Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 1 min read

भगतसिंह: एक जीनियस

जो जागे हुए होश के कारण
क़ैद होकर भी आज़ाद रहा
वह जिस्म से फ़ना होकर भी
हमारे दिलों में आबाद रहा…
(१)
मेरी ग़ज़लों और नज़्मों में
बोला करता है आजकल
वही सरदार भगत सिंह जिसपे
हर बागी रूह को नाज़ रहा…
(२)
आख़िर हाथ पर हाथ रखकर
वह चुपचाप कब तक बैठता
जिसके चिंतन में हमेशा
दबा और कुचला समाज रहा…
(३)
छोटी उम्र-बड़े कारनामे
वह आदमी था या पैगम्बर
उसका लिखा हुआ हर आलेख
तो बिल्कुल ही लाज़वाब रहा…
(४)
अब सच करके दिखाना उसे
आख़िर किसकी ज़िम्मेदारी है
जीने से मरने तक उसकी
आंखों में कोई ख़्वाब रहा…
(५)
तख्त और ताज का उससे
बेचैन होना लाज़मी ही था
ज़िंदगी के हर मोर्चे पर
उसका मकसद इंकलाब रहा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#अवामी #इंकलाबी #सियासी #शायर
#BhagatSingh #lyricist #अनलहक
#विद्रोही #क्रांतिकारी #कवि #गीतकार
#हल्लाबोल #lyricist #rebel #lyrics

Language: Hindi
Tag: गीत
176 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
!!! नानी जी !!!
!!! नानी जी !!!
जगदीश लववंशी
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
ख्वाब को ख़ाक होने में वक्त नही लगता...!
Aarti sirsat
तुम      चुप    रहो    तो  मैं  कुछ  बोलूँ
तुम चुप रहो तो मैं कुछ बोलूँ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
2820. *पूर्णिका*
2820. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बलिदानी सिपाही
बलिदानी सिपाही
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
🌾☘️वनस्पति जीवाश्म☘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
"लेखक होने के लिए हरामी होना जरूरी शर्त है।"
Dr MusafiR BaithA
everyone run , live and associate life with perception that
everyone run , live and associate life with perception that
पूर्वार्थ
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या  है
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या है
Anil Mishra Prahari
केवल आनंद की अनुभूति ही जीवन का रहस्य नहीं है,बल्कि अनुभवों
केवल आनंद की अनुभूति ही जीवन का रहस्य नहीं है,बल्कि अनुभवों
Aarti Ayachit
हमजोली (कुंडलिया)
हमजोली (कुंडलिया)
Ravi Prakash
दृष्टि
दृष्टि
Ajay Mishra
#क़ता (मुक्तक)
#क़ता (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
नजर  नहीं  आता  रास्ता
नजर नहीं आता रास्ता
Nanki Patre
"बँटबारे का दंश"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
तुम कभी यह चिंता मत करना कि हमारा साथ यहाँ कौन देगा कौन नहीं
Dr. Man Mohan Krishna
दीदी
दीदी
Madhavi Srivastava
पिता !
पिता !
Kuldeep mishra (KD)
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
हर रात की
हर रात की "स्याही"  एक सराय है
Atul "Krishn"
सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
surenderpal vaidya
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
किसान,जवान और पहलवान
किसान,जवान और पहलवान
Aman Kumar Holy
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
अहं का अंकुर न फूटे,बनो चित् मय प्राण धन
Pt. Brajesh Kumar Nayak
फितरत बदल रही
फितरत बदल रही
Basant Bhagawan Roy
दौलत से सिर्फ
दौलत से सिर्फ"सुविधाएं"मिलती है
नेताम आर सी
Loading...