Lalita Kashyap 266 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read धोखा धोखा धोखा कभी न दीजिए धोखा दुख की खान धोखा हृदय घाव दे मर -मर मुकती जान। धोखा अति कलंकित है कभी न हो विश्वास तिमिर जीवन बन जाए कभी... Hindi · कविता 1 195 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read रात्री काल रात्रि काल नव यौवना निशा डोले नभ में, नित नूतन लिए तारक परिधान। धारत जगमग धवल चुनरी, इंदु बिंदु सजे भाल अभिमान। पगली पवन लिए मधुर सुगंध, रातरानी गई घुल... Hindi · कविता 298 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read कोमल कली क वर्ण की पुनरावृति कोमल कली कब तक कंचन काया छिलती रहेगी, कामिनी कुमारियां कब तक चलती रहेगी। कुकृत, कुकर्मी कब तक भेड़िए बन, कौमार्य ,कुंवारियों का कचोटते रहेंगे। कुमकुम... Hindi · कविता 648 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read कन्याओं की पुकार कन्याओं की पुकार हे जगदंबा दुष्ट संहारिणी, आकर हम पर कृपा करो। हम भी बने सिंह सपूतनी, अदम्य साहस शक्ति भरो। दुष्टों का हम करें सफाया, कुकर्मियों का हम नाश... Hindi · कविता 187 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read नवदुर्गा का भोग नवदुर्गा का भोग मैं गरीब अवगुणों से भरी, कैसे तुझे रिझाऊं। रुखा -सुखा भोग में मैया, आके तुझे चढ़ाऊं। पहले शैलपुत्री जी ध्याऊं, माखन मिश्री भोग लगाऊं, सदा निरोगी मैं... Hindi · कविता 474 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read ओस मनहरण घनाक्षरी ओस वार्णिक छंद। विधान 8,8,8,7 यति16,15, पदान्त गुरु सम तुकांत । नभ से उतर आई, बूंद रूप मन भायी, हीरे जैसी चमक की, लड़ियों की तार है। आते-... Hindi · घनाक्षरी 422 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read जय स्कन्द माता जय स्कन्द माता मात्रा भार 16 स्कन्द जननी शक्ति रूपिणी, महाशक्ति जय मां भवानी । श्री अरुण पद्मा विराजिनी, ओजस्विनी रूपेण दामिनी। प्रथम करे स्कन्द विराजे, द्वितीय तृतीय सरोज साजे।... Hindi · कविता 190 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read माता कात्यायनी माता कात्यायनी मनहरणघनाक्षरी जय माता कात्यायनी, वैभव सुख दायिनी, शेर की सवारी करें, आभा बेशुमार है। वरद हस्त धारिणी, अभय वर तारिणी, जलज, खडग सोहे, करे बेड़ा पार है। कंचन... Hindi · कविता 386 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read जय जगदम्बा भवानी जय जगदम्बा भवानी हे महामाया दुर्गा नव रूपिणी, जगदंबा नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं। अश्व , सिंह,वृषभ ,गदर्भ ,कमल आरुड़ वाहन हे महाशक्ति, जगदम्बा नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं। शंख ,चक्र, गदा ,त्रिशूल ,कमल भाला ,माला,... Hindi · कविता 1k Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read मां दुर्गा का आह्वान माँ दुर्गा का आह्वान सिंह सवारी चतुर्भुज धारी अम्बे माँ कल्याण करें कोरोना काल पड़ी महामारी आके माँ संहार करें । एक बीमारी दूजा रिपुदल भारी सीमा पर सब परेशान... Hindi · कविता 229 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read सुन्दरी मनहरणघनाक्षरी सुन्दरी चंद्रमुखी सी सूरत, मन मोहिनी मूरत, श्याम-श्याम अलकों का, सिर पर जाल है। कमसिन कामिनी है, चन्द्रमा की चांदनी है, काली-काली पलकें है, मुख लाल-लाल है। सोलह शिंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 460 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read रिश्ते अजनवी से रिश्ते अजनवी से जीवन के लंबे सफर में, कुछ ऐसे मिल जाते हैं। जब अपनों में अपना न मिले, वे अपने हो जाते हैं। दबी हुई दिल में कुछ बातें,... Hindi · कविता 1 1 281 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read शूल, अलक , लाल दोहे शूल, अलक, लाल यौवन छलका जा रहा, हिरनी जैसी चाल। मादकता बरसा रही, मुख पर अलकें जाल।। सरपट भागी जा रही, भू पर उड़ती धूल। हाथ कमर में गागरी... Hindi · दोहा 2 2 219 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read बूंद,बारिश,बादल,बिजली,नाव , हाइकू विधा सृजन शब्द बूंद,बारिश,बादल,बिजली,नाव , तुफान बूंद-- बूंदे बरसी, रिमझिम गिरती, बरसात है। बादल-- सूर्य छुपता, बादल बरसता, सावन आया। बिजली-- १-घन गरजे, बिजली कड़कती, घोर नाद है। २-मेघराज... Hindi · हाइकु 2 388 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read मेरी विशेषताएं मेरी विशेषताएं अपने लिए न जी करके, औरों के लिए जीती हूं। औरों को सुख पहुंचाने को, स्वयं कड़वा घूंट पीती हूं। उलझने बहुत है जीवन में, औरों की सुलझाती... Hindi · कविता 1 1k Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read भारतकी बेटी ताटंक छंद 16/14पर यति दूसरे और चौथे चरण में 222 भारत की बेटी मैं जिस भारत की बेटी हूं, उसका गीत सुनाती हूं। जिसका नाम विश्व में ऊंचा, उसका नित... Hindi · कविता 238 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read पहेली का उत्तर पहेली का उत्तर सुंदर मुख नर नारी भले, श्यामल अलकें जाल। बैणी गजमुख लटक रही, शीश सिंह सियार । शोभा मीन गजदंत बनी, बने विहंग हनु शान। नैना जीव चौ... Hindi · कविता 238 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read मैं नन्ही चिड़िया मै नन्हीं चिड़िया मैं भारत की नन्ही चिड़िया, मटक मटक इतराऊंगी। उड़ कर अपने कोमल परों पर, दूर देश हो आऊंगी । बैठकर ऊंची टहनी पर, मैं मधुर राग सुनाऊंगी।... Hindi · कविता 282 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 5 min read स्त्री पुरुष की जातियों के प्रकार व उनके स्वभाव स्त्री पुरुष की जातियों के प्रकार व उनके स्वभाव शास्त्रों में स्त्री- पुरुष की मुखिया 4 - 4 जातियां बताई गई है और किन्हीं- किन्हीं में पुरुषों की 6 और... Hindi · लेख 1 7k Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read देश भक्ति गीत देश भक्ति गीत तेरे तीन रंग की सूरत को, किसी की नजर न लगे, ओ तिरंगे-- तेरी तीन रंग की सूरत को, किसी की नजर न लगे, ओ तिरंगे--- तेरी... Hindi · गीत 326 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read थप्पड़ थप्पड़ थप्पड़ भी एक शिक्षक है जिसका होना लाजमी है जीवन में जीना सिखाता बनता वही तब आदमी है। परीक्षाओं के तप से तपकर जिंदगी कंचन होती है जब पड़े... Hindi · कविता 340 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read मनबंजारा मनबंजारा मन बावरा दिन- रैन फिरे, न सूझे कहीं किनारा। मीत- गीत को पल-पल ढूंढे, बन गली - गली बंजारा । धरती, अंबर, पाताल ढूंढे, ढूंढा ब्रह्मांड सारा । सप्तसिंधु... Hindi · कविता 223 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read अधुर हसरतें अधुरी हसरतें हसरतें तमाम दिल की खत्म हुई जीवन को सुकून आधा ही मिला है। हम औरों से क्या शिकवा करें हमें अपने सितारों से गिला है। मेहनत तो लाख... Hindi · कविता 1 207 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read भजन भजन तीन लोक के स्वामी ने, मथुरा में आ अवतार लिया। वसुदेव और देवकी का, जेल में उद्धार किया। जब -जब विपदा आई जगत में, तब -तब आप सहाई हुए।... Hindi · गीत 527 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read वन में पूनम का चांद वर्णों की पुनरावृति वन में पूनम का चांद सुंदर सोम सुधा सिंधु नित नवल निशा नहाती कलश कामिनी कौमुदी विशाल वन वधु बनाती। लिपट- लिपट लपक -लपक बलखाती बेला बनती... Hindi · कविता 393 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read एकरात की बात ??एक रात की बात?? रात की तन्हाई में बैठी, लिए कागज कलम हाथ।। अचानक एक आवाज आई। लड़ाई की बौछार लाई।। देखा तो दो नारियां थी। अनुपम सुंदर प्यारियां थी।।... Hindi · कविता 233 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read जीह्वा और वाणी जिह्वाऔर वाणी मीठी मधुर माधुर्या लिए, बानी बोलिए तोल- तोल। कर्कश कटुता न घोलिए , सदैव संयमित वाणी बोल। सुधि सुलझी वाणी से, जग सारा अपना होय। सदैव कड़वे बोलों... Hindi · कविता 1 268 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read बेटियां बेटियां विधा चौपाई है बेटियां बहुत जग लुभाविनी। बहु - बेटी बन घर सुहाविनी।। सभी तरह से पूर्ण कामा। जगत में उच्च आसन थामा।। है अति विकट काम कर डाले।... Hindi · कविता 178 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read भारत महान ??आल्हा छंद?? 16,15पर यति अंत गुरु लघु जब -जब भीड़ पड़ी भारत पर, भीतर उठता खूब उफान। क्रोध अग्नि नेत्र भृकुटी उगले, अग्नि अस्त्र दागे जवान।। लोह भुशुण्डि दनादन गरजे,... Hindi · कविता 497 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read श्री राम चौपाई श्री राम सुर नर मुनि सब करे विश्वास। उजड़ा तिमिर छाए प्रकाश। करने काज सकल परमार्थ। अवधपुर में जन्मे रघुनाथ ।। त्याग राज पद भय बनवासी। घोर अवध में... Hindi · कविता 200 Share Lalita Kashyap 8 Dec 2021 · 1 min read राम राज तिलक राम राज तिलक सार छंद आज अवध में मंगल छाया, फैला जगत प्रकाशा। राम तिलक की बात चलाई ,बरसे फूल अकाशा।। गूंजे मंगल गीत अवध में, डगर- डगर शहनाई। ढोल... Hindi · कविता 446 Share Lalita Kashyap 3 Dec 2021 · 1 min read पहली बार वधु घर आई पहली बार वधु घर आई घर के ढिओढी द्वार सजे हैं, झूम के आई पुरवाई। मंगल गीत की मंगल ध्वनि, और गूंज उठी शहनाई। सुर्ख जोड़े में सज धज कर,... Hindi · कविता 154 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read मातृ भूमि मातृभूमि अपनी मातृभूमि की संस्कृति मित्रों विश्व में प्रख्यात है सब धर्मो का मान यहाँ देश -विदेश मे विख्यात है । सब त्योहारों को मना कर खुशियाँ यहाँ मनाते है... Hindi · कविता 2 2 600 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read दोहे दोहे अमृत बेला प्रभात की, खोलिए गृह कपाट। रुनझुन के संगीत में, आती मेरी मात।। गले लगाने आ रही, दुर्गा का यह रूप। तम हरने अब आ रही, छाई उजली... Hindi · दोहा 227 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read शेर पे सवार होके आजा शेरावालिए शेर पे सवार होके आजा शेरावालिए मनहरणघनाक्षरी शेर पर सवार आई , मैया जोता वाली आई , यह जगमग लाल चुन्नी , करती कमाल है। मूरत लुभानी देखो , सूरत... Hindi · गीत 342 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read ओस मनहरण घनाक्षरी ओस वार्णिक छंद। विधान 8,8,8,7 यति16,15, पदान्त गुरु सम तुकांत । नभ से उतर आई, बूंद रूप मन भायी, हीरे जैसी चमक की, लड़ियों की तार है। आते-... Maithili · कविता 2 2 319 Share Lalita Kashyap 2 Dec 2021 · 1 min read पुकार मालिनी छंद मापनी 1 1 1 1 1 1 S S S 1 S S 1 S S युग सम लगती है, रैन बीती न जावे। सुलग पवन जैसे ,... Hindi · कविता 565 Share Lalita Kashyap 30 Nov 2021 · 1 min read प्राकृतिक सौन्दर्य आज की चित्राधारित रचना इस सौंदर्यपूर्ण धरा का, कौन है सृजनहार। कहीं बिखेरी केसर कलियां, कहीं शिखरों की कतार। कहीं चहचाती प्यारी चिड़िया, कहीं भयानक पशुओं का नाद। कहीं खड़कते... Hindi · कविता 3 2 442 Share Lalita Kashyap 28 Nov 2021 · 1 min read प्राकृतिक सौंदर्य डमरु घनाक्षरी 8,8,8,8 प्रत्येक लघु वर्ण अरुण उदय रवि ,पत गत नभ चर, बहत पवन फिर ,सर सर सर सर, फिरत_फिरत नभ ,मनहर जलधर, हरित- हरित गिरी, नयनन भर भर।... Hindi · घनाक्षरी 2 522 Share Lalita Kashyap 27 Nov 2021 · 1 min read गीत गीत सज धज के मैं आ गई प्रीतम, करके सोलह शिंगार। अब मेरे प्रीतम ले चल दुनिया के पार। छोड़कर जग को आ गई ,मैं शरण तेरे अब अलकापुरी लागे... Hindi · गीत 1 1 471 Share Lalita Kashyap 27 Nov 2021 · 1 min read गीत गीत सज धज के मैं आ गई प्रीतम, करके सोलह शिंगार। अब मेरे प्रीतम ले चल दुनिया के पार। छोड़कर जग को आ गई ,मैं शरण तेरे अब अलकापुरी लागे... Hindi · गीत 691 Share Lalita Kashyap 26 Nov 2021 · 1 min read राधा-कृष्ण चित्राधारित रचना राधा-कृष्ण मात्रा भार 16-12 शरद पूर्णिमा रात सुहानी, गिरधर मदन गोपाल। अपनी राधा संग नाचते, दे-दे पग- कर ताल।। काया लचक रही राधा की, झूमती बेला डाल। अलकें... Hindi · कविता 1 493 Share Lalita Kashyap 26 Nov 2021 · 1 min read माहिया माहिया तन यौवन छाया है, रूप तेरा फूलों जैसा, दिल मेरा भरमाया है। छवि आंखों में समाई है, दिल में वास करें, तू मेरी परछाई है। छुप-छुप के न आया... Hindi · गीत 438 Share Lalita Kashyap 25 Nov 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरणघनाक्षरी चंद्रमुखी सी सूरत, मन मोहिनी मूरत, श्याम-श्याम अलकों का, सिर पर जाल है। कमसिन कामिनी है, चन्द्रमा की चांदनी है, काली-काली पलकें है, मुख लाल-लाल है। सोलह शिंगार किए,... Hindi · कविता 1 2 325 Share Lalita Kashyap 24 Nov 2021 · 1 min read कैसा अजब जमाना आया कैसा अजब जमाना आया रे न रिश्ते न नाते रहे, न रीति रिवाज संस्कार। अपनी-अपनी सबको पड़ी नित टूट रहे परिवार। न मेले न हिंडोले रहे, न काम के झमेले... Hindi · कविता 303 Share Lalita Kashyap 24 Nov 2021 · 1 min read शीत ऋतु उल्लाला छंद मात्रा भार 13-13 अंत गुरु। शरद ऋतु चहूं छा रही, दुबक रहे लोग घर में। हिम भरी वायु बह रही, ठिठुरन बढ़ रही जग में। नभ नगर दूधिया... Hindi · दोहा 353 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read जल चक्र डमरु घनाक्षरी सभी वर्ण लघु 16,16पर यति 8,8,8,8 जल चक्र सर- सर उड़-उड़, नगर नगर नभ। छम- छम बरसत ,घनन -घनन घन। कड़ ,कड़ कड़ ,कड़, गरज गरज कर। बरस... Hindi · घनाक्षरी 1 2 528 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read बेटियां बेटियां विधा चौपाई है बिटिया बहु जग लुभाविनी। बहु -बेटी बन घर सुहाविनी।। सभी प्रकार पूर्ण कामा। जग में जा उच्च आसन थामा।। है अति विकट काम कर डाले। आ... Hindi · कविता 1 288 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read दोहे दोहे भोर सुहानी छा गई ,मिट रहा अंधकार। रवि रश्मि संग आ गए, फैल रहा उजियार।। पत्ता पूछे शाख से, कब तक हूं मैं संग । मिल जाऊंगा धूल से,... Hindi · दोहा 2 220 Share Lalita Kashyap 23 Nov 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 256 Share Previous Page 5 Next