1 रहे हैं अधूरे जो भी ख्वाब अब तक, कि मैं ऐसे सपने सजाने चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गोरा है वो फिर भी काला लगता है। गज़ल गोरा है वो फिर भी काला लगता है। बीबी का भाई है साला लगता है।😊 घर पर जब भी आती है साली मेरी, साढ़ू मुझको इक रखवाला लगता है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तुम्हारी दुआ। गज़ल 122/12 तुम्हारी दुआ। हमारी दवा।1 गुज़ारिश यही, न देना दगा।2 खुदा की कसम, तू है मरहवा।3 कि मर जाएंगे, न तू यूं सता।4 हैं तन से अलग, न दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। गज़ल 221/2121/1221/212 दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। इंसां वही है आज भी चेहरा बदल गया।1 लड़के व लड़़कियाॅं भी सभी एक सी दिखें, परवरदिगार कैसा जमाना बदल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। गज़ल 2122/2122/2122 मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। भूखे प्यासे जूझते हैं हर कमी से।1 कुछ करो जो गम के मारे मुस्कुराएं, कुछ पलो को दूर होकर बेबसी से।2 क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। दीपावाली- एक गज़ल तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। बहुत मुबारक प्रियवर तुमको खुशियों भरी दिवाली हो। दुख की धूप कभी न आए, खुशियों की बरसात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। मुक्तक बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। बच्चे हैं इक फूल जो कलियां होते हैं। कल बेकल हो जाता है,बच्चों के बिन, बच्चे ही तो कल की खुशियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। 👭बाल दिवस पर बधाई 🧑🤝🧑 मुक्तक -1- जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। जिनके बिन हर सुख भी बौना लगता है। जिनसे प्यार किया है चाचा नेहरू ने, उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। गज़ल 221/2121/1221/212 यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। हाथों में हाथ हों न हों पर दिल मिला रहे।1 गुलशन की रंग-ओ-खशबू बिखरती रहे सदा, हर फूल डाली पर यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो उसने दर्द झेला जानता है। गज़ल 1222/1222/122 जो उसने दर्द झेला जानता है। वो पल पल कैसे टूटा जानता है।1 ग़रीबी या अमीरी में पला जो, कहां मिलता है सोना जानता है।2 सफलता भी उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू बस खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 20 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 2 min read खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। गीत- जीवन क्या है समझ न पाए समझ रहे हैं खेल। खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। (कि भैया जीवन है ये रेल) मां की कोख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 24 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। 1222/1222/122 मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। सुखी हैं दुख की सोचा क्यों करें हम।1 कोई इंसान हो अपना पराया, किसी के साथ धोका क्यों करें हम।2 जहां मिलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read 221/2121/1221/212 गज़ल 221/2121/1221/212 सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। कितना कठिन है प्यार में झंझट तमाम हैं।1 टेडी बियर गुलाब कभी चॉकलेट लिए, सब घूमते हैं पीछे के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गज़ल अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गिरगिट भी देख करके उनको दंग हो गए।1 दिल में छुपा के रखते हैं न जाने कितने राज, दिल दिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। गज़ल 221/2121/1221/212 तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। सबसे हसीन आपका हो खुशगवार दोस्त। हो जाए आपका तो रहे आपका ही बस, कितना भी चाहें लाख उसे बेशुमार दोस्त।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share Taj Mohammad 17 May 2024 · 1 min read जिन्दगी का मामला। जिन्दगी का मामला सख्त लगता हैं। यूं सुधरने में थोडा तो वक्त लगता हैं।। ये आदत है छूटते छूटते ही जायेगी। कुछ भी छूटे जिन्दगी में दर्द होता है।। तेरे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा मैं हंसों की तरह तालाब को अब मर के छोड़ूँगा मुझे मालूम है सय्याद ने लूटा चमन को है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 29 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है हमारे गाँव में काफ़ी बड़ा बाज़ार लगता है ये सब तो ग़ैर-मुमकिन था कि वो ख़ंजर चलाएगा मुझे तो ये बताया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता हवाओं में चराग़ों का गुज़ारा हो नहीं सकता हसद रखता हो जो दिल में हमेशा चाल चलता हो हक़ीक़त में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 25 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता लिखा हो जो मुक़द्दर में मिटाया जा नहीं सकता जिसे तुम राज़ देते हो वही नुक़्सान भी देगा यहाँ हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 25 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है वो हिंदुस्तान में अपना ज़माना छोड़ जाता है जहाँ लाखों करोड़ों लोग अब भी गुनगुनाते हैं वो अल्लामा यहाँ अपना तराना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं उसे जब भूख लगती है वो दाना ढूँढ लेता है परिंदा शाम को फिर आशियाना ढूँढ लेता है वो जिसका घर नहीं होता उसे भी नींद आती है वो सोने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली दुख की घड़ी में पलके जो आँसू से क्या मिली तितली के तब से सैकड़ों दुश्मन बने हुए फूलों से क्या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं ये तख़्त ओ ताज इसलिए सारे उसी के हैं डसने का जिसका काम ही सदियों से चल रहा ये नाग हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं कि जैसे सामने कश्ती के कुछ गिर्दाब रहते हैं जिसे देखा गया हो बस गरजने की ही सूरत में उसी एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 19 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read वो ठोकर से गिराना चाहता है वो ठोकर से गिराना चाहता है मुझे पत्थर पे लाना चाहता है जिसे अपना समझता हूँ जहाँ में वो रस्ते से हटाना चाहता है उसे होते नहीं देखा किसी का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा वो सबसे अब दिखावा कर रहा होगा चराग़ों पर अभी है गर्दिश-ए-दौराँ वो आँधी को इशारा कर रहा होगा वो रातों को बड़ी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ छानी हो खाक़ जिस ने भी अपने बदन के साथ उस शख़्स से ना पूछिये उसकी ख़ुशी का हाल जिसने गुज़ारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी टूटा हो जैसे कोई सितारा अभी अभी जैसे किसी ने साँप के फन को कुचल दिया अपनी अना को ऐसे ही मारा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 22 Share भरत कुमार सोलंकी 16 May 2024 · 2 min read मै पत्नी के प्रेम में रहता हूं विसय मैं पत्नी के प्रेम में रहता हूं । विधा. मुक्तक दिनांक. १६:५:२०२४ बिन ब्याह आजाद ख्यालो में मैं उसके चक्कर. काटता हू अकेला बैठ ,मैं उसके ख्यालों में ,चाहकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share Neeraj Mishra " नीर " 16 May 2024 · 1 min read महाकाल महिमा कल कल बहती गंग धारा , जिन जटओं से कंठ नीला पड़ गया हो , जहर की धाराओं से सर्प ले रहा हो अंगड़ैया , जिस शिरोधरा पर तांडव कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका 1 19 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 16 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। गज़ल 221/1222/221/1222 आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। जुल्फों के घने बादल, अब खुल के बरसने दो। जीवन का सबक यारो, ये याद रखो हरदम, गिरता जो सॅंभलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 28 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए।.. मतला छोड़कर उनको हम आगे आ गए। अपनों को हम किसलिए बिसरा गए।...हुस्ने मतला भूख के मारे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 23 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read होली पर बस एक गिला। ग़ज़ल होली पर बस एक गिला। वो क्यों मुझसे नहीं मिला। खोले थे दिल के दरवाजे, उसने रक्खा बंद किला।। हम दोनों तो एक से हैं, गांव शहर औ'र एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 26 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह फॅंसे है, छूटा इधर किनारा, छूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 20 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। गज़ल 2122/1122/1212/222 प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। जीत में हार हो तो हार की जरूरत क्या है।1 शब्द भी तीर कमानों की तर्ह होते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 25 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल 22/22/22/22 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 22 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये बता दे तू किधर जाएंगे। गज़ल 2122/1122/22(112) ये बता दे तू किधर जाएंगे। हम मुसाफिर हैं गुजर जाएंगे।1 देख लेंगे जो मुझे आईने, टूटकर खुद ही बिखर जाएंगे।2 मुझको मरना भी अगर होगा कभी, तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 21 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। यही हम जानते हैं ये ,सभी तो राज रानी है। जपे जॅंह नाम राधे का, वहीं ब्रजधाम हो जाए, यही तुलसी यही... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 3 40 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। गज़ल - 221/2121/1221/212 दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। फिर से बहार आई है पोते की जन्म पर।1 दादा खुशी से झूमते, दादी भी नाचती, अब बट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। गज़ल- 212/212/212/212 करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। झूठ को सच बताकर वो छलता रहा।1 वो अमीरों को अपना बनाता रहा। जो था मुफलिस वो बेमौत मरता रहा।2 सबको सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 18 Share Previous Page 3 Next