Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 12 Next Atul "Krishn" 1 Mar 2024 · 1 min read आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना इतना आसाँ नहीं है अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना एक भरम है -... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share Ravi Prakash 29 Feb 2024 · 1 min read *यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)* *यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)* _________________________ 1) यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है जाने से पहले पर... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 1 298 Share Surinder blackpen 29 Feb 2024 · 1 min read दिल ये इज़हार कहां करता है दिल ये इज़हार कहां करता है कद्र न करने वालों पर ही मरता है। जो चेहरे छुपे रहते हैं नकाबों मे उनको देख कर भी ये धड़कता है। कोई वफ़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल सच्चा रिश्ता - प्रेम भाव अब ऑर्गेनिक हो गया मिलता भी है बड़ा मंहगा ( ग़र ठगे नहीं गये तो) . पर आकर्षक पैक में कॉन्टामिनेटेड रिश्ते नये - नये... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read वक़्त के वो निशाँ है वक़्त के वो निशाँ है चेहरे पर हमारे लिखे हुए हर हर्फ़ बारीक़ हैं पढ़ें ज़रा ग़ौर से कुछ ख़ुशियों के इज़हार हैं तो कुछ हैं ग़मज़दा आँखों का समन्दर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share Atul "Krishn" 29 Feb 2024 · 1 min read और मौन कहीं खो जाता है दर्द -एक आम आदमी का एक आम आदमी का - दर्द गीली लकड़ी में लगी आग सा होता है लपट तो कम होती है घर सारा धुआँ -धुआँ सा होता... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share Bodhisatva kastooriya 27 Feb 2024 · 1 min read होरी खेलन आयेनहीं नन्दलाल होरी खेलन आए नही नंदलाल! सोच सोच मोए होय मलाल!! फीके लागै रंग लाल नीले -पीले! अंगिया चोली सबही है गई गीले!! ग्वाल बाल सब फेक रहे गुलाल! होरी खेलन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 127 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 24 Feb 2024 · 1 min read एक ग़ज़ल यह भी वो दो थे मैं अकेला रह गया ये जो रायता था फैला रह गया एक अरसे से उसकी जुबाँ ख़ामोश है उसकी यादों का बस रेला रह गया मंजिल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 210 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 22 Feb 2024 · 1 min read सीता की खोज सीता की सत खोज में,चले वीर हनुमान। शक्ति पुंज के साथ ही,अतिशय जो विद्वान।। राम नाम को ध्यान कर, पहुँचे सागर पार। विप्र रूप में वह गए, दैत्य विभीषण द्वार।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 188 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तू ही याद आया है। जब-जब वक्त के लम्हों ने रुलाया है। दिल को बस इक तू ही याद आया है।।1।। खुशियों को ना मिले मेरे घर का पता। किस्मत ने भी हमको बड़ा सताया... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 130 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read चाहत। चाहत कहां कभी पुरानी, होती है,,, ये बस वफा की निशानी, होती है!!! मुहब्बत में आंखे ही बातें, करती है!!! दीवानगी खामोश जुबानी, होती है!!! तुम पूंछते हो मुहब्बत की,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 88 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read गुजरे ज़माने वाले। गुजरे ज़माने वाले तुझे मैं क्या नाम दूं। जो तुझे अच्छा लगे उसी से पुकार लूं।।1।। तेरी कल्बे तमन्ना तो जानूं चाहतों की। फिर मैं भी उम्मीद का दामन थाम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उजले ख्वाब। कुछ उजले ख्वाब देखे है मेरी नजरों ने। वफा का वादा किया है वक्त के लम्हों ने।।1।। फिरसे जीने की तमन्ना दिल में जागी हैं। अंधेरा मिटा है नई सुबह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जीने को बस यादें हैं। तुममें हममें कुछ तो मुख्तालिफ बातें हैं। फासले दरम्यां हुए जीने को बस यादें हैं।।1।। तुम क्या गए जिन्दगी से वीरानें आ गए। परेशांन बहुत करती अब तन्हा ये रातें... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 89 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read पहचान मुख्तलिफ है। यहां पे हर मज़हब की पहचान मुख्तलिफ है। किसी की अ किसी की A किसी की अलिफ है।।1।। यूं तो बड़ा ही आसान है सुनकर के बताना। आवाजे घंटी हिंदू... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read खुशियों से भी चेहरे नम होते है। खुशियों से भी चेहरे नम होते है। कौन कहता है कि रोने को बस गम होते है।।1।। दिलों के दरम्यां फासले आते है। जब रिश्तों में होने को अकीदे कम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read अरमान ए दिल। टूटकर अरमान ए दिल बिखर गए है। अब हम उनसे क्या कुछ कहे जो बेवफा बन गए।।1।। वो दिल तोड़कर तोहमत भी दे रहे है। नादा थे हम जो उनके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read हमारी रूह ले गए हो। जिन्दगी भर का चैन ओ सुकूं ले गए हो। बेजान करके जिस्म से हमारी रूह ले गए हो।।1।। तड़पता छोड़ कर दिल तोड़ कर गए हो। नफरतों का इश्क तुम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तन्हाई के आलम में। तन्हाई के आलम में जिंदगी अलहदा जी रहे है। अपने ही घर में देखो हम बनकर मेहमां रह रहे है।।1।। कभी हम हुआ करते थे महकते फूले गुलशन। पर अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। हमने नज़रे अदब से झुका ली।।1।। तेरी ही सलामती की खातिर। हमने रातों दिन बस दुआ की।।2।। गर तूमने की बेवफाई कभी। समझना हमने ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद का दामन। उम्मीद का दामन थामे थामे तमाम उम्र काट दी। पर जिंदगी की दुश्वारियां है कि जाती ही नहीं है।।1।। हम अपने जख्मों को किसी को दिखाते नही है। पर ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share Atul "Krishn" 21 Feb 2024 · 1 min read नालिश भी कर नहीं सकता क़तरा क़तरा - कटती है तेरी यादों की मौजें जो बेइख़्तियार पेशानि पर मेरे पसीने की बूँद बूँद बन के ठहरे नालिश भी कर नहीं सकता तू तो ख़ुद ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share Atul "Krishn" 21 Feb 2024 · 1 min read उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है सुन सुन यादों की गोश-बर आवाज़ पर हर शाम जैसे हो शामे-हिज्राँ पर तसव्वुर में तो आज भी और अय्यामे-गुल का ख़्वाब है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share gurudeenverma198 21 Feb 2024 · 1 min read हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे हो गए अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे। करता नहीं अब कोई बात, आखिर यहाँ क्यों मुझसे।। हो गए अब अजनबी-----------------------।। दौड़कर आते थे कल वो, देखकै मुझको लगाने गले।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 153 Share Neelam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही शरद पूनो को तेरा इंतज़ार था, रात भर चांदनी में नहाते रहे। वो मिल मुस्कुराने की तेरी अदा, हम धोखा मुहब्बत में खाते रहे। हुई जुदाई, बता क्या था मेरा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 126 Share gurudeenverma198 20 Feb 2024 · 1 min read दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम। पूछो बात मुझसे अब तो, सिर्फ मेरे आज की तुम।। दिलावो याद मत--------------------------।। मुझको नहीं मतलब उससे,जो कल मैंने किया यहाँ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 146 Share सत्य कुमार प्रेमी 18 Feb 2024 · 1 min read मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। गज़ल 1212/1212/1212/1212 मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। तुम्हारा जिक्र होगा जब हमारा नाम आएगा।1 हमीं तुम्हीं रहेंगे यार लोगों की जुबान पर, कोई हमें कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 152 Share सत्य कुमार प्रेमी 18 Feb 2024 · 1 min read ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। गज़ल 12122/12122/12122/12122 ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। अगर ज़रा सा भी देख लेगी तो सारी दुनियां जलेगी मुझसे। कसम खुदा की न जी सकूंगा अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 123 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read नादान था मेरा बचपना मैंने सिर्फ अपना बचपन वापस मांगा था, जमाने ने तो मेरा बचपना ही छीन लिया। मैं तो लोगों को सिर्फ हंसाना ही जानता था, मगर यहां तो मुझे पागल ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · हास्य 1 145 Share manjula chauhan 17 Feb 2024 · 1 min read शाम के ढलते शाम के ढलते ही एक दौड़ सी खत्म हुई, शहर के शोर शराबे की सदा सी खत्म हुई। ढूंढ रहे थे हम भी सपनों को इन आंखों में, पर उससे... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 172 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 15 Feb 2024 · 1 min read सबूत- ए- इश्क़ कोई सबूत नहीं है मेरे पास, तुम्हें कितना याद करता हूं।। एहसास जितने भी हैं सब तुम्हारे हैं, तुम्हें बेहिसाब मोहब्बत करता हूं।। कैसे साबित कर दूं मैं तुम्हारा हूं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 2 161 Share Rahul Singh 12 Feb 2024 · 1 min read जन्मभूमि बारिश की बूँदें गिरती हैं, खेतों को सजाती हैं। मिट्टी की खुशबू छाती है, जन्मभूमि की महक बिखराती है। पेड़-पौधों की छाया सुहावनी, पक्षियों का गीत सुनाती है। नदी की... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending Poetry · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 128 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read हर गम छुपा लेते है। उनको देखकर हम हर गम छुपा लेते हैं। सामने उनके झूठा ही सही पर हम मुस्कुरा देते हैं।।1।। गम का कोई भी साया ना पड़े उन पर। वो हमेशा खुश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 118 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read वक्त सा गुजर गया है। कभी कभी उसे भी याद करके जी लेता हूं। जो आ करके मेरी जिन्दगी में वक्त सा गुजर गया है।।1।। मैं मशगूल था बड़ा अपनी तन्हा जिंदगी में। आज यादो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 169 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read तमाम उम्र काट दी है। अच्छा किया तुमने हमारा दिल तोड़कर। क्या खूब वफा निभाई हमको तन्हा छोड़कर।।1।। थोड़े से गम क्या मिले तुम परेशां हो गए। हमने तमाम उम्र काट दी है यूं इनको... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share manjula chauhan 11 Feb 2024 · 1 min read गुलें-ए-चमन कैसा गुलें-ए-चमन है, कैसी सओख़ बहार है। जिंदगी पर रहते है सितम, ख़ैर जिंदगी से ही प्यार है। मुद्दतें लाख कोशिशें कि है, अब किस्मत से! या तो आर है... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 141 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है ग़ज़ल ***** तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है, तन्हा रहकर ये समझे तन्हाई क्या होती है ! यूँ तो बहुत सुना था जमाने के मुख से मगर, करके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 94 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, ग़ज़ल ****** बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, कई रातें गँवा देते गजल अच्छी बनाने में ! न जाने कौन सी जादू कलम इनके लगी हाथों, नहीं देरी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, ग़ज़ल ***** अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, मिरे दिल की भला क्यूँकर छुपाऊं मैं ! उसे तन-मन से माना है ख़ुदा अपना, क्यों सब कुछ न उस... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, विधा: ग़ज़ल ********** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, टूटा जो फूल डाली से कभी खिलता नहीं यारों ! लगा चाहे ले जितना ज़ोर लेकिन सच... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, ग़ज़ल ********* निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, मिला कर नजर अब हटाना नहीं है ! भले ही कहे जग मुहब्बत करो तो, सनम से हक़ीक़त छुपाना नहीं है ! जो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया विधा: ग़ज़ल बह्र का नाम: बहरे हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान: मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मात्राएँ: 1222 1222 1222 १२२२ ***** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 183 Share manjula chauhan 9 Feb 2024 · 1 min read कैसी कैसी उल्फतों के जाल है ताउम्र लगता है यही हाल है। जिधर देखो उधर हुस्न के मेले है, फिर भी खुश है कि हम अकेले है। मैखानो पर भीड़ से... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share manjula chauhan 9 Feb 2024 · 1 min read जमाने में जमाने में दिल का सार कोई नहीं बताता, मारते हैं कितने ही खंजर पीठ पर; कायर कभी अपना वार नहीं बताता। होते है घायल कितने ही पर पंछी ऊंचे आकाश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 170 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read तुम अभी आना नहीं। शहर की आब-ओ-हवा है ठीक नही तुम अभी आना नही। हर सम्त ही क़यामत है आयी यहाँ तुम अभी आना नही।।1।। सियासत की है बड़ी मजहब पर इन स्याह सियासतदानों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 166 Share Rahul Singh 9 Feb 2024 · 1 min read मानवता मानवता का यह सफर, हर रूप में है प्यारा। दर्द में भी साथ निभाना, प्रेम से जीना, प्रेम से जाना। मधुर भाषा, शरीर की सेवा, नेकी की राह में चलना।... Hindi · Manavta · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 177 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read गुजरा वक्त। गुज़रा वक्त कहां लौटकर आता है। झूठी जिन्दगी यहां हर बशर बिताता है।। हम जिंदगी जी रहें है बस यादों में। आज में जीना इस दिल को न आता है।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read खुशबू चमन की। खुशबू चमन की किसको अच्छी नहीं लगती। आबरू अब किसी में हमें सच्ची नहीं दिखती।।1।। हया व लाज़ भी गहना होता है लड़कियों का। सयानी हो गईं है बिटिया यूं... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 162 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read रूबरू। यूं रूबरू आओगे तो अश्क छलक जायेंगे। डरते है मिलने से हम फिर से बहक जायेंगें।।1।। बड़े मुश्किल से संभाला है मैने यूं दिल को। शांत पड़े दिल के शोले... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share gurudeenverma198 9 Feb 2024 · 1 min read गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको गुजर गई कैसे यह जिंदगी, हुआ नहीं कुछ अहसास हमको। जब वक़्त आया समझने का, हुआ बहुत तब अफसोस हमको।। गुजर गई कैसे यह जिंदगी---------------------।। गुजार दिया मस्ती में बचपन,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 207 Share Previous Page 12 Next