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9 Dec 2021 · 1 min read

कोमल कली

क वर्ण की पुनरावृति

कोमल कली

कब तक कंचन काया छिलती रहेगी,
कामिनी कुमारियां कब तक चलती रहेगी।
कुकृत, कुकर्मी कब तक भेड़िए बन,
कौमार्य ,कुंवारियों का कचोटते रहेंगे।

कुमकुम कैसे कलंकित हो गया,
कुमुदिनी कलियां क्यों कुमलाह गई।
कोरे कागज पर क्यों स्याही बिखरी,
केसर की क्यारी क्यों स्याह हो गई।

कमल कुसुम सी जग कुमारियां
कन्याएं क्यों कुंठित हो गई।
क्या कोई करेगा कोशिश रोकने की?
क्या भारत में कोई ऐसा वीर नहीं।

उठो भारत के वीर सपूतों,
कन्या भारत की करे पुकार।
क्यों भारत की बेटी रोती,
कुकर्मियों का आकर करो संहार।

ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश।

Language: Hindi
579 Views
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