rekha rani 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next rekha rani 20 Jun 2019 · 1 min read वो गुरू ही तो है - हम तो जाते भटक, पथ किसी मोड़ पर, राह को खोजकर ,पीठ को ठोंक क़र। जो बढ़ाता गया मंजिलों की तरफ। मंजिलों का पता बस गुरू को ही है। हम... Hindi · गीत 1 454 Share rekha rani 17 Jun 2019 · 1 min read पिता - जो जीता है, एक हंसी के लिए। करता है श्र म, निरन्तर बिना थके, एक कामयाबी के लिए। बांटता फिरता है अविरल स्नेह समदर्शी बन, प्रत्येक संतान के लिए। जो... Hindi · कविता 1 493 Share rekha rani 17 Jun 2019 · 1 min read चलता चल - चलता चल ए मन ! तू अपनी ही रज़ा से, बहने दे जिधर बह रही है , तेरा क्या सरोकार है मनमौजी फिज़ा से। सोच अगर कोई ख्वाब जिसे तूने... Hindi · कविता 1 425 Share rekha rani 16 Jun 2019 · 2 min read नेता मुक्तक नेताओं को दे रखे हैं , सरकार ने बंगले और मोटर कार । मगर देश की जनता पर कर्ज की भरमार। कर्ज़ की भरमार चैन से रह ना पाए। भूखा... Hindi · मुक्तक 1 525 Share rekha rani 14 Jun 2019 · 1 min read आज का आदमी - आज का आदमी कितना व्यस्त, कितना एकाकी, कितना अकेला। तल्लीन है फाइलों में, एक अजीब सी हलचल है दिमाग़ में, पता नहीं क्या खोज़ रहा था ,और क्या मिल गया।... Hindi · कविता 2 392 Share rekha rani 13 Jun 2019 · 1 min read ग्राम्य जीवन इन गांवों में मिलती है जीवन की परिभाषा। आशाओं को घेरे बैठी मन की घोर निराशा। मरता हुआ हर इंसान रखता जीने की अभिलाषा। संध्या समय ग्राम प्रांत। कितना नीरव... Hindi · कविता 2 544 Share rekha rani 12 Jun 2019 · 1 min read काश मेरी जिंदगी का यह आखिरी दिन हो- काश मेरी जिंदगी का आखिरी यह दिन हो। ए मां तेरी बंदगी का आखिरी यह दिन हो। हमको जग में खोजोगी फिर हम ना मिलेंगे। ए मां तेरी ममता के... Hindi · गीत 3 545 Share rekha rani 12 Jun 2019 · 1 min read पावन हो मनभावन हो - तुम पावन हो , मनभावन हो ,मेरे भारत देश की माटी - हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई चार फूल हैं बगिया के। खुशबू जुदा-जुदा है किंतु सब श्रंगार हैं बगिया के... Hindi · गीत 4 476 Share rekha rani 11 Jun 2019 · 1 min read चांद से बातें - चांद से बातें हुईं अपनी तो बस रात भर। चांद भी सोया नहीं मेरी तरह से रात भर। चांद था खामोश लेकिन मैने उससे किया सवाल। क्यों उदास आज हो... Hindi · कविता 1 366 Share rekha rani 11 Jun 2019 · 1 min read क्षणिक ख़ुशी- ऐसा क्या हुआ आज मेरे संग, क्यों आज मैं इतनी खुश हूं। मुझको मिली जीवन की डगर, यूं आज मैं इतनी खुश हूं। कब से मन यह तरस रहा था... Hindi · गीत 1 411 Share rekha rani 11 Jun 2019 · 1 min read ये सांसे रुकी हैं :- यह सांसे रुकी हैं, निगाहें झुकी हैं। -२ मगर होंठ क्यों रुक गए कहते - कहते ।-२ यह फूलों से पूछो क्या उनकी खता है। क्यों भौरा उनके यूं पीछे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 365 Share rekha rani 6 Jun 2019 · 1 min read रोप दें एक ऐसा बीज रोप दें एक ऐसा बीज, जिससे फूटे एक अंकुर मानवता का। देखते देखते लहलहा उठे पौधा , और बन जाए विशाल वट एकता का। दूर तक बिखर जाएं शाखाएं इंसानियत... Hindi · कविता 1 270 Share rekha rani 5 Jun 2019 · 1 min read अनजानों से पहचान बना रही हूं मैं - यूं ही नहीं जाता है कोई अनजानों के पास, छोड़ कर अपनों का फैलाआंगन, बनाने लग जाता है अपने हिस्से का सिर्फ एक अंगुल भर खुला आसमान। वो आसमान जिसमें... Hindi · कविता 1 282 Share rekha rani 4 Jun 2019 · 1 min read मत काटो मुझे(पर्यावरण संरक्षण पर विशेष) ए मानव ! थोड़ा तरस तो खा । मत काट मुझे तू ,अब न सता। समझ नहीं आता तू कैसे इतना निर्मोही हो जाता है। मेरी ये रंगीन शाखाएं सजी... Hindi · कविता 2 522 Share rekha rani 4 Jun 2019 · 1 min read कहना आसान है बहुत ही आसान है सुंदर और प्रभावी व्याख्यान देना अथवा लिख देना। जीवन के कठिन तम पहलुओं को सहजता से उकेर देना। गांव के कठिन और जटिल जीवन की कहानियां... Hindi · मुक्तक 1 266 Share rekha rani 3 Jun 2019 · 1 min read जो चला गया वो - जो चला गया इस दुनिया से वापस नहीं आएगा। यही रीत है इस जग की तू बदल न पाएगा। माना कि वह तुझको जान से प्यारा था। उससे घर रोशन... Hindi · कविता 1 412 Share rekha rani 3 Jun 2019 · 1 min read बिटिया की अंखियां( -संस्मरण गीत ससुराल से) बदरी बाबुल के अंगना जइयो, जइयो बरसियो कहियो । कहियो कि हम हैं तोहरि बिटिया की अंखियां। तुम्हरो कहा नहीं मानो, चिठिया न परहिवो जानो बूझौ कहा लिखि भेजो, भेजौ... Hindi · गीत 2 1k Share rekha rani 2 Jun 2019 · 1 min read बाबुल की बगिया की टूटी कली ममता का सावन बाबुल का आंगन बिरना का संग बहना छोड़ चली। चलो आओ मिलकर सभीफूल वारे बाबुल की बगिया की टूटी कली। सभी फूल पत्ती ये वृक्ष लताएं। खड़ी... Hindi · गीत 2 459 Share rekha rani 1 Jun 2019 · 1 min read वक़्त के घाव:- पीड़ित के डाला मन को मेरे तुमने अंजाने में। अब जार जार रोता है मन बेचारा यह वीराने में। तेरी खता नहीं ए वक़्त तूने तो फूल वारे। किन्तु यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 469 Share rekha rani 1 Jun 2019 · 1 min read प्रेरणा :- किसी को सुनाई दे या न दें मुझे तो सुनाई देती हैं। बैचैन दीदी की वो दुःख की आहें मुझे तो सुनाई देती हैं। कोई लाख समझे मै दूर हूं... Hindi · मुक्तक 1 254 Share rekha rani 31 May 2019 · 1 min read प्यारा बचपन काश !मुझे मेरा प्यारा कोई बचपन दे जाए। बदले में सारी मेरी धन दौलत लेे जाए। वो बचपन जिसमें पापा के कंधे पे बैठी थी, बाहों के पलने में निर्भय... Hindi · कविता 2 1 418 Share rekha rani 30 May 2019 · 1 min read बच्चों से घर होता रोशन-: बच्चों से घर रहता रोशन,रोशन सारा जहान। किन्तु यकायक रह जाता है घर से पुन: मकान। चारों तरफ़ फरमाइशों का शोर गूंजता है। पहले मैं पहले मैं का दौर गूंजता... Hindi · मुक्तक 2 233 Share rekha rani 30 May 2019 · 1 min read मेरा गांव एक छोटी सी पगडंडी जाती है मेरे गांव को । जीवन का हर मोड़ देखती और संजोती ख्वाब को । छोटा सा प्यारा सा गांव था मेरा। हर दिन लगता... Hindi · कविता 2 295 Share rekha rani 29 May 2019 · 1 min read चिंता ना करें:- चिंता ना करें चिंता नहीं करें हर ग्रन्थ संदेशा देता है। चिंता खा जाती है तन को ,पर चिंतन संबल देता है । मानव जब दौड़ लगाता है खाकर ठोकर... Hindi · कविता 2 419 Share rekha rani 29 May 2019 · 1 min read संचार गान:- शूल अनेकों बिखरे पथ में शूलों में ही मंजिल है तूफानों से डर मत जाना तूफानों में साहिल है। आती है बाधाएं कितनी तेरी नींद चुराने को। करती है मजबूर... Hindi · गीत 2 1 557 Share rekha rani 29 May 2019 · 1 min read असमय चले जाना :- उसका असमय दुनिया से यूं चले जाना, दु:खों के सागर में गोते लगाकर अचानक यूं डूब जाना। लगता है जैसे कल ही की बात थी उसका इस बेसिक में आना।... Hindi · मुक्तक 3 1 953 Share rekha rani 28 May 2019 · 1 min read अतीत की गलियों में आज फिर अतीत की गलियों में लौट रहे हैं हम,। बिना बुलाए बिना गिले शिकवे पहुंच रहे है हम। वहीं पुरानी कॉलोनी जहां लोगों से कुछ कुछ पहचान भी है।... Hindi · मुक्तक 1 438 Share rekha rani 28 May 2019 · 1 min read बिना प्रेरणा के बिना मे प्रेरणा के मेरी जिंदगी में जैसे कोई उमंग ही नही है । इंद्रधनुष के सात रंग बने मगर ,कोई अनोखा रंग नहीं है। संग साथ तेरे काम करके... Hindi · कविता 1 372 Share rekha rani 27 May 2019 · 1 min read दुखों से समझौता करलो दुखों से समझौता कर लो ,तभी दुख सह सकोगे तुम । जो समझौता ना कर पाए न जीवित रह सकोगे तुम। यह धीमी हवाएं भी बन जाती हैं आंधी। तूफान... Hindi · कविता 1 244 Share rekha rani 27 May 2019 · 1 min read बादल बादलों का नृप है अंबर । डरता रहता बादल अक्सर । पर कभी पवन के सहारे । बिना पूछे नभ से बिना ही विचारे यूं ही मौज मस्ती में पंख... Hindi · कविता 1 232 Share rekha rani 26 May 2019 · 1 min read शिकवा ईश्वर से ए मालिक! तेरी दुनिया ,में आकर हम तो परेशान है। खुद ही के खुद पर रोने से और फिर हसने पर है हैं। तू भूल गया मै न भूली इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 222 Share rekha rani 26 May 2019 · 1 min read अभियान गीत साक्षरता आंधी या कोई तूफान चले मंजिल तक बढ़ते जाना है। भारत के घर-घर में हमको अब शिक्षा दीप जलाना है। संकल्प आज यह हमारा है कहते हैं सब सौगंध खाकर।... Hindi · कविता 1 5k Share rekha rani 26 May 2019 · 1 min read गुरु की महिमा जब कदम डगमगाए और मन हो परेशन , विफलता का जब भी हमें भय सताए, उस पल मसीहा गुरु याद आए। गुरु एक माता ,गुरु एक पिता है। अपराध जब... Hindi · मुक्तक 2 1 505 Share rekha rani 25 May 2019 · 1 min read दो टूक चुनाव पर न मोदी से कोई गिला , न शिकवा मुझे सोनिया से। न दोस्ती राहुल से,न माया में दिल चस्पी है । न तो न कोई बैर सिसौदिया से। लोकतन्त्र का... Hindi · मुक्तक 2 1 497 Share rekha rani 23 May 2019 · 1 min read ख़तम न हो इंतजार - हर पल हर घड़ी इंतजार रहे ,,ता उम्र यह बरकरार रहे। काश दुःख की घड़ियां बीत जाएं ,खुशी के इंतज़ार में। जुदाई महसूस न हो मिलन के इन्तज़ार में। हार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 280 Share rekha rani 22 May 2019 · 1 min read २५ वीं वर्षगांठ गृहस्थ जीवन की साथ रहेंगे सात जन्म तक ,वादा रहा यह अपना,। बांधी तुम संग प्रीत की डोरी,याद आ रहा वह सपना। याद है सारे स्वर्णिम पल क्षण, द्वारे बजी शहनाई। बनकर दुल्हन... Hindi · गीत 1 437 Share rekha rani 15 May 2019 · 1 min read दोस्ती अंधेरों से कर चुकी हूं मै - लोग तोड़ देते हैं दम , मात्र एक शब्द कहने भर से। छोड़ देते हैं साथ क़दम, मात्र एक ठोकर लगने भर से। आहें भर रो देते हैं नयन, मात्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 295 Share rekha rani 1 Jan 2019 · 1 min read मिलन नव वर्ष ??????????❣❣❣❣❣ भोर हुई तो कलैंडर की तिथि बदल गई।?????????? देखते -देखते खूबसूरत सांझ बीते कल में ढल गई। ??????????? क्या तुमने देखा वह अनूठा दृश्य , जब सांझ जा रही... Hindi · कविता 2 1 307 Share rekha rani 8 Sep 2018 · 2 min read साक्षरता नफ़रत ,गुरवत और अशिक्षा शत्रु हैं इंसान के।??? चलो आज सब दीप जलाएं प्रेम और सद्ज्ञान के।???? बिन शिक्षा जीवन अंधियारा, ज्ञान दीप से हो उजियारा।??? कहते आए बुजुर्ग यह... Hindi · कविता 3 449 Share rekha rani 13 May 2018 · 1 min read खुशियों के इंतजार में खुशियों के इंतजार में खुशियां चली गयीं। चंद लम्हों की तलाश में, उम्र ही चली गयी। बचपन में सोचती रही, जल्दी बड़ी बनूं, पैसे कमाऊं स्वयं मैं निज स्वप्न भी... Hindi · गीत 3 271 Share rekha rani 13 May 2018 · 1 min read मां बहुत याद आती है ए मां तुम्हारी। भले दूर हूं पर हूं धड़कन तुम्हारी। बहुत पढ चुकी हूं मगर कम पढ़ी हूं। अवर्णनीय है मां महिमा तुम्हारी। नौ माह तुमने... Hindi · गीत 3 1 466 Share rekha rani 28 May 2017 · 1 min read चाँद की रजाई आज यह बादल क्यों फट गया गरीब की रजाई की तरह। या फिर किसी पांव में फटी बिबाई की तरह। इस फटी रजाई में तन छुपाता है शशि। इस में... Hindi · कविता 1 312 Share rekha rani 19 May 2017 · 1 min read 23 वीं वर्षगांठ दीपक बाति बनकर हम तुम घर -मन्दिर को प्रकाशित करेंगे। तुम दीपक में प्रेम का घृत बन,बाति बन मैँ समर्पण करेंगे। जब तक स्नेह का घृत है दीए में तब... Hindi · गीत 1 381 Share rekha rani 14 May 2017 · 1 min read गृहस्थ मंदिर की पुजारिन आँ खों की उदासी न दिखा किसी को क्योंकि यह कमजोरी को बयां करती है। तेरी आँ खों की चमक में कामयाबी झलकती है । माना मैंने कि बचपन खू... Hindi · कविता 1 361 Share rekha rani 14 May 2017 · 1 min read मां प्रथम वन्दना मां है ,मां की आरती उतारें। मां के चरणों में रहकर हम अपना जन्म गुजारें। मां देती है मीठी लोरी हमको रोज सुलाने को। मीठे ख्वाबों मे खोकर... Hindi · गीत 1 732 Share rekha rani 4 May 2017 · 1 min read शहीद का सिर शत्रु ने बर्बरता से सैनिक का सिर जब काट लिया। कटे हुए सिर ने फौरन शत्रु का षड्यंत्र भांप लिया। शेष शरीर से बोला सिर यह मेरे भरोसे मत रहना।... Hindi · मुक्तक 1 1 349 Share rekha rani 22 Feb 2017 · 1 min read हर लम्हा खास है मेरे दोस्त ज़िंदगी का हर लम्हा खास है। तू हर पल इस तरह जी बस यही पल तेरे पास है। बीता कल तो सिर्फ़ तुझको दर्द देकर जाएगा। सिसकियाँ भरेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 584 Share rekha rani 13 Feb 2017 · 1 min read ख्वाइशें इसका उत्तर मेरे अंदाज़ मे ख्वाहिशें अपनी सभी साथ पूरी कर ए दिल , क्या खबर तुझको कभी ऐसा मौका मिले न मिले। अगला लम्हा कैसा गुज़रे कोई गुल खिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 346 Share rekha rani 2 Feb 2017 · 1 min read हमसफ़र बचा जिंदगी का जो भी सफर है इसे साथ मिलकर तय करना पड़ेगा। मेरे देव राहों मे थके जो कदम तो तुम्हे पहले मुझको पकड़ना पड़ेगा। तुम्हारी खुशी होगी मेरी... Hindi · गीत 1 454 Share rekha rani 2 Feb 2017 · 1 min read आवारा बादल कहाँ उड़ चले, कहाँ उड़ चले, आवारा बादल कहाँ उड़ चले। लगता है बादल हुए आज पागल , उन्हें न खबर वे कहाँ उड़ चले। पुरवा हवा है यही जानती... Hindi · गीत 1 578 Share Previous Page 2 Next