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23 Nov 2021 · 1 min read

मरते हैं

लोग वही जन्नत जीते हैं जो सपनों पर मरते हैं।
पर सपनों में जीने वाले फाके कर कर मरते हैं।
मुल्क की खातिर मरने वाले जी जाते हैं मरकर भी,
कामचोर तो मुर्दों जैसा जीवन जीकर मरते हैं।।

संजय नारायण

Language: Hindi
185 Views
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