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13 May 2024 · 1 min read

पतझड़ मे एक दर्द की

पतझड़ मे एक दर्द की
बहार सी आती है

आंखो मे बूंदो की
बौछार छा जाती है

रोम-रोम मे हवा की
सिहरन दौड़ जाती है

तब हृदय मे पवित्रता की
लहरें हिलोरें कर

सम्पूर्ण कलुसता को
बहा ले जाती है ।

Language: Hindi
1 Like · 24 Views
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