Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2023 · 1 min read

2804. *पूर्णिका*

2804. पूर्णिका
कैसे कैसे लोग मिले
22 22 22 2
कैसे-कैसे लोग मिले।
छप्पन लगाते भोग मिले।।
हारे जीते कौन भला ।
देखो क्या संजोग मिले।।
दिल है दरिया अपना तो ।
करते सब उपयोग मिले।।
गाते हरदम गीत नए ।
दिन रात बस प्रयोग मिले।।
ईलाज जहाँ अब खेदू।
वायरल यहाँ रोग मिले।।
……✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
08-12-2023शुक्रवार

155 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज्योति कितना बड़ा पाप तुमने किया
ज्योति कितना बड़ा पाप तुमने किया
gurudeenverma198
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
डॉ. दीपक मेवाती
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राही
राही
RAKESH RAKESH
मन सीत मीत दिलवाली
मन सीत मीत दिलवाली
Seema gupta,Alwar
गज़ले
गज़ले
Dr fauzia Naseem shad
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
ख़ान इशरत परवेज़
Nothing is easier in life than
Nothing is easier in life than "easy words"
सिद्धार्थ गोरखपुरी
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
संवेदना की आस
संवेदना की आस
Ritu Asooja
"वो बचपन के गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐसा भी नहीं
ऐसा भी नहीं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
2566.पूर्णिका
2566.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पावस में करती प्रकृति,
पावस में करती प्रकृति,
Mahendra Narayan
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
The OCD Psychologist
The OCD Psychologist
मोहित शर्मा ज़हन
आसमानों को छूने की चाह में निकले थे
आसमानों को छूने की चाह में निकले थे
कवि दीपक बवेजा
तौलकर बोलना औरों को
तौलकर बोलना औरों को
DrLakshman Jha Parimal
गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
गैंगवार में हो गया, टिल्लू जी का खेल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
दोहा त्रयी. . . . शीत
दोहा त्रयी. . . . शीत
sushil sarna
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
"Do You Know"
शेखर सिंह
जल बचाओ, ना बहाओ।
जल बचाओ, ना बहाओ।
Buddha Prakash
Anxiety fucking sucks.
Anxiety fucking sucks.
पूर्वार्थ
सम्राट कृष्णदेव राय
सम्राट कृष्णदेव राय
Ajay Shekhavat
यादों के जंगल में
यादों के जंगल में
Surinder blackpen
Loading...