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13 May 2024 · 1 min read

काश किसी को…

काश!, किसी को कहकर
बताला सकता अपना

कभी बना सकता यों
जीवन का झूठा सपना।

कहीं नदी के तट पर
बैठ मिले हम होते

कह अपना-अपना दुःख
एक दूजे से रो लेते।

Language: Hindi
1 Like · 20 Views
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