Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 11 Next Dinesh Kumar Gangwar 31 Mar 2024 · 1 min read सोचो सोचो यह ज़िन्दगी किस काम की है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो तो जरा क्या धर्म, ईमान कहता है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 132 Share Aman Sinha 31 Mar 2024 · 1 min read कई बात अभी बाकी है कुछ पल और ठहर जाओ के रात अभी बाकी है दो घूंट कश के लगाओ के कई बात अभी बाकी है जो टूटे है ख्वाब सारे वो बैठ के जोड़ेंगे... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 127 Share Taj Mohammad 30 Mar 2024 · 1 min read खुद की तलाश में। मैं खुद की तलाश में कब से भटक रहा हूं। वक्त के साथ जिंदगी में बस गुजर कर रहा हूं।। कोई तो मोड़ आए जो हो जानिबे मंजिल। इसी इंतजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 126 Share Ravi Prakash 27 Mar 2024 · 1 min read *भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)* *भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)* _______________________ 1) भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, शुभ करवाते मोदी जी... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · मोदी · व्यक्तिगत कविताऍं 186 Share Jyoti Khari 27 Mar 2024 · 1 min read गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!! कुछ इस तरह के गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में... उन्हें जीना नहीं हमें उनके बिना जीना नहीं, आख़िर दर्दों के सिवा क्या मिला इस बंदगी में... अस्मत लूटी जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 165 Share आकाश महेशपुरी 26 Mar 2024 · 1 min read जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा वे ही लगते हैं मेरे दिल को दुखाने ज्यादा ज़िंदगी तेरे तजुर्बे से यही सीखा है ज़ख़्म देते नहीं अपनो से बेगाने ज्यादा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 174 Share Rahul Singh 26 Mar 2024 · 1 min read "होली है आई रे" बजे ढोल, बजे ताशा, होली है आई रे, रंग बिरंगे हैं गाने, खुशियाँ मनाई रे। रंगों का त्योहार है, हर दिल में प्यार है, खुशियों की बौछार है, हर दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · फागुन होली फागुन होली · होली 116 Share Taj Mohammad 26 Mar 2024 · 1 min read हमें खतावार कह दिया है। वफाओं का मेरी तुमने क्या खूब सिला दिया है। बिना जानें ही तुमने हमें खतावार कह दिया है।। अब तुम दो खुशी या दो हमको कितने भी गम। हमनें तुम्हारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 135 Share Aman Sinha 22 Mar 2024 · 1 min read संगदिल किस संगदिल से हम दिल को लगाए बैठे है वो खोये है खुद में हम खुद को भुलाए बैठे है राह जाती है गुजर कर दिल की नज़रों से कहीं... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक · शेर 99 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2024 · 1 min read हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं कुछ लोग तेरी बज़्म में जो आए हुए हैं कुछ लोग यहाँ रोज ही लड़ने में हैं मशरूफ वो चैन से हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 102 Share Taj Mohammad 20 Mar 2024 · 1 min read मां तो फरिश्ता है। क्या ख़ूब कहा है, किसी ने मां के पैरों के नीचे जन्नत होती है।।1।। गर मां खुश होके, हकमें दुआ करदे तो पूरी हर मन्नत होती है।।2।। मां तो फरिश्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 165 Share Atul "Krishn" 20 Mar 2024 · 1 min read निलय निकास का नियम अडिग है तन तो बस है एक घरोंदा मिट्टी का "साँस " के वास का अल्प ठिकाना नए कुछ घर हैं मज़बूत खड़े समय के जल - और हलचल से कुछ हैं... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 109 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 19 Mar 2024 · 1 min read *मैं और मेरी तन्हाई* ले लिया आगोश में उसने मुझे तुम होती तो कुछ और बात होती कश के जकड़ा था उसने मुझे तुम बाहों में होती तो कुछ और बात होती मैं नशे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 107 Share Ravi Prakash 19 Mar 2024 · 1 min read *जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)* *जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)* ________________________ 1) जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है आत्महत्या कर रहा भी, चीखता सौ बार है... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Mar 2024 · 1 min read जीवन की परिभाषा क्या ? जीवन किसको कहते हैं, जीवन की परिभाषा क्या ? बिन मानवता भाव के, मानव की परिभाषा क्या ? एक है प्रश्न एक है उत्तर, ईश्वर की परिभाषा क्या ? जीवन... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 11 294 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Mar 2024 · 1 min read एक है ईश्वर एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो सकते हैं कैसे । खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 8 152 Share gurudeenverma198 18 Mar 2024 · 1 min read यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है। मानकर अपना किसी को, प्यार हमने किया है।। यही एक काम बुरा---------------------।। प्यार अपना कभी हमने, रखा नहीं दिल में छुपाकर।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share gurudeenverma198 17 Mar 2024 · 1 min read बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूला पाना। दिलो- दिमाग में बसी, तेरी तस्वीर मिटा पाना।। बहुत मुश्किल है दिल से------------------।। लग भी जाता है दिल भी, चमन की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 161 Share आकाश महेशपुरी 16 Mar 2024 · 1 min read मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए मतलब निकल गया तो यूँ रुसवा न कीजिए दुनिया की तरह प्यार का सौदा न कीजिए हैं प्यार के सिवा भी कई काम आजकल हर वक़्त सज के सामने आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 95 Share gurudeenverma198 14 Mar 2024 · 1 min read मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ। कभी रोता हूँ मैं, कभी हँसता हूँ।। मैं तन्हाई में----------------------।। तुम तो रहे आखिर, हमसे बड़े आदमी। याद तुम्हें करने को, पैसा खर्च करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 158 Share Taj Mohammad 14 Mar 2024 · 1 min read हमें सलीका न आया। ज़िन्दगी को जीनें का हमें तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब ही पर हमें सलीका न आया।।1।। क्या क्या बयां करें हम तुम्हें मां की खूबियां। मां के जैसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 14 Mar 2024 · 1 min read "तेरे लिए.." ग़ज़ल ले लिए ख़ुद पे, ज़माने के, क़हर, तेरे लिए, पी लिया अब तो आशिक़ी का ज़हर तेरे लिए। ग़ुस्ल करते, तुझे देखा है, जब से बारिश मेँ, दोनों आँखों मेँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 155 Share Aman Sinha 14 Mar 2024 · 2 min read आंधी चिड़ियों के चहक में आज कोलाहल था शोर था उत्तर के पुरे आसमान में काले बादल का जोर था पेड़ अभी तक शांत खड़े थे धूल की न कोई रैली... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 118 Share Atul "Krishn" 13 Mar 2024 · 1 min read वो ऊनी मफलर सर्दी के हैं ये कुछ महीने कस्तूरी की खुश्बू , मेरे साथ होती है पूछते हैं कुछ लोग, कुछ अटकलों में रहते हैं उलझे- उलझे उन्हें क्या पता है वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share gurudeenverma198 13 Mar 2024 · 1 min read छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना। औरों की फिक्र में बीमार, खुद अपने को करना।। छोड़ दिया है मैंने अब------------------।। सोचता हूँ मैं अब, अपनी खुशी के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share Surinder blackpen 11 Mar 2024 · 1 min read वो आए और देखकर मुस्कुराने लगे वो आये और देख कर जाने लगे। नज़र नीची किये , मुस्कराने लगे। लाख कोशिशें की,पर रोक न पाये ख्वाब आंखों में थे, छटपटाने लगे। महफ़िल में गुमसुम ,बैठ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share Taj Mohammad 9 Mar 2024 · 1 min read मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। हर जगह मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं। जीने की खातिर मैं कुछ काम ढूंढता हूं।। चांद सितारे सब छुपे है बदलियों में। रातों में उठकर मैं चमकता चांद ढूंढता हूं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 215 Share Aman Sinha 8 Mar 2024 · 1 min read कम्बखत वक्त कम्बखत ये वक्त, बड़ा बेरहम है खुद ही दवा है और, खुद में ये जखम है हाथ होता है मगर ये, साथ होता है नहीं हक़ में लगता है मगर... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 185 Share gurudeenverma198 8 Mar 2024 · 1 min read दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम ल दिल को सिर्फ तेरी याद ही, क्यों आती है हरदम। ऐसी क्या खूबी है तुझमें, भूले नहीं जो तुमको हम।। दिल को सिर्फ तेरी याद------------------।। जबकि हमसे रही नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 167 Share Taj Mohammad 6 Mar 2024 · 1 min read हर राह सफर की। कुछ पल आ करके यूं ही गुजर जातें हैं। बन कर याद जो जिन्दगी भर रह जातें हैं।।1।। कौन समझाए उन्हें जो हमे भूल गए हैं। अपनी यादों से जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 136 Share Atul "Krishn" 6 Mar 2024 · 1 min read सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है ये सर्दी - ये धुंध भी ना मेरी दुश्मन है औरों की तरह- ये खुशगवार नहीं है किसी ना किसी तरह , तेरी याद ताज़ा रखती है पहाड़ी पगडंडियों पर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share singh kunwar sarvendra vikram 5 Mar 2024 · 1 min read तुझे पाने की तलाश में...! तुझे पाने की तलाश में, दर–दर भटक रहा हूं मिट्टी में हुआ पैदा, मिट्टी में मिल रहा हूं तलवों में जो छाले पड़ते, जलती सी इस रेत में राहत पाने... Hindi · Kunwarsarvendra · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 248 Share Taj Mohammad 5 Mar 2024 · 1 min read कोई तो डगर मिले। दिल के अहसास लिख रहा हूं अल्फाजों में। इन्हें ढाला है मैने अपनी चाहत के सांचों में।। तुम दूर हो गए हो हमसे, कोई भी गम नही। कमबख्त रूह बसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 5 Mar 2024 · 1 min read जिसने अपनी माँ को पूजा जिसने अपनी माँ को पूजा, रहा कभी न भूखा l धन दौलत और शोहरत का भी, रहा कभी न सूखा ll अरे जिसने अपना माथा मां के, कदमों में रखा... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा · मुक्तक 202 Share Sahil Ahmad 4 Mar 2024 · 1 min read भले दिनों की बात भली सी एक शक्ल थी न ये कि हुस्न-ए-ताम हो न देखने में आम सी न ये कि वो चले तो कहकशाँ सी रहगुज़र लगे मगर वो साथ हो तो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 139 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read चाँद सबको अच्छा लगता है जब बड़ी अठखेलियां करता है ताल में अपनी छवि देख क्यों इतना इतराता है ना जाने किसे रिझाता है ? हर बार सिर्फ एक ही रूप... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 117 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read "कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है सिर्फ ये मेरी ही बात नहीं हैं ये उतनी ही तेरी भी है कथा व्यथा की लिखना मुश्किल है क्या कहूँ ? कितना कहूँ ? अनुभव के अथाह से चंद... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 170 Share Atul "Krishn" 4 Mar 2024 · 1 min read तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ तलाशता हूँ हर शाम उस "प्रणय यात्रा" के निशाँ बेखयाली में अभी भी सागर की उस नरम रेत पर आज भी जाता ही हूँ तलाशने तुम्हारे पैरों के निशाँ सालों... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 120 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read उफ ये सादगी तुम्हारी। बार-बार तुझको पढनें की आदत सी हो रही है । उफ ये सादगी तुम्हारी तो कयामत सी हो रही है।।1।। फिर आया हवा का झोंका तेरी खुशबू लेकर। शायद हमारें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read यूं ही कुछ लिख दिया था। यूं ही कुछ लिख दिया था, मैनें तुम्हारे बारे में,,, मुझे क्या पता था, तुम बदनाम हो जाओगे!!! बेखबर था उस गुनाह से, जो मुझसे हुआ है अन्जानें में,,, किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 145 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तुझे भूले कैसे। तू अभी भी जिन्दा है कही मुझमें। तुझे भूले कैसे तू बसता है दिलमें।। कोशिशें हजार ना कामयाब रही। जाऊं कहां जब तू दिखता है रबमें।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ख्वाहिशों की ज़िंदगी है। जिंदगी में कुछ यूं भी है गम मिले। वक्त तो बीता पर ये कभी कम न पड़े।। ख्वाहिशों की ज़िंदगी है क्या करें। सफर में तो रहे पर हम सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read तमन्ना है तू। तू चांदनी महताब की, तू रोशनी आफताब की। तमन्ना है तू मेरे दिल की, मुझे चाहत है तेरे साथ की।। ताज मोहम्मद लखनऊ Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 126 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का। अहसान मत लेना किसी अपने का। वर्ना जुर्म आएगा फिर उसे ठगने का।।1।। माना वक्त बुरा है पर सदा न रहेगा। यहां ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।।2।। काश कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share Taj Mohammad 3 Mar 2024 · 1 min read दुआ को असर चाहिए। चेहरा पढ़ने को नज़र चाहिए। यहां ज़िन्दगी जीने को हुनर चाहिए।।1।। करने को तो सब ही करते है। पर मुकम्मले दुआ को असर चाहिए।।2।। बड़ी खामोश है ये ऊंची इमारतें।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share Dinesh Kumar Gangwar 3 Mar 2024 · 1 min read सोच सोच यह ज़िन्दगी किस काम की है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो तो जरा क्या धर्म, ईमान कहता है सोचो तो जरा क्या किया है हमने सोचो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 111 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read आया हूँ मैं ऊपरी मंजिल से उतर आया हूँ के ख्वाब के हर पर कुतर आया हूँ होश है के मैं हूँ किसकी जद में उम्मीद को ताज्जुब है के किधर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 699 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read इश्क का इंसाफ़। तुझको लेकर ये दिल अक्सर बगावत करता है। पर ये नफ्स है मेरा जो इसकी हिफाज़त करता है।।1।। हैरां हूं परेशां हूं जानें क्यों ये सुनता नहीं है मेरी। पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 157 Share Taj Mohammad 2 Mar 2024 · 1 min read मुहब्बत सचमें ही थी। कुछ कमियां मुझमें भी थी। कुछ कमियां तुझमें भी थी।। इश्क के सच्चे वादों में, कुछ तेरी तो कुछ मेरी, झूठी कसमें भी थी।। ना तुम बेवफा थे। ना हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share gurudeenverma198 2 Mar 2024 · 1 min read ऐसा कभी क्या किया है किसी ने ऐसा कभी क्या, किया है किसी ने। अपने लिए कुछ भी, चाहा नहीं किसी ने।। ऐसा कभी क्या,-----------------------।। इच्छा नहीं है किसकी, महलों में रहने की। काँटों का बिछौना अपना,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 153 Share Previous Page 11 Next