अमित कुमार 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अमित कुमार 29 Sep 2023 · 1 min read बलात-कार! ये सामान्य चिता नहीं है ये चिता- सामुहिक बलात्कार से पीड़ित उस बेटी है, जिसके जिंदा मासूम शरीर को हवस में बदहवास नर पिशाचों ने अंग-प्रत्यंगों को नोच नोच कर... Hindi · कविता 1 1 204 Share अमित कुमार 4 Feb 2023 · 1 min read मृत्यु मृत्यु ने मुस्कुरा कर पूछा!, मैं आऊँगी तो स्वागत कैसे करोगे? मैने कहा! हृदय को पुष्पों से सुसज्जित कर पूछूँगा, हे दिव्ये !, आने में इतनी देर कैसे हुई ?... Hindi 1 233 Share अमित कुमार 8 Mar 2022 · 1 min read जाते हुए रास्ते पर जाते हुए रास्ते पर ‘नारी सशक्तिकरण समिति’ के पास से निकले, उन पर हमारी नज़र पड़ गयी तो, वो हमें देखकर नैन मटकाए, मुस्कराए। हम शर्माए और निगाहों के साथ... Hindi · कविता 1 236 Share अमित कुमार 8 Mar 2022 · 1 min read जो लोग ला रहे नारी का उत्थान भारतीय संस्कृति में स्त्री को शक्ति के रूप में माना जाता है,और हम विभिन्न रूपों में शक्ति स्वरूप में इसकी पूजा भी करते हैं, इसलिए हम भी मानता हैं कि... Hindi · कविता 1 249 Share अमित कुमार 22 Feb 2022 · 3 min read देश की गम्भीर स्थिति कुछ समय से लोगों के अन्दर सत्य के प्रति ही विद्रोह की एक लहर सी उठ खड़ी हुई है। राष्ट्र और स्वयं भारत माता छद्म राष्ट्रवादियों या कहा जाये धूर्त... Hindi · कोटेशन 1 194 Share अमित कुमार 11 Sep 2021 · 1 min read समय का आभाव है सब लोग व्यस्त हैं, जो नही भी हैं वो कहते हैं कि वो फ्री नही है इसलिए... समय का आभाव है जाना भी कहीं नही शीघ्रता है सभी को पाना... Hindi · कविता 2 232 Share अमित कुमार 10 Sep 2021 · 1 min read नित नूतन परिवर्तन जारी है नित नूतन परिवर्तन जारी है जग में भीड़ बड़ी भारी है दो घटकों में नर-नारी हैं अब देखो किसकी बारी है। © "अमित" Hindi · कविता 1 281 Share अमित कुमार 10 Sep 2021 · 1 min read उनके झूँठ के झूँठ में उनके झूँठ के झूँठ में अपना सच छुपा लेता हूँ ताकि झूँठ के सामने कभी सच का कत्ल न हो सके। © "अमित" Hindi · शेर 1 294 Share अमित कुमार 10 Sep 2021 · 1 min read हसरत ऐ-दिल हसरत ऐ-दिल की क्या सुनाऊं? साहिब ! उड़ाने तो बहुत भरी पर जमी से ना उठ सका। © "अमित" Hindi · शेर 1 432 Share अमित कुमार 10 Sep 2021 · 1 min read बहुत गमशीन बहुत गमशीन है निगाहें आज उनकी, उन्हें क्या पता उनका खुदा आज रूठा है। © "अमित" Hindi · शेर 1 289 Share अमित कुमार 26 Aug 2021 · 1 min read हमने भी हमने भी हर एक मोड़ पर तलाशा तुम्हें तुम भी सीधे रास्ते के मुसाफ़िर निकले।। © "अमित" Hindi · शेर 4 266 Share अमित कुमार 16 Aug 2021 · 1 min read आप आए कलियों को तोड़ा आप आए कलियों को तोड़ा और चल दिए ... पर बागवान से पूछो कि कितनी फितरत से पाला है उन्हें। ©"अमित" Hindi · शेर 3 366 Share अमित कुमार 16 Aug 2021 · 1 min read छोटी सी गलती छोटी सी गलती की भी तू खुश हो सज़ा देता है मुझे उनका क्या हाल होगा? जो पाप किये बैठे हैं । ©"अमित" Hindi · हाइकु 3 465 Share अमित कुमार 31 Jul 2021 · 1 min read हजारों खिलजी (यह कविता पद्मावती फ़िल्म का हो रहे विरोध के समय लिखी गयी थी) हजारों खिलजी अपनी नुकीली दाढ़ी खुजलाते हुए- हजारों पद्मावतियों को उनके ही अन्तर्हृदय में जलती हुई अग्नि में प्रतिदिन, प्रतिक्षण ... जौहर करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। शिर्फ़... Hindi · कविता 2 221 Share अमित कुमार 30 Jul 2021 · 1 min read रूठी रूठी सी लगती हो ? रूठी रूठी सी लगती हो कुछ हो सा गया है ? उदासी है चेहरे पर दिल कहीं खो सा गया है? दिन अच्छा लगता नहीं रातों की भी नींद गयी... Hindi · कविता 4 432 Share अमित कुमार 29 Jul 2021 · 1 min read बंदिशों का प्यार हजारों बन्दिशों में भी हम तुझे याद करते थे हज़ारों पहरों में भी हम आंखों के इसारे ही सही, पर बात किया करते थे। अब न कोई बन्दिशें हैं अब... Hindi · कविता 3 290 Share अमित कुमार 27 Jul 2021 · 1 min read यात्रा चला जा रहा हूँ और अभी तलास जारी है खाने में, पीने में , जीने में और मरने में खोने में , पाने में, सोने में और करने में। फूलों... Hindi · कविता 3 229 Share अमित कुमार 24 Jul 2021 · 1 min read हे वंशीधर!!! हे, वंशीधर! हे,त्रिपुरारी !! हे महादेव !!! संहार, भगवाधारी कालनेमि कर रहे आज व्यभिचार । मूल फूल मठ मन्दिर शाला हो रहे आज बदनाम , ये जटा-जुट कंठी-माला धारी करते... Hindi · कविता 5 516 Share अमित कुमार 23 Jul 2021 · 1 min read भृष्टाचार की लूट भ्रस्टाचार की लूट है लुट सको तो लुट, अंत समय पछतायेगा जब प्राण जाएंगे छूट। प्राण जाएंगे छूट बनी रहेगी यही लालसा हाय !, लूट न पाया कुछ भी अधूरी... Hindi · कविता 4 384 Share अमित कुमार 23 Jul 2021 · 1 min read "बलात्कार" की सामूहिक चिता ये सामान्य चिता नहीं है ये चिता- सामुहिक बलात्कार से पीड़ित उस बेटी है, जिसके जिंदा मासूम शरीर को हवस में बदहवास नर पिशाचों ने अंग-प्रत्यंगों को नोच नोच कर... Hindi · कविता 5 282 Share अमित कुमार 21 Jul 2021 · 1 min read पूरे मीठे ख्वाब होंगें इस बंजर मिट्टी में भी गुलाब होंगें जरा सब्र कर, पूरे मीठे ख़्वाब होंगें। मोहब्बत तो शिर्फ़ एक जरिया है ख़ुदा तक पहुचने का, हम इश्क़ के दरिया से भी... Hindi · शेर 3 190 Share अमित कुमार 20 Jul 2021 · 1 min read काश मैं तुमसे... काश मैं कभी तुमसे रूबरू होता गिले-शिकवे का दौर शुरू होता। बैठ कर मिटाता तन्हाईयों को साथ एक प्यार का शिलशिला शुरू होता। ©"अमित" Hindi · शेर 2 328 Share अमित कुमार 15 Jul 2021 · 1 min read यथा नाम तथा न गुणा नाम है दयाराम करते शिकार हैं नाम है लक्ष्मीदेव लेते उधार हैं... कहने को ब्रम्हचारी रोज जाते "बार" हैं बनने को पतिब्रता ब्वॉयफ्रेंड हजार हैं ©"अमित" यह कविता मैंने एक... Hindi · कविता 3 428 Share अमित कुमार 12 Jul 2021 · 1 min read memory Some memory in my soft heart, Who did distracted All part of body. Something Have presence around Like full wave of pond, I did’nt listen any sound Can do nathing,... English · Poem 2 2 337 Share अमित कुमार 12 Jul 2021 · 1 min read कभी तो उदास कभी तो उदास रहना भी अच्छा है , कभी तो आंसू बहाना भी अच्छा है, दिखावटी मुश्कराहट लिए फिरते हैं दुनियां के बहते बहाव से हटकर, कभी तो थम जाना... Hindi · मुक्तक 3 2 259 Share अमित कुमार 12 Jul 2021 · 1 min read वर्षा आज मौसम में एक भीगा सुखद एहसास है तेरा होना भी ऐ, वर्षा ! कहीं आस-पास है। बड़ी शीतल सी अंगड़ाइयां हैं तेरी , अल्हड़ सी हवा के साथ, रोमांचित... Hindi · कविता 3 267 Share अमित कुमार 12 Jul 2021 · 1 min read दर्द से भरा दरिया अथाह दर्द से भरा दरिया हूँ, साथी !!! भूलकर भी कूदने की कोशिश मत करना। ©"अमित" Hindi · मुक्तक 3 593 Share अमित कुमार 12 Jul 2021 · 1 min read छोड़ दो तुम साथ मेरा छोड़ दो तुम साथ मेरा मैं बसेरा हूँ निशा का। तोड़ दो तुम प्यार मेरा मैं अकेला हूँ ईशा का। ये काली रात ढलते ही जाना चले आते ऊषा का।... Hindi · कविता 3 262 Share अमित कुमार 11 Jul 2021 · 1 min read सारा जहां जल रहा ये ज़मीं जल रही है ये आसमां जल रहा है जिधर देखो उधर ही ये सारा जहां जल रहा है। नफरतों की आग का आलम तो देखिए ! सूरज के... Hindi · मुक्तक 3 305 Share अमित कुमार 7 Jul 2021 · 1 min read छोटी सी गलती छोटी सी गलती की भी तू खुश हो सज़ा देता है मुझे उनका क्या हाल होगा? जो पाप किये बैठे हैं । ©"अमित" Hindi · मुक्तक 3 310 Share अमित कुमार 7 Jul 2021 · 1 min read जिस्म और जान जिस्म है जान है और जुदा जुदा भी भगवान है अब इश्क की इबादत कहाँ सिर्फ मान है, अभिमान है। ©"अमित" Hindi · शेर 3 250 Share अमित कुमार 7 Jul 2021 · 1 min read भ्रात्र प्रेम बरसात में आंगन की दीवार क्या टूटी !!! लिपट कर रोये जी भर मुद्दतों बाद मिले थे दो भाई आपस में। ©"अमित" Hindi · मुक्तक 4 2 508 Share अमित कुमार 7 Jul 2021 · 1 min read छोटी बेवफ़ाई अपनापन दिखा कर इतनी बेरुखी ठीक नहीं है साहिब!! मुहब्बत की गली में इसको भी छोटी सी बेवफ़ाई मानी जायेगी। ©"अमित" Hindi · शेर 3 414 Share अमित कुमार 7 Jul 2021 · 1 min read विश्व रंगमंच ये विश्व एक रंगमंच है जीवन एक अभिनय। खेलना सभी को पड़ता है कोई दम से खेलता है और कोई दुम से।। ©"अमित" Hindi · कविता 3 240 Share अमित कुमार 6 Jul 2021 · 1 min read आपदा हर अवसर के लिये सनम !!! तुम खुद एक आपदा हो। ©"अमित" Hindi · हाइकु 4 263 Share अमित कुमार 3 Jul 2021 · 7 min read अनमोल हीरा ★अनमोल हीरा★ कोयले की खान में एक हीरा ऐसे ही पड़ा हुआ था जैसे कूड़ेदान में सोने की गिन्नी पड़ी हो। खान में काम करने वाले मजदूर क्या जाने हीरा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 12 51 2k Share अमित कुमार 2 Nov 2018 · 1 min read माँ ! तेरा समर्पण शब्दों में, माँ ! कह या कोई रच सकता ? तेरे प्रेम की अनुभूति निराली इससे क्या कोई बच सकता? ब्रम्हांड निःशब्द हो जाता है तेरी ममता का... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 39 1k Share