Comments (4)
8 Dec 2020 12:41 PM
बहुत भावना पूर्ण अपेक्षा की गई है, और शायद अभी मानवीय संवेदनाओं को समझने वाले लोग सुशुप्त अवस्था में ही उलझाए हुए हैं, जिन्हें जागृत करने के लिए भी एक अभियान की दरकार है! शुभकामनाएं सहित।
Arsh M Azeem
Author
9 Dec 2020 07:44 AM
Dhanyavad
सुंदर संदेशपूर्ण प्रश्नवाचक प्रस्तुति।
धन्यवाद !
Dhanyavad