Posts Tag: घनाक्षरी 798 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next pradeep kumar 5 Aug 2020 · 1 min read राम नाम से बड़ा न और कोई मंत्र है। महिमा अपार राम नाम की जो माप सके। जग में न बन सका अभी कोई यंत्र है। राम है अनंत कथा राम की अनंत और, राम हैं पुराण राम नाम... Hindi · घनाक्षरी 4 2 385 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 16 Aug 2020 · 1 min read मेरे राम सकल देश भर में,हरेक घर घर में, राम नाम का ही बस,उद्घोष सुनाई दे। बच्चे हों चाहे जवान,खड़े सभी ले कमान, सब में ही हमको तो,राम ही दिखाई दे। करें... Hindi · घनाक्षरी 4 5 314 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Sep 2020 · 1 min read मन के उद्गार (अनुज के लिए) अनुज श्री. प्रबुद्ध कश्यप जी' के बारे में मेरे मन के उद्गार:- ???????????????? लेखन के धनी आप, छोड़ते सभी पे छाप। तूलिका प्रबुद्ध हाथ, लिखती कमाल है।। ग़ज़ल हो या... Hindi · घनाक्षरी 4 1 438 Share Shashi kala vyas 9 Sep 2020 · 1 min read *"धन"* *"धन "* प्रेम अनमोल धन , जीवन संचित धन , विद्या धन प्रेम धन , जीवन संतोष धन । ????????? तन मन समर्पण , पूजा पाठ है अर्पण , प्रेम... Hindi · घनाक्षरी 4 2 400 Share Sanjay Narayan 27 Sep 2020 · 1 min read आधुनिक बेटा नयी पीढ़ी का बाप से ये कहने लगा नया हूँ मैं कोई शर्म हया नहीं करूंगा। बड़े बुजुर्गों का तुम्हारी ही तरह मैं भी ध्यान नहीं रखूँगा करुणा दया... Hindi · घनाक्षरी 4 408 Share Sanjay Narayan 1 Nov 2020 · 1 min read असरदार पटेल राष्ट्र की नैया के खिवैया सुने नेता बहुत, खेता कोई नायक किरदार नहीं देखा। देखे पहरेदार चौकीदार देखे किन्तु कोई, द्रोहियों को करता खबरदार नहीं देखा। छोटे छोटे सूबों को... Hindi · घनाक्षरी 4 3 323 Share Dr Archana Gupta 16 Dec 2020 · 1 min read शीत देखिये चारों तरफ छाया हुआ कोहरा है,दिख रही नहीं धूप,आ गया मौसम शीत। मुँह से निकल रहा गरमागरम धुँआ,दांतो से भी किट-किट,मधुर बजा संगीत। लगे मफलर टोप,स्वेटर ओवरकोट, दस्ताने रजाई... Hindi · घनाक्षरी 4 503 Share Rajesh vyas 2 Feb 2021 · 1 min read मनहरण - तेरी मेरी यारी ---(घनाक्षरी छंद) मनहरण छंद- तेरी मेरी यारी------- तेरी मेरी यारी जैसे, पुलकित फुलवारी। इस बगिया को हम, और महकाएंगे।। जीवन महके सारा,मिला हमको जो प्यारा। कभी न हम किसी को, भूूल के... Hindi · घनाक्षरी 4 4 410 Share Rajesh vyas 8 Feb 2021 · 1 min read **वर दो वर दो---(घनाक्षरी छंद) मनहरण छंद- वर दो वर दो---------! दे दो वर महारानी, जय शारदे भवानी। वीणा पानी दीप हम, ज्ञान का जलाएंगे।। आपके दर आए हम,हरो हरो सारे तम। जगती में उजियारा,हम... Hindi · घनाक्षरी 4 2 267 Share Dr Archana Gupta 9 Feb 2021 · 1 min read वैलेंटाइन लाल-लाल दे गुलाब, प्यार को हो इजहार, सप्ताह चलाने की ही, वैलेंटाइन रीत है। मिलते हैं उपहार, टेडी की तभी बहार, गले से लगाने की ही , वैलेंटाइन रीत है।... Hindi · घनाक्षरी 4 1 321 Share Rajesh vyas 11 Feb 2021 · 1 min read *देश के लिए ही जिऊं* (घनाक्षरी छंद) देश के लिए ही जिऊं,देश के लिए ही मरूं। करूं करूं काम ऐसा, आप भी आइए।। जननी यह सबकी,अनादिकाल तब की। गुणगान मेरे संग,आप भी गाइए।। धर्म मानवता का है,हम... Hindi · घनाक्षरी 4 6 205 Share Rajesh vyas 12 Feb 2021 · 1 min read तुझसे हुआ है प्यार(घनाक्षरी छंद) तुझसे हुआ है प्यार,सुन मेरे दिलदार। एक नहीं बार बार, मै तो प्यार करूंगा।। देख देख तुझे जीता,प्रेम की तू है सरिता। डूबकर तुझे भी तो, मै यार डूबाऊंगा।। डुबकी... Hindi · घनाक्षरी 4 6 430 Share Rajesh vyas 26 Feb 2021 · 1 min read काम मिले काम मिले (घनाक्षरी) काम मिले काम मिले ,सबको तो काम मिले। पढ़े-लिखे युवाओं को, रोजगार चाहिए।। हे बेकारी बेरोजगारी ,बनी बड़ी है बीमारी। हकीम बने अब कोई, उपचार चाहिए।। धूम रहे डिग्री लेके,कोई... Hindi · घनाक्षरी 4 4 408 Share Rajesh vyas 5 Mar 2021 · 1 min read ओ मां शारदे भवानी (घनाक्षरी) ओ मां शारदे भवानी, सुनो सुनो जगरानी। विद्यादानी महारानी, ह्रदय में आइए।। अज्ञान मीटा दो मोरा, होगा उपकार तोरा। ज्ञान बिन माता कोरा, बुद्धि दे जाइए।। मैया स्वर सातो साजे,... Hindi · घनाक्षरी 4 8 431 Share Rajesh vyas 20 Apr 2021 · 1 min read गौरी गौरी महागौरी --- (घनाक्षरी) गौरी गौरी महागौरी,शरण मै तोरी तोरी। विनती सुनो मां मोरी,चौखट पे आया हूं। मन में मुरादें लाया,तन चरण झुकाया झोली अपनी खाली,साथ में लाया हूं।। भर दो भर दो माता,करूं... Hindi · घनाक्षरी 4 6 221 Share Rajesh vyas 27 Apr 2021 · 1 min read खड़ा दास द्वार खड़ा -- मनहरण घनाक्षरी खड़ा दास द्वार खड़ा, देव सबसे तू बड़ा। राम भक्त हनुमान, आप ही सहारा है।। संजीवनी लाने वाले, लखन बचाने वाले। महावीर रखवाले,नाम भी उचारा है।। संकट जो आन पड़ा,जग... Hindi · घनाक्षरी 4 8 571 Share Rajesh vyas 1 May 2021 · 1 min read श्रम मेरी साधना है --- मनहरण घनाक्षरी श्रम मेरी साधना है,कर्म ही आराधना है। इनकी उपासना से,फल तो मै पाता हूं।। समय से उठ जाऊं,काम पे मै चला जाऊं। लौटकर झोपड़ी में, खाना मै पकाता हूं।। खाट... Hindi · घनाक्षरी 4 4 297 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन है । पानी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 4 2 354 Share Rajesh vyas 17 Jun 2021 · 1 min read चम चम चमकती ______ घनाक्षरी चम चम चमकती चांदनी रात में तो छत पर आजा गौरी, नजरें लड़ाएंगे। देखना तू मुझको तो, मै भी देखूं तुझको ही। भूल दोनों जग को तो,सपने सजाएंगे।। हाथ लेकर... Hindi · घनाक्षरी 4 2 272 Share Rajesh vyas 30 Jun 2021 · 1 min read रिश्ते प्यारे _ प्यारे यह __घनाक्षरी तेरी मेरी एक गली, प्यार की बयार चली। मच गई खलबली,दिल में हमारे तो।। मै न सोता तू न सोती,दिन रात बाते होती। प्यार हीरा और मोती,गहने हमारे तो।। दुनियां... Hindi · घनाक्षरी 4 6 210 Share Dr Archana Gupta 27 Jul 2021 · 1 min read सावन सावन की रिमझिम, पवन सननसन , भँवरे की गुनगुन, मन को लुभा रही। तितली भी घूम-घूम,कलिका को चूम-चूम, खोये खोये नयन में, प्रीत को जगा रही। होकर खुशी में चूर,... Hindi · घनाक्षरी 4 3 448 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 2 min read कान्हा फिर आओ ना कृष्ण जन्माष्टमी पर मनहरण घनाक्षरी ★★★★★★★★★★★★★★ गोकुल में जन्म लिए, यशोदा को लाल दिए, हर्ष भरे गाँव वाले, फिर तुम आओ ना। दूध दही नहीं रही, छाछ न मलाई सही,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 684 Share Rajesh vyas 14 Sep 2021 · 1 min read सरल सहज भाषा _हिंदी _घनाक्षरी सरल सहज भाषा, हिंदी हिंदुस्तान की है। जन जन को तो भाती,सभी अपनाइए।। पढ़िए पढ़िए इसे,बड़ी ही मधुरता है। सुगमता से सीखिए, आगे भी बढ़ाइए।। रसना में रस भरे,सपना भी... Hindi · घनाक्षरी 4 2 218 Share Rajesh vyas 14 Oct 2021 · 1 min read चलना ही चाहिए ___ घनाक्षरी दिन में भी चलती है, रात में भी चलती है। पल पल चलती है, चलना ही चाहिए।। माया नहीं पास मेरे ,काया ही तो खास यह। सांस मेरी काया की... Hindi · घनाक्षरी 4 8 221 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 24 Oct 2021 · 1 min read 'हेमन्त ऋतु' भाग-1 (प्रकृति चित्रण) (१) शनै-शनै रवि क्यों अपना, रंग और रूप बदलने लगा है। श्वेत रजत रंग त्याग कर, ताम्र रूप क्यों धरने लगा है। नभ स्वच्छ नीलिमा छाई, दिवस भी पहले ढलने... Hindi · घनाक्षरी 4 3 372 Share Rajesh vyas 8 Nov 2021 · 1 min read यह भी गया वो भी गया __घनाक्षरी यह भी गया वो भी गया तू भी चला जाएगा। जाग जाग अब जाग बाद में पछताएगा।। मत भाग यहां वहां जहां न तेरा काम रे। कर जा ऐसा काम... Hindi · घनाक्षरी 4 6 228 Share Rajesh vyas 21 Nov 2021 · 1 min read आपके ही बीच का ___ घनाक्षरी बोल बोल मीठा बोल चुना न लगाइए जी। सीधा सादा आदमी हूं, आपके ही बीच का।। तोल में भी मारते हो मोल मनमाना लेते। अनपढ़ आदमी हूं आपके ही बीच... Hindi · घनाक्षरी 4 4 375 Share Rajesh vyas 14 Jan 2022 · 1 min read कहीं पतंगे लड़ी है ____ घनाक्षरी रंग रंग की पतंगे लिए उमंगे तरंगे । मांझे संग उड़ रही देखिए आकाश में।। आस पास छतों के तो हर कोई घूम रहा। झूम झूम झूम रहा देख के... Hindi · घनाक्षरी 4 6 217 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Jan 2022 · 1 min read गंगोदक सवैया छंद (२१२ × ८) ------------------------?जय माँ शारदे ?--------------------------- भारती गोमती पाणि वीणा सुनो भक्त द्वारे खड़ा भक्ति दे दो हमें। पातकी मैं रहा पुण्य से था परे हाथ जोड़े खड़ा मुक्ति दे दो हमें।... Hindi · घनाक्षरी 4 1 590 Share Godambari Negi Pundir 30 May 2022 · 1 min read "पिता कुटुंब की धुरी" पिता धुरी कुटुंब की, घूमे सब चहुंओर। श्रम-स्वेद बहा रहा, नाच रहा मन मोर।। ज़रूरत होती पूरी, होता है पिता ज़रूरी। मिले पिता अवलंब, मिलता जीवन छोर।।1 मनोबल देता पिता,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · घनाक्षरी 4 7 244 Share Dr Archana Gupta 23 Feb 2017 · 1 min read आया देखो मधुमास, आया देखो मधुमास,घोले मन में मिठास,प्रीत झाँक अँखियों में , सपने सजा रही लाल लाल से हैं गाल, लाज का लगा गुलाल, आइने में देख मुख , गोरी शरमा रही... Hindi · घनाक्षरी 3 1 370 Share साहेबलाल दशरिये सरल 21 Sep 2017 · 2 min read होली के छंद *होली के छंद* 1 मस्ती का त्यौहार आया, प्रेम की बहार लाया, देखो दिलवालों की है, गली गली टोली रे।। हरा पीला लाल लाल, हाथों में ले के गुलाल दिल... Hindi · घनाक्षरी 3 2 3k Share रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' 11 Feb 2018 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी शब्द और भाव लिए,साहित्य सुगंध लिए सृष्टि का सृजन कर,सपने सजायेंगे। ख्वाबों का उड़ान भर,कल्पना सृजित कर साहित्य समन्दर में,लहरें जगायेंगे। साहित्य समाजवाद,करें न कभी विवाद, सभी को साहित्यमय,भाव से... Hindi · घनाक्षरी 3 481 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Mar 2018 · 1 min read घनाक्षरी छंद मनहरण घनाक्षरी छंद विधान- कुल 31 मात्राएँ। 16, 15 पर यति। अंत में लघु गुरु। ******************************* "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी" ?सहमा सा कश्मीर है? **************** झेलता आतंकी गाज,सहमा कश्मीर आज... Hindi · घनाक्षरी 3 2 663 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Aug 2018 · 1 min read दरिद्र ही नारायण विधा--- घनाक्षरी ???????? दरिद्र ही नारायण *******†*†****** दूध दधी हाथ लिए, फल का प्रसाद लिए। गंगा जल। ढार कर, शिव को मनाइए।। सावन ये पावन है, लगे मन भावन है।... Hindi · घनाक्षरी 3 646 Share Ankit Kumar Panchal 1 Oct 2018 · 1 min read बड़ी ज्ञानी जात "न हिन्दू बड़ा न ही मुल्ला बड़ी ज्ञानी जात है, धर्म के आडे छिपके करते उत्पात ये"| Hindi · घनाक्षरी 3 391 Share surenderpal vaidya 18 Feb 2019 · 1 min read आहत है देश आज (घनाक्षरी) आहत है देश आज (घनाक्षरी) ~~~~~~~~~~~~~~~~~ * एक * आहत है देश आज, खोए हैं धरा के लाल। मत बैठो मौन धार, शत्रु को मिटाइए। शांति का विरोधी दुष्ट, करता... Hindi · घनाक्षरी 3 2 251 Share Dr Archana Gupta 3 Jul 2019 · 1 min read धरती का प्यार चाहे चाँद सूरज हो,चाहें जीवन मरण, नियमों से बंधा हुआ, ये सारा संसार है मौसम बदलते हैं, रूप नये मिलते हैं ,कभी सावनी है छटा, कभी पतझार है ये सरिता... Hindi · घनाक्षरी 3 1 568 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Nov 2019 · 1 min read सरस्वती वंदना (अनुराधा घनाक्षरी) माँँ पद्मनीलया को प्रणाम - पं.संजीव शुक्ल 'सचिन' माता का नाम:- श्रीमती मंजू देवी शहर का नाम:- मुसहरवा (मंशानगर), पश्चिमी चम्पारण, बिहार प्रदत्त छंद,, अनुराधा घनाक्षरी ______________________________________________ नमामि हंसवाहिनी, नमामि... Hindi · घनाक्षरी 3 1 906 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Jan 2020 · 1 min read गणतंत्र दिवस *गणतंत्र दिवस* गणतंत्र दिवस है खुशियों भरा जश्न है। गुलामी की खबर है आजादी का असर है। अपना संविधान है बहुमत प्रधान है। धर्मनिरपेक्षता है समान अधिकार है। सब धर्मों... Hindi · घनाक्षरी 3 276 Share Dijendra kurrey 28 Feb 2020 · 1 min read बसंत ऋतु मनहरण घनाक्षरी - बसंत ऋतु ~~~~~~~~~~~~~~~ पिया मिलन को चली, हर्षित मन होकर । साजन को देख-देख, मन हर्षावत है। फूल फल कली कली, खिले सभी कुंज गली। मन हुआ... Hindi · घनाक्षरी 3 1 518 Share Jaikrishan Uniyal 11 May 2020 · 12 min read पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्कर्ष एवं पराभव। शेष भाग पांडवों का यह सर्वोच उत्थान का वैभव काल था, राजसूर्य यज्ञ करके उनकी यश पताका बढ़ गई, उधर दुर्योधन के मन में अपमानित होने से, प्रतिकार की भावना बढ़ने लगी... Hindi · घनाक्षरी 3 3 389 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 May 2020 · 1 min read घनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी घने घने उपवन ,मलय पवन संग, छनी छनी धूप संग, बहती बहार हो। बेल लतिकायें मानो,उलझी बयार संग, शाख संग शाख मिले,वृक्ष घन राशि हो। हरी हरी हरियाली,... Hindi · घनाक्षरी 3 2 256 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 24 Jun 2020 · 1 min read यूँ बाहर मत घूमिए लॉक डाउन हटा है,संकट नहीं घटा है, बिना मतलब के ही, हाट मत घूमिए। खुद को रखें जी साफ,घर पर नहाइए, नदी किनारे जाकर, घाट मत घूमिए। घूमने को है... Hindi · घनाक्षरी 3 4 250 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Jun 2020 · 1 min read देव घनाक्षरी देव घनाक्षरी -घनाक्षरी छंद के इस भेद में 33 वर्ण होते हैं 8,8,8,9 वर्ण पर यति का प्रयोग उत्तम माना जाता है। वैसे कवि 16-17 वर्णों पर भी यति का... Hindi · घनाक्षरी 3 2 530 Share Shashi kala vyas 11 Jul 2020 · 1 min read *"सावन के झूले "* "सावन के झूले" सावन महीना आया , रिमझिम बूंदे लाया , कोयल ने गीत गाया , मन हरषाया है । सखी संग मिलकर , अमुआ की डाल पर , सोलह... Hindi · घनाक्षरी 3 2 242 Share Dr Archana Gupta 18 Jul 2020 · 1 min read सावन देख सावनी फुहार, धरती करे शृंगार,ओढ़ के धानी चुनर, लगती है दुल्हन चूड़ियों की खन खन, पायल की रुनझुन,मेहंदी की है सुंगन्ध,नाच रहा ये मन झूला पड़ा नीम डार,सखियों की... Hindi · घनाक्षरी 3 1 472 Share Shashi kala vyas 30 Jul 2020 · 1 min read *"चातक पक्षी "* *"चातक पक्षी"* स्वाति नक्षत्र की बूंद , चातक आस लगाए, आकाश में निहारता, मेघ बरसाए है। ???????? अमृत की धारा बहे , सूखे कंठ खोलकर , कठिन व्रत साधना ,... Hindi · घनाक्षरी 3 1 495 Share Shashi kala vyas 15 Aug 2020 · 1 min read *"तिरंगा"* ????*"तिरंगा"* ???? लहर लहर उड़ा , तीन रंग का तिरंगा , पन्द्रह अगस्त आया, झंडा फहराइये। ???????????????????? धरती अंबर झूमे , तिरंगा कभी न झुके , वीरों की गाथा सुने... Hindi · घनाक्षरी 3 446 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Aug 2020 · 1 min read गोकुल के ग्वाल बाल, घनाक्षरी गोकुल के ग्वाल बाल ,मंत्र मुग्ध नंद लाल , जसोदा का देख हाल ,मंद मुसकाते हैं। मोर पँख वेणी वाम,एक कर बन्शी थाम। पग कर थामे राम,पालना झुलाते हैं।... Hindi · घनाक्षरी 3 2 343 Share Previous Page 2 Next