Posts Tag: लेख 5k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Sahityapedia 26 Jan 2021 · 3 min read "कोरोना" - साहित्यपीडिया काव्य संग्रह अब प्रीऑर्डर के लिए उपलब्ध हमने कोरोना विषय पर एक काव्य प्रतियोगिता करवाई थी जिसमें से चुनी हुई रचनाओं का काव्य संग्रह प्रकाशित किया जा रहा है। "कोरोना" काव्य प्रतियोगिता की जानकारी इस लिंक पर... Hindi · Blog · लेख 10 11 2k Share राजेश 'ललित' 23 Nov 2021 · 4 min read कर्पूर एक--गुण अनेक इसमें 'कपूर' के धार्मिक और औषधीय गुणों के प्रयोग की व्याख्या की गई है। आशा है लेख पसंद आयेगा ------------------------------- ।कर्पूर एक।। ।गुण अनेक। --------------------------- कर्पूर अथवा आम भाषा में... Hindi · लेख 10 3 828 Share Sahityapedia 26 Dec 2021 · 1 min read विजेता सूची- उत्सव- कहानी प्रतियोगिता उत्सव- कहानी प्रतियोगिता में सभी रचनाकारों द्वारा सुन्दर कहानियाँ सम्मलित की गयीं। इस प्रतियोगिता के विजेताओं की सूची इस प्रकार है- प्रथम पुरस्कार- Rashmi Sanjay द्वितीय पुरस्कार- SHASHANK TRIVEDI (प्रथम... Hindi · Blog · लेख 10 19 611 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Mar 2022 · 2 min read सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को ' वक़्त बदला और इस बदलते वक्त ने हमारी जिंदगी के मायने भी बदल के रख दिये है आज आलम यह है कि लोग जिंदगी को जी कम रहे है और... Hindi · लेख 10 318 Share Dr fauzia Naseem shad 27 Mar 2022 · 2 min read सकारात्मक सोच प्राय: जीवन में मिलने वाले दुःख असफलताएं हमे निराशा से भर देते है वहीं हमारे जीवन की गतिशील्ला को भी पूर्णता अवरुद्ध कर देती हैं जो कि किसी भी रूप... Hindi · लेख 10 171 Share Priya Maithil 16 May 2022 · 2 min read बुद्ध या बुद्धू हम लोग क्षुब्ध होते हैं...मुग्ध होते हैं.. क्रुद्ध होते है..बस बुद्ध नहीं हो पाते.. एक बूढ़ा आदमी ..एक शव ..एक बीमार आदमी..लगभग रोज देखते हैं लेकिन हमारी बुद्धि प्रबुद्ध नही... Hindi · लेख 10 10 858 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 2 min read नैतिकता ज़रूरत है वक़्त की फिलहाल में हमारे देश में जिस प्रकार का असंतोष का वातावरण बना और जिस प्रकार हमारे समाज और देश को तोड़ने वाली जो समस्याएं उत्पन्न हुई उसके पीछे राजनीति, नफ़रत,... Hindi · लेख 10 362 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Sep 2018 · 3 min read धर्म की रक्षा धर्म के विषय में एक श्लोक है : स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः अर्थात अपने धर्म के लिए मरना भी श्रेष्ठ है ।दूसरे धर्म के लिए मरना भयानक यानी की... Hindi · लेख 9 794 Share Dimpal Khari 7 May 2019 · 2 min read रिश्तों की कम होती अहमियत .... आज के इस बदलते युग में जहाँ रिश्तों की परिभाषा बदली है साथ साथ रिश्तों की अहमियत भी बदल गयी है ।जब एक बच्चे का जन्म होता है तभी से... Hindi · लेख 9 2 2k Share Shyam Sundar Subramanian 27 Mar 2020 · 9 min read शाहीन बाग आंदोलन क्या गारंटी है फिर से नहीं लौटेगा शाहीन बाग आंंदोलन पाञ्चजन्य समाचार पत्र मे प्रकाशित लेख दिनांक 26-मार्च-2020 शाहीन बाग का धरना खत्म हो गया। उसे खत्म होना भी था।... Hindi · लेख 9 2 335 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Aug 2020 · 3 min read पर्युषण एवं क्षमावाणी पर्व जैन धर्म में दशलक्षण पर्व का बहुत महत्व है। इसे 'पर्युषण पर्व' भी कहा जाता है। इन 10 दिनों के दौरान प्रथम दिन उत्तम क्षमा, दूसरा दिन उत्तम मार्दव, तीसरा... Hindi · लेख 9 8 356 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Sep 2020 · 2 min read व्यक्तिगत स्वतंत्रता जीवन भर हम संघर्षरत रहते हैं। अपने प्रिय जनों एवं परिवार के हितों की रक्षा करने के लिए इस संघर्ष में हम सब कुछ बलिदान कर देते हैं। स्वजनों की... Hindi · लेख 9 8 352 Share राजेश 'ललित' 12 Aug 2021 · 1 min read आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना आस्तिक-अर्थ एवं विवेचना ---------------------------- आस्तिक:--ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास रखने वाला व्यक्ति आस्तिक कहलाता है।यह संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ है विद्यमान होना;उपस्थित होना।साकार रूप से जो हर स्थान... Hindi · लेख 9 847 Share राजेश 'ललित' 17 Aug 2021 · 1 min read --------स्वास्तिक------- --------स्वास्तिक------- अर्थ::महत्व::व्याख्या -------------------------------- स्वास्तिक हिंदु धर्म का सनातन एवं शुभता का प्रतीक माना गया है ।हर शुभ कार्य करने से पहले इसका चिन्ह बनाया जाता है। ईश्वर दसों दिशाओं के... Hindi · लेख 9 2 524 Share राजेश 'ललित' 22 Aug 2021 · 3 min read -- रक्षा सूत्र बंधन-- रक्षा सूत्र बंधन ------------------------------- रक्षा बंधन भारत के प्राचीनतम त्यौहारों में से एक ऐसा पर्व है जो कि सनातन काल से मनाया जा रहा है। ऐसा माना जाता है राजसूय... Hindi · लेख 9 2 719 Share राजेश 'ललित' 27 Aug 2021 · 1 min read 'अध्यात्म' 'अध्यात्म' -------------------------------- --------- मूल शब्द:--अध्यात्म प्रचलित:--अध्यात्म व्याख्या:- अध्यात्म अर्थात अद्य यानि वह जो सार्वकालिक है, जो आज भी है और पहले भी था और भविष्य में भी रहेगा। आत्म वह... Hindi · लेख 9 2 379 Share राजेश 'ललित' 10 Oct 2021 · 1 min read मां चंद्रघंटा मां चंद्रघंटा -------------------------------- तृतीय नवरात्र मां चन्द्रघंटा ------------------------ मां के भक्तों को तीसरे नवरात्र की बधाई एवं शुभकामनायें।माँ चंद्रघंटा के मंत्रों का जाप करें और स्तुति करें। इन नवरात्रों चतुर्थी... Hindi · लेख 9 2 471 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Feb 2022 · 3 min read ज़रूरत है सोचने की आज की निरन्तर बदलती लाइफ स्टाइल और भौतिकवादी युग में रिश्तों के मायने ही बदल गये हैं, इंसान की अपेक्षाएं इतनी बढ़ गई हैं कि संस्कार, कर्तव्य, प्यार, विश्वास व... Hindi · लेख 9 273 Share Dr fauzia Naseem shad 28 Feb 2022 · 2 min read बेटियां तो बेटियां हैं आपकी हों या मेरी बलात्कार केवल शारीरिक भूख की संतुष्टि का माध्यम नहीं हैं बल्कि ये एक माध्यम है बदले की आग को शान्त करने का, सामने वाले को उसकी नज़रों में गिराने का,... Hindi · लेख 9 157 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Mar 2022 · 2 min read समझना है ज़रूरी आज आधुनिक समाज में नारी की क्या हैसियत है वो किसी से छुपी नहीं है, कुछ अपवादों को छोड़ भी दिया जाए तो हमें ज्ञात होगा कि ज़माना चाहें कितना... Hindi · लेख 9 166 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Apr 2022 · 3 min read एहसास एहसास एक ऐसा प्यारा लफ़्ज़ है जिसके लेने से हमारे दिल के नर्म एहसास जाग जातें हैं और यही वो एहसास होते हैं जिनकी बदौलत हमें इंसान होने का इतना... Hindi · लेख 9 199 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Apr 2022 · 3 min read रखें भावनाओं का ख़्याल इसमें कोई दो राय नहीं कि हमारी जिंदगी को सरल और कठिन बनाने में हमारे द्वारा बोले गये और लिखे गये शकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह शब्द ही... Hindi · लेख 9 106 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2022 · 2 min read नैतिकता ज़रूरत है वक़्त की फिलहाल में हमारे देश में जिस प्रकार का असंतोष का वातावरण बना और जिस प्रकार हमारे समाज और देश को तोड़ने वाली जो समस्याएं उत्पन्न हुई उसके पीछे राजनीति, नफ़रत,... Hindi · लेख 9 221 Share Dr fauzia Naseem shad 22 Sep 2022 · 3 min read उचित मान सम्मान के हक़दार हैं बुज़ुर्ग वर्तमान भारतीय परिवेश में पाश्चात्य संस्कृति के कारण जो परिवर्तन आये हैं और उन परिवर्तनों के कारण हमारे समाज में जहां व्यक्तिवाद की भावना ने जन्म लिया है। वहीं पारिवारिक... Hindi · लेख 9 168 Share Dr fauzia Naseem shad 23 Sep 2022 · 4 min read किन्नर बेबसी कब तक ? किन्नर जिन्हें हमारे सभ्य समाज में ट्रांसजेंडर, थर्डजेंडर, हिजडे व किन्नर आदि नामों से भी संबोधित किया जाता है इनकी खुशी जहाँ आपके भाग्य में वृद्धि करती है वहीं इनकी... Hindi · लेख 9 171 Share Dr fauzia Naseem shad 28 Sep 2022 · 3 min read जीवन में खुश कैसे रहें जीवन में खुशी और खुश रहना कौन नहीं चाहता? हर व्यक्ति की सर्वोच्च इच्छा होती है कि वह और उसके अपनों का जीवन खुशियों से भरा हो और सब खुश... Hindi · लेख 9 133 Share Dr fauzia Naseem shad 17 Nov 2022 · 2 min read प्रयास अपने अस्तित्व की पहचान का प्रयास भी करते रहना । केवल जीवित रहने के लिए शाद न कभी जीवित रहना ।। निस्संदेह इंसान के जीवन में प्रयास उतना ही महत्व... Hindi · लेख 9 240 Share Dr fauzia Naseem shad 30 May 2023 · 2 min read कितना बदल रहे हैं हम कितना बदल रहे हैं हम ? ये ऐसा विचारणीय प्रश्न है, जिसकी गहराई में जाकर ही हम इसका सही उत्तर दे सकते हैं, ये सही है कि आज वक़्त ही... Hindi · लेख 9 309 Share Dr fauzia Naseem shad 30 May 2023 · 3 min read एहसास एहसास एक ऐसा प्यारा लफ़्ज़ है जिसके लेने से हमारे दिल के नर्म एहसास जाग जातें हैं और यही वो एहसास होते हैं जिनकी बदौलत हमें इंसान होने का इतना... Hindi · लेख 9 388 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Aug 2023 · 3 min read धार्मिक नहीं इंसान बनों वर्तमान में हमारे देश की जो हालत है वो किसी से छुपी नहीं, कैसी विडम्बना है कि आज़ादी के उपरांत हम अलग-अलग धर्मों में विभक्त हो गये जबकि अंग्रेजों की... Hindi · लेख 9 152 Share Dr. Kishan tandon kranti 16 Dec 2023 · 1 min read गुलबदन गुलबदन बेगम प्रथम महिला इतिहासकार मोहम्मद जहीरुद्दीन बाबर की वह सुपुत्री थी, अपना सौतेला भाई हुमायूँ के जीवन चरित्र पर हुमायूँनामा की रचना की। डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति साहित्य वाचस्पति... Hindi · लेख 9 5 107 Share Dr. Kishan tandon kranti 16 Jan 2024 · 1 min read मुनव्वर राना हुस्न, जुल्फों और कोठों से ग़ज़ल को घसीटकर माँ तक लाने का श्रेय जिस शख्स को है, उसका नाम ही "मुनव्वर राना" है। उन्होंने ग़ज़ल में इश्क की जगह रिश्तों... Hindi · लेख 9 7 90 Share पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर' 18 Aug 2017 · 3 min read ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ विश्व एक परिवार हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति समूचे विश्व की संस्कृतियों में सर्वश्रेष्ठ और समृद्ध संस्कृति है | भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का देश है। भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण तत्व शिष्टाचार,... Hindi · लेख 8 3 20k Share Sahityapedia 24 Feb 2018 · 5 min read "प्यारी बेटियाँ" काव्य संग्रह अब ऑनलाइन उपलब्ध नमस्कार, "प्यारी बेटियाँ" काव्य संग्रह अभी आर्डर करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- "प्यारी बेटियाँ- साहित्यपीडिया काव्य संग्रह" जनवरी 2017 में हमने ‘बेटियाँ’ विषय पर एक काव्य प्रतियोगिता का... Hindi · Blog · लेख 8 1 1k Share Dimpal Khari 13 Jul 2018 · 2 min read बलात्कार में ज़िम्मेदार सोशल मीडिया .... आज दुनिया में बलात्कार का औसत बड़ी तेजी से बढ़ता जा रहा हैं। लोग एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं परंतु यह मानने से कतराते की हैं कि इस... Hindi · लेख 8 502 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 14 Sep 2018 · 2 min read हिंदी मेरा मान, मेरा सम्मान सच सोचनीय विषय है,जब हिंदुस्तान में हिंदी का सम्मान नही तो और कही कैसे होगा? सर्वप्रथम हम सब को अपनी मातृ भाषा से प्रेम करना होगा। हर कोई अंग्रेजी स्कूल... Hindi · लेख 8 217 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 27 Sep 2018 · 4 min read श्राद्ध और ब्राह्मण भोज श्राद्ध और ब्राह्मण भोज आज कल एक नई फैशन और नई सोच समाज में तेजी से बढ़ रही है ।जहां शिक्षित वर्ग इसका अनुसरण करते नजर आ रहे हैं, वहीं... Hindi · लेख 8 330 Share Shyam Hardaha 19 Oct 2019 · 10 min read बचपन को भी कराएं साहित्य से रूबरू महादेवी वर्मा ने कहीं लिखा है, ‘‘अतीत चाहे कितना भी दु:खद या सुखद क्यों न रहा हो, उसकी स्मृतियां हमेशा मधुर लगती हैं.’’ फिर अगर ये स्मृतियां बचपन से जुड़ी... Hindi · लेख 8 6 592 Share कृष्णकांत गुर्जर 7 Dec 2019 · 1 min read व्यंग लोग चिथरा भभूतरा पहन कर यदि नए नए आइटम और सामान के दर्शन करा रहे है और खुद सुंदरता पर गुमान कर रहे है तो हमें देखने में क्या हर्ज... Hindi · लेख 8 418 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Dec 2019 · 1 min read ऐसा क्यों मेरा अनुभव ऐसा क्यों , कि अमीरों के बच्चे पैसे की अधिकता के कारण और गरीबों के बच्चे पैसे की कमी के कारण संस्कार,सम्मान और शोषण के शिकार होते है... Hindi · लेख 8 249 Share Shyam Hardaha 12 Jan 2020 · 5 min read सीएए-एनसीआर-एनपीआर : देशहित नहीं, केवल राजनीतिक हित किसी भी देश और समाज में तीन तरह का वर्ग रहता है- एक वह जिसे देश में कुछ भी हो, उसे फर्क नहीं पड़ता है. वह ‘मस्त रहो मस्ती में,... Hindi · लेख 8 2 426 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read मन के विचार जब अपने लोग ही टांग खींचने लगे तो गैरो की तो बात ही कुछ अलग है कहते है कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती सच में आज एहसास हुआ... Hindi · लेख 8 252 Share सौरभ संतांश 6 May 2020 · 1 min read कोरोना का एक सच कोरोना के अब तक के मामलों का अध्ययन किया जाए तो एक बात स्पष्ठ है भारत की जनता का इम्यून सिस्ट्म अन्य देशों से कही बेहतर है ,और यही वजह... Hindi · लेख 8 4 480 Share Shyam Hardaha 31 May 2020 · 3 min read ‘गिद्ध और छोटी बच्ची’ किसी ने मुङो वाट्सएप्प पर एक पोस्ट फॉरवर्ड की है जिसका शीर्षक है ‘प्रवासी मजदूर और राजनीति.’ उन्होंने आगे लिखा कि मित्रों, एक तस्वीर और कहानी शेयर कर रहा हूं,... Hindi · लेख 8 4 541 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read लेख (1) आज खुदकुशी हो गई, और किसी को पता भी नहीं चला कि क्या हुआ। मरने वाला और कोई नहीं उस लड़की की इच्छाएं , सपने और कुछ छोटे-छोटे कच्चे... Hindi · लेख 8 2 342 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Aug 2020 · 7 min read राम जन्मभूमि मंदिर : एक रक्तरंजित इतिहास रामजन्मभूमि मंदिर के रक्त रंजित इतिहास पर एक संक्षिप्त नज़र “लखनऊ गजेटियर में अलेक्जेंडर कनिंघम ने उस नरसंहार के बारे में बात की है जिसमें मीर बांकी, बाबर के अधीन... Hindi · लेख 8 8 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 Sep 2020 · 2 min read हिंदी का विकास एवं प्रसार स्व सामर्थ से हुआ है। भारत बहु भाषा एवं वोलियों का देश है, इसका मुझे बहुत गर्व भी है, क्योंकि हिंदी ने संपर्क भाषा के रूप में हर बोली एवं भाषा बोलने वाले को एकजुट... Hindi · लेख 8 8 333 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Sep 2020 · 2 min read व्यंग बाण भोपाली लहजे में अस्सलाम वालेकुम बन्ने मियां वालेकुम अस्सलाम आशिक मियां, क्या हाल है मियां, दिखी नई रिये हो आजकल, मियां वही हड्डी वही खाल है, तुम तो ठहरे सरकारी दामाद, यहां तो... Hindi · लेख 8 8 324 Share राजेश 'ललित' 20 Feb 2021 · 1 min read भवानी प्रसाद मिश्र-जनमानस के कवि पं भवानी प्रसाद मिश्र-- जनमानस के कवि ---------------------- आज पं भवानी प्रसाद मिश्र जी का जन्मदिन है।उन्हें सुनने के लिये कई बार मुझे गुरुग्राम से विशेष रूप से दिल्ली आना... Hindi · लेख 8 3 431 Share राजेश 'ललित' 24 Feb 2021 · 1 min read ऋग्वेद-एक संत बहुधा कल्पयंति। एकं सन्तं बहुधा कल्पयंति। --------ऋग्वेद हम एक ही सन्त(परमपिता प्रमात्मा) के बारे में सबसे अधिक कल्पना करते हैं;अर्थात कई नामों से पुकारते है,परंतु वह एक ही है।आप उसे ब्रह्मा विष्णु,महेश,... Hindi · लेख 8 3 356 Share Previous Page 3 Next