Arsh M Azeem Language: Hindi 236 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Arsh M Azeem 15 Jan 2021 · 1 min read शेर अच्छा भला दिल तोड़ के जाने के लिए वो आया था मुझे छोड़ के जाने के लिए Hindi · कविता 220 Share Arsh M Azeem 11 Jan 2021 · 1 min read मुश्किल होती है एक तो यह जुदाई बहुत मुश्किल होती है फिर उसपे तन्हाई बहुत मुश्किल होती है वक्त रहते जिनका एहसास नहीं होता "अर्श" उन गलतियों की भरपाई बहुत मुश्किल होती है Hindi · मुक्तक 2 347 Share Arsh M Azeem 9 Jan 2021 · 1 min read मुमकिन हो एक बार फिर मेरा मुस्कुराना मुमकिन हो काश किसी तरह तेरा आना मुमकिन हो तेरी याद तेरे ख्वाब तेरे ख्यालों से निजात हो किसी तरकीब से तुझे भुलाना मुमकिन हो Hindi · मुक्तक 4 427 Share Arsh M Azeem 6 Jan 2021 · 1 min read फिर तेरा ऐतबार किया मैंने फिर तेरा ऐतबार किया मैंने फिर तेरा इंतज़ार किया मैंने फिर तुझे प्यार किया मैंने फिर जीना दुश्वार किया मैंने फिर तेरा ख्वाब देखा मैंने फिर तेरा दीदार किया मैंने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 237 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read मेरी आंखों में फिरना मत मेरी नजरों में तुम कभी गिरना मत जो निभा न सको वो वादा करना मत मेरे लिए जीते रहो यही काफी है तुम मेरी खातिर कभी मरना मत इन्हीं मुश्किल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 407 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read शेर जो मनाने पे मुस्कुरा दे वो रूठा नहीं रहता जो सच कुबूल कर ले वो झूठा नहीं रहता जिसे अपने जज्बातों को ज़ब्त करना आता हो वो शख्स बहुत देर... Hindi · शेर 321 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read शेर मेरी आंखों में हसीं ख्वाबों के उजाले कर के वो छोड़ गया मुझको अंधेरों के हवाले कर के Hindi · शेर 234 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक सवाल यह नहीं वो क्यूं इतना झूठ बोलता है मसला यह है कि लोग उसपे ऐतबार करते हैं सवाल ये नहीं कि वो वादा करके क्यूं नहीं आता हैरत यह... Hindi · मुक्तक 1 6 234 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read बहुत खामियां रहीं मुझमें छलक रही है कुछ नमी मुझमें खल रही है तेरी कमी मुझमें खामोशियों घर कर गईं मुझमें टूटा है कुछ ना कुछ कहीं मुझमें मेरी ज़िन्दगी से तेरे जाने के... Hindi · कविता 1 216 Share Arsh M Azeem 24 Dec 2020 · 1 min read कोशिश में है यह अंधेरा छा जाने की कोशिश में है सूरज को खा जाने की कोशिश में है वो झूठ के सामियाने खूब सजा रहा है हक़ीक़त छुपा जाने की कोशिश में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 260 Share Arsh M Azeem 24 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक कुछ कदम तुम बढ़ो कुछ हम बढ़ते हैं चलो इन फासलों को कुछ कम करते हैं मोहब्बतों का नया सिलसिला शुरू करके यह नफरतों की परम्परा अब ख़त्म करते है Hindi · मुक्तक 1 253 Share Arsh M Azeem 24 Dec 2020 · 1 min read दिल तोड़ने लगेगा जब कोई चिराग़ यहां जलने लगेगा बेशक यह अंधेरा दम तोड़ने लगेगा टूटे दिल को इसीलिए नहीं संभाला मैंने फिर कोई न कोई दिल से खेलने लगेगा मेरी खामियों और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Arsh M Azeem 19 Dec 2020 · 1 min read मैं मुस्कुरा दिया इस तरह मैंने ग़म को हरा दिया हाल जो भी रहा मैं मुस्कुरा दिया ज़िन्दगी के सफर में ठोकरें लाज़िमी हैं ठोकरों ने मुझे चलना सिखा दिया उसने पूछा मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 258 Share Arsh M Azeem 19 Dec 2020 · 1 min read कोरोना तुम कब जाओगे मुश्किल में जान है हर शख्स परेशान है मुंह पे लगे है ढक्कन सांस लेना कहां आसान है इस घोर संकट से मुक्ति कब दिलाओगे बस एक ही प्रश्न है... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 47 718 Share Arsh M Azeem 18 Dec 2020 · 1 min read पत्थर खाते क्यों फिरते हो यूं पीछे पीछे प्यार जताते क्यों फिरते हो मजनू की तरह पत्थर खाते क्यों फिरते हो ये वो रास्ते नहीं जिन पे सफर किया जा सके इश्क की पगडंडियों पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 349 Share Arsh M Azeem 13 Dec 2020 · 1 min read वो आसमान में घर चाहता है ज़िन्दगी बहुत बेहतर चाहता है वो आसमान में घर चाहता है मंज़िल कैसे मिल पाएगी उसे वो आसान सा सफर चाहता है कुछ फिक्रें नींद को थामे रहती हैं कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 247 Share Arsh M Azeem 13 Dec 2020 · 1 min read बड़े आराम से आए होंगे बड़ी खामोशी बड़े आराम से आए होंगे वो अंधेरों की तरह शाम से आए होंगे यूं ही कौन किसी से मिलने आता है खुदगर्ज लोग हैं किसी काम से आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read तुम तो मेरा जीवन हो मै अकेला कहां रह पाता तुम जो साथ नहीं होते दुख दर्द कहां सह पता तुम जो साथ नहीं होते तुम जीवन साथी नहीं तुम तो मेरा जीवन हो तुम... Hindi · कविता 1 279 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read शायद दवा पहुंची ही नहीं दर्द वाली जगह पर शायद दवा पहुंची ही नहीं दुआ इसलिए है बेअसर शायद दुआ पहुंची ही नहीं वो आखिर मेरी पुकार सुनकर क्यूं नहीं आया "अर्श" क्या अभी उस... Hindi · मुक्तक 1 271 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read तेरा हो जाने तक तेरे ख्वाबों ख्यालों में खो जाने तक मै खुद का था मगर तेरा हो जाने तक वो जब याद आता है तो आता रहता है अश्कों से मेरी पलकें धो... Hindi · मुक्तक 2 250 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read भला बुरा कब देखेगी यह औरों का भला बुरा कब देखेगी सियासत सिर्फ अपना मतलब देखेगी झोंक देगी सबको नफ़रत की आग में ना जात देखेगी ना मज़हब देखेगी कितना भी पोशीदा कर लो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 254 Share Arsh M Azeem 11 Dec 2020 · 1 min read शेर चाहे जीस्त हो बर्बाद या जान के लाले पड़ें अब सफर नहीं थमेगा चाहे पांव में छाले पड़ें Hindi · कविता 255 Share Arsh M Azeem 10 Dec 2020 · 1 min read जुदा एक ही शाख पर है फूल और कांटे दोनों की फितरत है जुदा एक ही दरिया के हैं दोनों किनारे दोनों की किस्मत है जुदा एक ही फलक पे है... Hindi · मुक्तक 2 271 Share Arsh M Azeem 10 Dec 2020 · 1 min read बात ऐसी बिगड़ी कि फिर बनी ही नहीं वो रूठा तो उसने मेरी सुनी ही नहीं बात ऐसी बिगड़ी कि फिर बनी ही नहीं वादा निभाने वाले मुश्किल से मिलते हैं वादे करने वालों की कोई कमी ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 329 Share Arsh M Azeem 9 Dec 2020 · 1 min read सजर जबसे फल रहे हैं मेरी कोशिशों के सजर जबसे फल रहे हैं ज़माने के पत्थर खूब मुझ पे उछल रहे हैं मेरे इरादे जो कल थे वहीं आज भी हैं मेरे दुश्मनों के मंसूबे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 241 Share Arsh M Azeem 8 Dec 2020 · 1 min read जवाब अब तक नहीं आया वो दिखाके सुहाने ख्वाब अब तक नहीं आया मेरे कुछ सवालों का जवाब अब तक नहीं आया बारिसें ठहर चुकी है बादल भी कब के चले गए जाने क्यूं निकल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 556 Share Arsh M Azeem 7 Dec 2020 · 1 min read फिर इन्कलाब कब आएगा ये घपले घोटाले रिश्वतखोरी का चलन कब जाएगा कब जागेंगे हम देश में फिर इन्कलाब कब आएगा कब सुरक्षित और भयमुक्त होंगी देश में नारियां कौन उठाएगा यह बीड़ा यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 498 Share Arsh M Azeem 4 Dec 2020 · 1 min read सच बोलकर तो देखो कुछ देर सांस रोक कर तो देखो मौत के बारे में सोच कर तो देखो किससे क्या क्या बोल रहे हो अपने अल्फ़ाज़ तोल कर तो देखो हर बात बताना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 437 Share Arsh M Azeem 4 Dec 2020 · 1 min read देश की जड़ें सींचने वाला देश की जड़ें सींचने वाला खुद सूखा क्यूं रह जाता है देश का पेट भरने वाला खुद भूखा क्यूं रह जाता है हर बार सियासत में भोला भाला किसान ठगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 235 Share Arsh M Azeem 2 Dec 2020 · 1 min read कांटों को केवल चुभ जाना आता है न खिलना आता है न मुरझाना आता है कांटों को तो केवल चुभ जाना आता है बड़े लोगों के दिल अक्सर छोटे ही होते हैं समंदर को कब किसी की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 511 Share Arsh M Azeem 30 Nov 2020 · 1 min read ज़ुल्म का शिकार बना देगी ज़ालिमों के ज़ुल्म का शिकार बना देगी इतनी खामोशी तुम्हे गुनाहगार बना देगी कितना भी उकसाएं तुम इत्तेहाद न तोड़ना ये सियासत हमारे बीच में दीवार बना देगी अपने हक़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 497 Share Arsh M Azeem 29 Nov 2020 · 1 min read कमी होती है हर इंसान में क्या रहना दौलतो शोहरत के गुमान में कोई भी ठहर नहीं सकता आसमान में रब ने किसी को भी मुकम्मल नहीं बनाया कुछ ना कुछ कमी होती है हर इंसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share Arsh M Azeem 29 Nov 2020 · 1 min read आप तो बेवफा निकले क्या सोचा था और क्या निकले अजी आप तो बेवफा निकले बहम की दीवार गिरा दी जाए शायद यहीं कोई रास्ता निकले ला इलाज मर्ज बढ़ता जा रहा है देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 314 Share Arsh M Azeem 25 Nov 2020 · 1 min read अपने ग़म का शिकबा नहीं है तेरे होठों पे जो शाइस्ता हंसी है मुझे अपने ग़म का शिक़बा नहीं है तेरे बारे में सोचा है बहुत कुछ मैंने तेरे बगैर तो कुछ भी सोचा नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 286 Share Arsh M Azeem 24 Nov 2020 · 1 min read शेर अंधेरों की गहराई से डरता हूं मैं भी इस तन्हाई से डरता हूं तन्हा रहने की ऐसी आदत है अपनी ही परछाई से डरता हूं Hindi · शेर 272 Share Arsh M Azeem 23 Nov 2020 · 1 min read सब के सब भ्रष्टाचारी सब के सब भ्रष्टाचारी बन जाते हैं सत्ताधारी जब भी आए संकट भारी पिसती है जनता बेचारी जनता बहाए खून पसीना मौज उड़ाते खद्दरधारी सब के सब भ्रष्टाचारी बन जाते... Hindi · कविता 2 466 Share Arsh M Azeem 21 Nov 2020 · 1 min read सूरज का उजाला गर उसके पास सूरज का उजाला नहीं होता चांद को तो कोई पूछने वाला नहीं होता मैं जो मंज़िल की जुस्तजू में न भटका होता फिर मेरे पांव में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 469 Share Arsh M Azeem 21 Nov 2020 · 1 min read बुलंदी पे क्या उड़ने लगे ज़रा सा बुलंदी पे क्या उड़ने लगे वो खुद को आसमा समझने लगे जो सोचते थे कि हमी से है सजर वो पत्ते भी शाखों से झड़ने लगे नए दौर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 628 Share Arsh M Azeem 21 Nov 2020 · 1 min read लबों पे आने लगी सच्चाई जो मेरे लबों पे आने लगी यह दुनिया मुझे आंख दिखाने लगी कोई न कोई साजिश तो ज़रूर है वो मुझे देखकर अब मुस्कुराने लगी Hindi · शेर 1 292 Share Arsh M Azeem 21 Nov 2020 · 1 min read क्या लेकर आया वो आया तो क्या लेकर आया दर्द फिर एक नया लेकर आया मुझको जो मर्ज था रूहानी था वो जिस्मानी दवा लेकर आया Hindi · शेर 1 471 Share Arsh M Azeem 21 Nov 2020 · 1 min read किस बात का गुमान है मियां किस बात का गुमान है मियां ज़िन्दगी एक इम्तिहान है मियां फकत तुम ही नहीं हो गमज़दा यहां हर शख्स परेशान है मियां ज़िन्दगी को तो मुश्किल कहते हो मौत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share Arsh M Azeem 20 Nov 2020 · 1 min read चाहत वो गुल तो चाहते हैं मगर खार नहीं चाहते मंज़िल तो चाहते हैं राह दुश्वार नहीं चाहते ज़रा सा देर से आना भी गवारा नहीं करते मुलाकात चाहते हैं मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share Arsh M Azeem 20 Nov 2020 · 1 min read तब तक जीवन है जब तक मन में आस है तब तक जीवन है जब तक अंतिम सांस है तब तक जीवन है जब तक जीने का एहसास है तब तक जीवन है जब... Hindi · मुक्तक 370 Share Arsh M Azeem 20 Nov 2020 · 1 min read मुस्कुराने की ज़रूरत है रूठे हुए अपनों को मनाने की ज़रूरत है सब गिले शिकवे भुलाने की ज़रूरत है एक दूसरे को गले लगाने की ज़रूरत है दिलो के ये फासले मिटाने की ज़रूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share Arsh M Azeem 18 Nov 2020 · 1 min read इस दौर मै मोहब्बत कर रहे हो अमां बड़ी हिम्मत कर रहे हो इस दौर में मोहब्बत कर रहे हो बेशक एक इबादत कर रहे हो गर मां बाप की खिदमत कर रहे हो गोया कि सच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share Arsh M Azeem 18 Nov 2020 · 1 min read शीशा टूट के बिखर गया होगा जो पत्थर उछलकर गया होगा शीशा टूट के बिखर गया होगा वो कुछ तो सोचकर गया होगा या शायद जी भर गया होगा वो बेवफा लगता तो नहीं है इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 193 Share Arsh M Azeem 17 Nov 2020 · 1 min read आंखों में आंखें डाल गया मेरी आंखों में आंखें डाल गया हजारों ख्वाब आंखों में पाल गया किसी तरह खुद को संभाल गया बात वफा की पूछी तो टाल गया दिल मेरा जबसे लेकर गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Arsh M Azeem 17 Nov 2020 · 1 min read मुश्किलें आयेंगी तूफान बनकर मुश्किलें आयेंगी तूफान बनकर मैं भी खड़ा रहूंगा चट्टान बनकर तुम करो मज़हब की ठेकेदारी मैं तो बहुत खुश हूं इंसान बनकर सूरत से शख्सियत ज़ाहिर नहीं होती किरदार ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 267 Share Arsh M Azeem 15 Nov 2020 · 1 min read हर फूल को मुरझाना पड़ता है हर फूल को आखिर मुरझाना पड़ता है हर एक शख्स को ग़म उठाना पड़ता है दिल को इतनी अक्ल कहां होती है दिल को अक्सर समझाना पड़ता है बने बनाये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 330 Share Arsh M Azeem 14 Nov 2020 · 2 min read ईमानदार और धोखेबाज किसी गांव में दो व्यक्ति रहते थे एक का नाम "ईमानदार" और दूसरे का नाम "धोखेबाज" था। दोनों की नेचर एक दूसरे के बिल्कुल विपरीत थी "ईमानदार" बहुत भला और... Hindi · लघु कथा 1 2 381 Share Previous Page 2 Next