Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 13 Next Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read सियासत में आकर। हम सोचते थे सियासत में आकर वह कुछ काम करेंगें। अपने असर से दो-चार रियासतें शहर की मेरे नाम करेंगें।।1।। निज़ाम गर आया इस बार उनकें हाथों में इस वतन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 173 Share Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read खैर-ओ-खबर के लिए। शहर दर शहर घूमता हूं तेरी एक नजर के लिए। हर सुबह यूं ही तैयार होता हूं इक अंजाने सफर के लिए।।1।। खामों खाँ नजरे उठती हैं महफिल में हर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 218 Share Dr Archana Gupta 6 Feb 2024 · 1 min read अगर प्यार की राह पर हम चलेंगे अगर प्यार की राह पर हम चलेंगे नहीं शूल फिर नफ़रतों के चुभेंगे छुपी बात दिल की चली आई लब पर तो बिन बात के ही फ़साने बनेंगे अगर हम... Hindi · ग़ज़ल 3 · ग़ज़ल/गीतिका 4 1k Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 2 min read मेरी मां। रात भर जागता हूं मैं जाने क्या-क्या सोचा करता हूं। जिंदगी रुक सी गई है अब तो हर रोज यही किया करता हूं।।1।। सुबह उठता हूं मायूसी के साथ और... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 1 min read बारिश की बूंदों ने। बारिश की बूंदों ने फिर उसकी याद दिलाई है। इश्क के नाम पर जिसने हमसे की बेवफाई है।।1।। इक पल सनम ना दिखे मन बेचैन हो जाता है। दिलों को... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share Sunil Suman 5 Feb 2024 · 1 min read क्या मिला ..... ? क्या मिला हमको मिटकर तेरे प्यार में, बेवफा बस तेरी बेरुखी के सिवा नींद गायब हुई, चैन भी ना मिला, क्या मिला ...... ? गम में डूबी हुई तन्हाई मिली,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 197 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी। अपनी करूं या करूं मैं अपने खुदा की। यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।।1।। गुरबती देखकर आज ये नजरें भर आयी। फिर मां ने बच्चे को अपनी रोटी खिला... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 130 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी चल नए सफर पर। ज़िन्दगी चल नए सफर पर चलते है। फिर से किसी के हम सफर बनते है।।1।। इश्क तो करेंगे पर दिल ना अब देंगें। इस बार मुहब्बत से बेखबर रहते है।।2।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 182 Share gurudeenverma198 5 Feb 2024 · 1 min read नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी नहीं आती कुछ भी समझ में, तेरी कहानी जिंदगी। अबूझ एक पहेली है, सबके लिए तू जिंदगी।। नहीं आती कुछ भी समझ में-----------------------।। रहती है बचपन में तू , नादान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read काश तुम ये जान पाते... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 158 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल / सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 10 576 Share Dr Archana Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read श्री राम जी की हो रही श्री राम जी की हो रही जयकार हर तरफ़। बिखरा हुआ है प्यार ही बस प्यार हर तरफ़। आसन पे आज शान से बैठेंगे राम जी। स्वागत को उनके सज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · राम 1 103 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Jan 2024 · 1 min read हम करें तो... हम करें तो बेइमानी। वो करें तो बुद्धिमानी। सत्य पर उँगली उठाना, शौक उनका खानदानी। बीज बोकर नफरतों का, खेल खेलें आग-पानी। पाँव उनके चूमती है, संपदा हो नौकरानी। थोपते... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 153 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 30 Jan 2024 · 1 min read किसी नदी के मुहाने पर किसी नदी के मुहाने पर जाना जब सब कुछ हाथ से छूट रहा हो कुछ भी समझ ना आ रहा हो समय का बन्द फिसलता जा रहा हो तब किसी... Poetry Writing Challenge-2 · Love · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 152 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 30 Jan 2024 · 1 min read हे कौन वहां अन्तश्चेतना में हे कौन वहां अन्तश्चेतना में जो मौन हो कर देखता जिसने देखा तुम्हारा बाल्यपन ओर युवा अवस्था तुम्हारे विचलन और मौन को देखता हे कौन वहां अन्तश्चेतना में जो मौन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 136 Share विक्रम कुमार 30 Jan 2024 · 1 min read बिहार अब बिहार में राजनीति का रहा न कोई जोड़ फिर से भागे चाचाजी एक बार भतीजा छोड़ बड़ी -बडी़ बातें करते थे बड़े - बड़े थे दावे कुर्सी के लालच... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 189 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read दिन सुखद सुहाने आएंगे... बीतेंगी रातें गम की दिन, सुखद सुहाने आएंगे। आज नहीं तो कल वो तेरे, नाज उठाने आएंगे। कचरे पर जो बैठे अकड़े, कूड़ा तुझको समझ रहे। वही कभी जूड़े में... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 208 Share Sunil Suman 28 Jan 2024 · 2 min read खता तो हुई है ... खता तो हुई है, मगर सिर्फ इतनी, न तुम हमको समझे, न हम तुमको समझे, खता तो हुई है … मैं जिंदगी के हर इक मोड़ पर , सफल से... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 115 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read पारिजात छंद 2122 1212 22 मोहना मीत साँवरा प्यारा, चैन खोया प्रिया हिया हारा। मीत मन को सदा दुखाया क्यों? चैन दिन- रैन का गँवाया क्यों ? कोयलें कूकतीं वियोगन सी। देह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 173 Share Ravi Prakash 28 Jan 2024 · 1 min read *राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)* *राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)* ______________________ 1) राम हिंद की गौरव-गरिमा, चिर वैभव के गान हैं रामराज्य जिनके शासन के, समता भरे विधान... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · राम 159 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read आ लौट आ आ लौट आ , मुझे फिर से बिखरना है। मोहब्बत तेरी में मुझे फिर से निखरना है। एक मुद्दत से सुलझा नहीं पाई हूं जिनको, उन जुल्फों को तेरे हाथों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read तेरे आने की उम्मीद तेरे आने की उम्मीद ने ज़िंदा रखा हुआ है। इस बुत में धड़कन का परिंदा रखा हुआ है। काफिला हमको नहीं चाहिए इश्क़ करने को, पूरी दुनिया में एक शख्स... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 112 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read टूटने का मर्म कौन समझा है अब तक टूटने का मर्म। लोग दुआयें मांगते हैं ,टूटते सितारों से भी। माना कि ये इश्क़ ,आग का इक दरिया है दीवाने चल देते हैं, मगर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 111 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read लम्हा-लम्हा लम्हा-लम्हा हमने भी जीना सीख लिया या यूं कहिए बस आंसू पीना सीख लिया। भूल कर बात पुरानी आगे रखा है कदम । बेवफा देख ज़रा,अब नहीं भरते तेरा दम।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 57 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read सिलसिला रात का सिलसिला रात का यूं ही चलता रहा। मैं आखिरी चिराग था ,जलता रहा। कोलाहल सन्नाटों का ,चीरता खामोशी इक आखिरी अश्क,आंख में पलता रहा। सर्द आहों के धुंए में, दम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read रूह संग लिपटी मेरी रूह संग लिपटी,तेरी यादों की परछाइयां। रुखसत हुआ जब से तू , रूठी हैं रानाईयां। कभी तेरे ख्यालों से ही,महक उठते थे चारसु आज तेरे जाने से ,खामोश है... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read कोई पूछे तो कोई पूछे तो ,बस हम मुस्करा देते हैं। बस ऐसे ही ग़म,हम अपने छुपा लेते हैं। आदत होती है लोगों को तो कुरेदने की, एक अश्क हम आंखों से गिरा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read आसान नहीं होता आसान नहीं होता,किसी को उम्र भर चाहना। उस पर मुश्किल, इस मोहब्बत को निभाना। मुश्किल होता है ,ज़माने से इश्क छुपाना। आंखों की चमक से, बयां इसका हो जाना ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 140 Share Surinder blackpen 27 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी मैं भी तो हूं जिंदगी मैं भी तो हूं ,मेरी तरफ भी देख । क्यों निकालती रहे तू, मुझ में मीन-मेख । तुझे लगती होगी ,हर राह बहुत आसान मेरे पास तो देख,जीने का... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share करन ''केसरा'' 26 Jan 2024 · 1 min read आज़ादी के दीवाने आजादी के दीवानों ने सुलगाई जो चिनगारी। ज्वाला बनकर टूट पड़ी थी अंग्रेजों पर अति भारी।।_२ यह ज्वाला झांसी में प्रगटी, रणचंडी बन कूद पड़ी। सांस चली थी जब तक... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 264 Share Aman Sinha 25 Jan 2024 · 2 min read आक्रोष खून खौल उठता है मेरा, आँख से आंसू बहते है एक बच्ची की स्मिता लुटी है, कैसे हम सब चुप बैठे है? कायर है लोग आजके, जो कहने से भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 188 Share Surinder blackpen 25 Jan 2024 · 1 min read नज़र चुरा के वो गुज़रा नज़र चुरा के वो गुज़रा, मेरे क़रीब से। छीना किसी ने उसे, जैसे मेरे नसीब से । मोहब्बत हमसे न थी , तो कह देते हमें क्यों कहलवाया हमें, मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 116 Share Faiza Tasleem 25 Jan 2024 · 1 min read काश....... मेरे एहसासों को कोई लफ़्ज़ बनाकर पढ़े, काश कोई मुझे अपने सीने से लगाकर रखे। डर है की कहीं तन्हाईयां निगल न लें मुझे, काश कोई मुझे अपना शहर बनाकर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 6 186 Share Lohit Tamta 25 Jan 2024 · 1 min read "अकेडमी वाला इश्क़" मूझे वो अकेडमी वाला इश्क़ फ़िर से करना हैं, व्हाट्स ऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक में नहीं, खतों में इज़हार ए इश्क़ करना है, पुरे हफ्ते के रगड़े के बाद मूझे... Poetry Writing Challenge-2 · Best Poetry · Poertywritingchallange · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share gurudeenverma198 24 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको। नहीं होने दूँगा कभी, बर्बाद मैं तुमको।। जिंदगी बहुत प्यार----------------------।। होती तुमसे शिकायत तो, तुमसे मैं कहता। होने नहीं दूँगा कभी, नाराज मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Surinder blackpen 24 Jan 2024 · 1 min read अदाकारियां नहीं है *माना कि मेरे किरदार में अदाकारियां नहीं है। मत समझो , किस्मत में दुश्वारियां नहीं हैं। हर शख्स से रखा है रिश्ता, हमने पाक साफ बात इतनी, दिल में कोई... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share Ravi Prakash 23 Jan 2024 · 1 min read *रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल *रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल)* ________________________ 1) रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं प्राण प्रतिष्ठित रूप आपका, प्रभु मूरत साकार हैं 2) प्राण... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · राम 190 Share लवकुश यादव "अज़ल" 23 Jan 2024 · 1 min read ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल" बड़ी मासूम सी लगती है हर रात सोने के बाद, ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद। आंखे ऐसी की समंदर खुद में समेट रखा हो जैसे,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 214 Share gurudeenverma198 22 Jan 2024 · 1 min read आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से वो भी तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से। क्यों कोसते हैं हम ईश्वर को, क्यों है शिकायत हमें जीवन से।। वो भी तो जीते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jan 2024 · 1 min read आसमां में चांद प्यारा देखिए। गज़ल 2122.....2122......212 आसमां में चांद प्यारा देखिए। है कहां अपना सितारा देखिए। मत रखो मेरे सितारे पर नजर, ये नहीं मुझको गवारा देखिए। हर तरफ हैं फूल खुशबू तितलियां, देखना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 144 Share gurudeenverma198 21 Jan 2024 · 1 min read कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास। माना कि अभी अंधेरा है, कभी तो होगा उजास।। कभी ना होना तू निराश---------------------।। माना कि तू है अकेला, तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share gurudeenverma198 20 Jan 2024 · 1 min read ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई। अब तक हैं हम यहाँ अकेले, शादी हमारी नहीं हुई।। ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे-----------------------।। दीवाने थे हम मुखड़ों के, शौकीन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 178 Share Ravi Prakash 20 Jan 2024 · 1 min read *सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)* *सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)* ________________________ 1) सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है हुआ देश आजाद दूसरी, आजादी ज्यों आई है 2) आज... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · राम 364 Share gurudeenverma198 19 Jan 2024 · 1 min read अच्छे थे जब हम तन्हा थे, तब ये गम तो नहीं थे अच्छे थे जब हम तन्हा थे, लेकिन ये गम तो नहीं थे। बदनाम ऐसे हम नहीं थे, कम किसी से हम नहीं थे।। अच्छे थे जब हम तन्हा थे-------------------।। अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 19 Jan 2024 · 1 min read जुदाई - चंद अशआर " जुदाई " उनकी जुदाई को.. सहा है हमनें । फ़िर भी.... कुछ न कहा है हमनें ।। ज़ब्त कर लिया है... ग़मों को सारे । ख़ामुशी को भी पढ़... Hindi · Ghazal · ग़ज़ल/गीतिका 885 Share डी. के. निवातिया 18 Jan 2024 · 1 min read चाँद - डी के निवातिया ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 89 Share gurudeenverma198 18 Jan 2024 · 1 min read हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें। किसको माने अपना साथी, सोहबत किसकी यहाँ हम करें।। हम यह सोच रहे हैं -------------------------------।। इन गौरे मुखड़ों और बदन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Ravi Prakash 17 Jan 2024 · 1 min read *सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा *सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा देवी गुप्ता, लखनऊ, मृत्यु 16 जनवरी 2024 मंगलवार प्रातः काल)* 🙏🙏🙏🍃🍃🙏🙏🙏 1) सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · संस्मरण 210 Share Surinder blackpen 16 Jan 2024 · 1 min read प्रेम लौटता है धीमे से प्रेम लौटता है धीमे से , जीवन के अंगना। खनकती है पायल ,बज उठता है कंगना। मन मयूर सा नाचे ,बजने लगते हैं ढोल प्रियतम ग़र आकर ,बोल दे मीठे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 167 Share gurudeenverma198 16 Jan 2024 · 1 min read नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत नकाबे चेहरा वाली, पेश जो की थी हमको सूरत। हमको तो शक था पहले, नहीं है असली यह सूरत।। नकाबे चेहरा वाली ----------------------------------।। कैसे तुमने समझ लिया, हमको तुमसे कम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 141 Share Previous Page 13 Next