Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2024 · 1 min read

सुख दुख तो मन के उपजाए

सुख दुख तो मन के उपजाए।

मूढ़ मंद मति काल चक्र गति विकृति समझ न पाए।

गढ़ि निज दोष अपर सिर ऊपर मढ़ि मढ़ि अति सुख पाए।

कौन हृदय परमारथवादी नेह सुधा बरसाए?

मुकुर मुकुर निज यौवन निरखे, निरखि निरखि हरसाये।

कभी न सौष्ठव बालसखा को फूटी आँख सुहाए।

करनी की भरनी पर रोए देवहिं दोष लगाए।

कौन जगत में मनुज कौतुकी जो सबके मन भाए?

पर उन्नति निज अवनति माने जले भुने खिसियाये।

नारायण भी अइसेन के दुख दूर नहीं कर पाए।

संजय नारायण

Language: Hindi
70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
Shweta Soni
*दो-चार दिन की जिंदगी में, प्यार होना चाहिए (गीत )*
*दो-चार दिन की जिंदगी में, प्यार होना चाहिए (गीत )*
Ravi Prakash
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
प्रेम
प्रेम
विमला महरिया मौज
Dont worry
Dont worry
*Author प्रणय प्रभात*
तंग अंग  देख कर मन मलंग हो गया
तंग अंग देख कर मन मलंग हो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
भूख
भूख
RAKESH RAKESH
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
आसमान
आसमान
Dhirendra Singh
*Dr Arun Kumar shastri*
*Dr Arun Kumar shastri*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
कृष्ण जन्म
कृष्ण जन्म
लक्ष्मी सिंह
*** आप भी मुस्कुराइए ***
*** आप भी मुस्कुराइए ***
Chunnu Lal Gupta
हमने क्या खोया
हमने क्या खोया
Dr fauzia Naseem shad
आओ प्रिय बैठो पास...
आओ प्रिय बैठो पास...
डॉ.सीमा अग्रवाल
'मरहबा ' ghazal
'मरहबा ' ghazal
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पैसा
पैसा
Kanchan Khanna
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
3330.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3330.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक:इक नज़र का सवाल है।
शीर्षक:इक नज़र का सवाल है।
Lekh Raj Chauhan
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
Vishal babu (vishu)
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भगतसिंह: एक जीनियस
भगतसिंह: एक जीनियस
Shekhar Chandra Mitra
First impression is personality,
First impression is personality,
Mahender Singh
Loading...