Sanjay Narayan 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay Narayan 13 Feb 2024 · 1 min read दर्पण व्यस्तता जब ढीली करे अपनी पकड़ तब देखना दर्पण निहारना अपनी छबि निहारते जाना एकटक अपलक अनवरत यदि मुखमंडल की मलीनता मन कचोटने लगे झाँकना अन्तस में सोचना कब कब... Hindi 78 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read Nobility Nobility of my character May thus be rated: I embrace to them also Whom entire society humiliated. If you seek my help, You will definitely be co-operated. For, I am... Poetry Writing Challenge-2 103 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read Thus Collapsed a Happy Town Thus collapsed a happy town. Clouds encircled the foundation and hailed And settled deep down. The house walls therefore fully failed, To face burning sun’s crown. Liberal you become and... Poetry Writing Challenge-2 122 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read Prayer to Absolute Be my life observed at a glance. There is a very vast role of chance. Neither legacy favoured, nor any heritage. Combatting with luck is my pilgrimage. Tongue, yet never... Poetry Writing Challenge-2 138 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read Love Love is such a song on string, That a little insipidity in note artery, Wipes away all its melodious cherry. Love is such a flame of feeling, That not any... Poetry Writing Challenge-2 108 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read Toughness of the way Destination, itself it’s lights scatters. Toughness of the way not a bit matters. Forefathers, for this trait, may feel proud, I avoid the path adopted by crowd. A road downtrodden,... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2024 · 1 min read दुनियाँ निष्ठा सच ईमानदारी से लड़ लड़ जूझ रही दुनियाँ। जो पारंगत षड़यंत्रों में उनको पूज रही दुनियाँ। कम से कम प्रयास करके भी जमना चाहें चोटी पर। शोध कर रहे... Poetry Writing Challenge-2 135 Share Sanjay Narayan 1 Feb 2024 · 1 min read छोड़ो मेरे हाल पे हमको छोड़ो मेरे हाल पे हमको दिल को हम बहला ही लेंगे. झूंठा कोई बहाना देकर प्यार के गम समझा ही लेंगे. लाख बुरे हैं मेरे सलीके फिर भी अपने प्यार... Poetry Writing Challenge-2 95 Share Sanjay Narayan 1 Feb 2024 · 1 min read है परीक्षा की घड़ी कोशिशों में रह नहीं पाए जरा सी भी कसर। है परीक्षा की घड़ी कस लो कमर।। लक्ष्य को पहचान जाओ, ध्यान अर्जुन सा लगाओ है नहीं पतवार तो क्या, हौसलों... Poetry Writing Challenge-2 181 Share Sanjay Narayan 1 Feb 2024 · 1 min read कब सीखोगे कब तक रहोगे यूँ ही अनाड़ी तुम होशियारी कब सीखोगे? नए दौर की इस दुनियां की दुनियादारी कब सीखोगे? मेरी हिफाज़त में रखा था माल सलामत सब निकला दुनियां ताना... Poetry Writing Challenge-2 176 Share Sanjay Narayan 1 Feb 2024 · 1 min read खाओ केक जन्मदिन वाली दिल के नगर में आज दिवाली यारों आज न बैठो खाली खाओ केक जन्मदिन वाली मिलकर सभी बजाओ ताली आज नहीं गुमसुम बैठेंगे आज करेंगे शोर। आज पतंग कटी है... Poetry Writing Challenge-2 93 Share Sanjay Narayan 1 Feb 2024 · 1 min read अच्छा ही किया तूने अच्छा ही किया तूने दौरे खिजां में हमसे नाता तोड़ लिया। मेरे पास सिवा गम के क्या था तूने गम से नाता तोड़ लिया।। अच्छा ही किया…….. हमको क्या खबर... Poetry Writing Challenge-2 113 Share Sanjay Narayan 27 Jan 2024 · 1 min read गुज़ारिश चाहें जो मौसम हो गम हो खुशी हो, दिन हो या फिर रात हो। हम तुम ही हों जो अगर साथ तो फिर, फकत प्यार की बात हो। ख़ामोश आँखों... Poetry Writing Challenge-2 69 Share Sanjay Narayan 27 Jan 2024 · 1 min read तब मानूँगा फुर्सत है मेरी खातिर फुर्सत पाओ तब मानूँगा फुर्सत है। छूकर दिल को दिल बहलाओ तब मानूँगा फुर्सत है।। फूल सरीखे हाँथों की उंगली की कोमल पोरों से मेरे बालों को सहलाओ... Poetry Writing Challenge-2 76 Share Sanjay Narayan 26 Jan 2024 · 1 min read मुठ्ठी भर आकाश सूरज चाँद सितारों सा एहसास है। मुट्ठीभर आकाश हमारे पास है। माँ तुम पास हमारे तो हमको धरती, इन्द्रधनुष के रंगों वाली घास है। (2) मेरा एक खजाना खास, तुम्हीं... Poetry Writing Challenge-2 70 Share Sanjay Narayan 26 Jan 2024 · 1 min read हम भी रोये नहीं हम भी रोये नहीं मुद्दतें हो गयीं। पत्थरों की तरह आदतें हो गयीं। जबसे बेताज वह बादशाह बन गया, पगड़ियों पर बुरी नीयतें हो गयीं। जख्म भी दर्द देते नहीं... Poetry Writing Challenge-2 79 Share Sanjay Narayan 26 Jan 2024 · 1 min read तुमने तन्हा छोड़ा है तुमने तन्हा छोड़ा है पर क्या जिंदा छोड़ा है शायद प्यास बुझे ना अब हमने सहरा छोड़ा है सदियों का दीवानापन लम्हा लम्हा छोड़ा है मुस्कानों ने क्यों दिल पर... Poetry Writing Challenge-2 104 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read सुख दुख तो मन के उपजाए सुख दुख तो मन के उपजाए। मूढ़ मंद मति काल चक्र गति विकृति समझ न पाए। गढ़ि निज दोष अपर सिर ऊपर मढ़ि मढ़ि अति सुख पाए। कौन हृदय परमारथवादी... Poetry Writing Challenge-2 161 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read जीवन भर यह पाप करूँगा स्वयं टूटकर स्वयं जुडूँगा सब कुछ अपने आप करूँगा। विगत दिनों जो भूलें की हैं उनका पश्चाताप करूँगा।। मेरी त्रुटि थी किया भरोसा मैंने अपने यारों पर। समझ न पाया... Poetry Writing Challenge-2 121 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read माया मिली न राम हासिल उसको ही हुआ, जिसने किया तलाश। मेहनत से मुमकिन हुआ, पतझड़ में मधुमास।। पत्थर भी पिघले वहाँ, जहाँ प्रेम की आग। जला न जो इस अगिन में, उसके फूटे... Poetry Writing Challenge-2 171 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read पाँव फिर से जी उठे हैं जब मिलीं दो युगल आँखें अधर पर मुस्कान धर के। गा उठे टूटे हृदय के भ्रमर मधुरिम तान भर के। सर झुकाकर दासता स्वीकार की अधिपत्य ने। गर्मजोशी जब परोसी... Poetry Writing Challenge-2 73 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read जीवन प्रत्याशा मुस्काती इक कुसुमकली ने मोह लिया मधुकर का मन। मंत्रमुग्ध हो भूला मधुकर अपनी सुध अपना गुंजन। सोंच रहा था इसी कली के आलिंगन में है जीवन। सोंच रहा था... Poetry Writing Challenge-2 136 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read मन मेरा एकाकी है हृदय-कोष्ठ में सूनेपन की झाँकी है। भरी सभा में मन मेरा एकाकी है।। लक्ष्य -मात्र था प्रेम तुम्हारा पाने का, तुमको ही अधिकार दिया इठलाने का, कानों में रस मधुर... Poetry Writing Challenge-2 77 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read दर्द को मायूस करना चाहता हूँ मैं तुम्हारे प्यार की लौ के लिए हसरतों को फूस करना चाहता हूँ। हर घड़ी हरदम तुम्हें, केवल तुम्हें, हाँ तुम्हें महसूस करना चाहता हूँ। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 यूँ तमन्ना है तुम्हारे... Poetry Writing Challenge-2 119 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 2 min read खाली हाथ निकल जाऊँगा पग रखता हूँ बहुत सँभल कर लेकिन मेरा कोई सहचर, प्रेम डगर पर क़दम बढ़ा दे तो मैं साथ फिसल जाऊँगा।। पीने लगूँ रक्त सहचर का इतनी व्याकुल प्यास नहीं... Poetry Writing Challenge-2 66 Share Sanjay Narayan 24 Jan 2024 · 1 min read भरोसा है मुझे फुर्र हो जाएगी पूँजी पाप के मद की पिंजड़े तुम हो न पाओगे भरोसा है मुझे। सूर्य से सच के छंटा जब झूँठ का बादल, ढह गया पल में तुम्हारा... Poetry Writing Challenge-2 75 Share Sanjay Narayan 8 Jan 2024 · 1 min read हम पचास के पार 😭😭😂😂 सूने होंगे गले छिनेंगे अब बाहों के हार तुम पैंतालिस पार हो गयीं हम पचास के पार ठिठुरन का मौसम कर देगा अपनेपन को गैर गर्म रखेंगे दिल को... Hindi 2 196 Share Sanjay Narayan 16 Mar 2023 · 2 min read खाली हाँथ निकल जाऊँगा पग रखता हूँ बहुत सँभल कर लेकिन मेरा कोई सहचर, प्रेम डगर पर क़दम बढ़ा दे तो मैं साथ फिसल जाऊँगा।। पीने लगूँ रक्त सहचर का इतनी व्याकुल प्यास नहीं... Hindi 1 278 Share Sanjay Narayan 19 Feb 2023 · 1 min read तुमने बरसाया उजाला हम अंधेरों से झगड़ते फिर रहे थे दर-ब-दर । तुमने बरसाया उजाला हो गए हम तर-ब-तर। मुस्कुराए तो अमावस की उदासी खो गई । साथ आए तुम तो मेरी पूर्णमासी... Hindi 128 Share Sanjay Narayan 19 Feb 2023 · 1 min read कला दृष्टिपात की अद्भुत कला से तुमने हृदय की चट्टान पर खजुराहो उकेर दिया है, फिर संगदिल सनम की तरह सिर्फ मुँह ही नहीं फेरा, उम्मीद के पन्नों पर पानी भी... Hindi 165 Share Sanjay Narayan 18 Feb 2023 · 1 min read भरोसा है मुझे फुर्र हो जाएगी पूँजी असत के मद की पिंजड़े तुम हो न पाओगे भरोसा है मुझे। सूर्य से सच के छंटा जब झूँठ का बादल, ढह गया पल में तुम्हारा... Hindi 1 164 Share Sanjay Narayan 14 Jul 2022 · 1 min read ईद मुबारक हो तुम अगर ख्वाब में दिख जाओ तो दीद मुबारक हो। एक लम्हे की सही प्यार की उम्मीद मुबारक हो। इधर से गुजरे तो सोंचा कि दीद करते चले, फिर अपने... Hindi · Sweet Heart · मुक्तक 1 344 Share Sanjay Narayan 29 Jun 2022 · 1 min read दर्द को मायूस करना चाहता हूँ मैं तुम्हारे प्यार की लौ के लिए हसरतों को फूस करना चाहता हूँ। हर घड़ी हरदम तुम्हें, केवल तुम्हें, हाँ तुम्हें महसूस करना चाहता हूँ। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 यूँ तमन्ना है तुम्हारे... Hindi 3 3 366 Share Sanjay Narayan 21 Mar 2022 · 1 min read I can't bear watching I can't bear watching Sufferings of the street you desert, Pain of the path you are leaving, I can't bear watching Your bereaved departure. Being taught by disclosure Of the... English · Poem 1 329 Share Sanjay Narayan 15 Mar 2022 · 1 min read लेते चलो मौन हैं जो सदाएं भी लेते चलो। दर्द की कुछ दवाएं भी लेते चलो। तुम अमीरों में सरताज़ बन जाओगे, मुफ़लिसों की दुआएं भी लेते चलो।। संजय नारायण Hindi · मुक्तक 1 255 Share Sanjay Narayan 4 Mar 2022 · 1 min read Achievement of Powers A bee in dilemma Around the hive of doubts hovers. Over it Brooks of honey Never sprinkle their showers. As an arrow under influence of slumber Never hits the target... English · Poem 1 218 Share Sanjay Narayan 14 Feb 2022 · 1 min read पत्थर दिखाई देता है हर एक सिम्त ये मंजर दिखाई देता है। मुश्किलों में आस का घर दिखाई देता है। मैं जिसके हाँथ में देकर गुलाब आया था, उसी के हाँथ में पत्थर दिखाई... Hindi · मुक्तक 1 260 Share Sanjay Narayan 12 Feb 2022 · 1 min read अन्तर्द्वन्द मार डालेगा अपने हक़ में बोल न पाए तो मुँह -बंद मार डालेगा। औरों का हक़ गटक गए तो अति -मकरंद मार डालेगा। मनमीतों से मन की पीड़ा , गिला, शिकायत कहते... Hindi · मुक्तक 2 241 Share Sanjay Narayan 8 Feb 2022 · 1 min read बेहतर मीठे तम से कड़वे सच की भोर बहुत ही बेहतर है। फूल दिलों के गूँथे जिसमें डोर बहुत ही बेहतर है। कच्ची डोरी रिश्तों की टूटती देख भी ना टूटी,... Hindi · मुक्तक 1 261 Share Sanjay Narayan 25 Jan 2022 · 1 min read बीते दिन गिन गिन मत बोलो कुटिल कुचाली के कर्मों से, घिन आये तो घिन मत बोलो। बहुत सरल है प्रेम की बोली, बोली बहुत कठिन मत बोलो। वर्तमान है अतिथि इसे भगवान सरीखा आदर दो,... Hindi · मुक्तक 359 Share Sanjay Narayan 23 Jan 2022 · 1 min read जाड़ों की बरसातों ने राहों में खामोशी भर दी , जाड़ों की बरसातों ने। उथल पुथल कर रख दी दिल में, यादों की बारातों ने। नफ़रत ने भी मुझको शायद, इतना ना तड़पाया होता,... Hindi · मुक्तक 337 Share Sanjay Narayan 14 Jan 2022 · 1 min read भरी सभा में मन मेरा एकाकी है हृदय-कोष्ठ में सूनेपन की झाँकी है। भरी सभा में मन मेरा एकाकी है।। लक्ष्य -मात्र था प्रेम तुम्हारा पाने का, तुमको ही अधिकार दिया इठलाने का, कानों में रस मधुर... Hindi · गीत 1 287 Share Sanjay Narayan 7 Jan 2022 · 1 min read ढूंढ लेता है भलाई में बुराई का पुलिंदा ढूंढ लेता है । जो जैसा है वो वैसा ही चुनिंदा ढूंढ लेता है।। बड़ा मशरूफ रहता है वह तन्हाई के आलम में , जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 366 Share Sanjay Narayan 2 Jan 2022 · 1 min read मुहूरत वो जब हर लम्हे की जरूरत बन जाता है। तो जरूरत से भी ज्यादा खूबसूरत बन जाता है। वो साथ हो तो मैं शुभ अशुभ क्या सोंचूं, मेरा हर एक... Hindi · मुक्तक 1 481 Share Sanjay Narayan 31 Dec 2021 · 1 min read नववर्ष तुम्हारा अभिनंदन आमोद !प्रमोद! विनोद !नवल !नव हर्ष! तुम्हारा अभिनंदन ! नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन !! ??????? नवसंतति के नवचेतन में फूटें अंकुर मुद -मंगलमय । नवचिंतन के नूतन किसलय महकें बनकर... Hindi · कविता 306 Share Sanjay Narayan 23 Nov 2021 · 1 min read मरते हैं लोग वही जन्नत जीते हैं जो सपनों पर मरते हैं। पर सपनों में जीने वाले फाके कर कर मरते हैं। मुल्क की खातिर मरने वाले जी जाते हैं मरकर भी,... Hindi · मुक्तक 223 Share Sanjay Narayan 16 Nov 2021 · 1 min read दोस्त शर्मा शुक्ला मिश्रा यादव वर्मा वैश्य बनर्जी दोस्त। खतरनाक है सबमें लेकिन असल शक्ल में फर्जी दोस्त।। जिस थाली में करता भोजन उसी थाल को देता छेद। अपने घड़ियाली स्वभाव... Hindi · कविता 1 540 Share Sanjay Narayan 12 Nov 2021 · 1 min read दुनियाँ निष्ठा सच ईमानदारी से लड़ लड़ जूझ रही दुनियाँ। जो पारंगत षड़यंत्रों में उनको पूज रही दुनियाँ। कम से कम प्रयास करके भी जमना चाहें चोटी पर। शोध कर रहे... Hindi · गीत 1 249 Share Sanjay Narayan 4 Nov 2021 · 1 min read दीपावली मंगलमय हो ?️?️?️?️?️?️?️?️?️?️ आ ज तम पर छा रही निश्चेतना । प र्व यह प्रतिमान कुछ ऐसे गढ़े, स त्य के आलोक की हो गर्जना। ब लबती दैदीप्य बाती यूँ बढ़े, को... Hindi · कविता 1 245 Share Sanjay Narayan 29 Oct 2021 · 1 min read जीवन प्रत्याशा मुस्काती इक कुसुमकली ने मोह लिया मधुकर का मन। मंत्रमुग्ध हो भूला मधुकर अपनी सुध अपना गुंजन। सोंच रहा था इसी कली के आलिंगन में है जीवन। सोंच रहा था... Hindi · कविता 1 354 Share Page 1 Next