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13 May 2024 · 1 min read

आदत सी पड़ गयी है

आदत सी पड़ गयी है
खुद को छिपाने की

चाहते भी दे गयी, दगा
कुछ भी पाने की

सुर्ख महफिल में
तनहा सा दिखता हूं

दर्द की स्याह से
जब शब्दों को लिखता हॅू

हर सूरत लगती है
सिर्फ एक अनजानी सी ।

Language: Hindi
1 Like · 20 Views
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