Comments (6)
3 Jan 2021 01:42 PM
?बहुत ख़ूब..!
Arsh M Azeem
Author
3 Jan 2021 03:06 PM
Thanks
3 Jan 2021 01:38 PM
वो अपने फ़न में इतना म़ाहिर है ,
के झूठ को भी सच बनाकर पेश करने की अदा जानता है ,
और ये ज़माना उसकी लफ़्फाज़ी के फ़रेब में आकर पेश किए झूठ को सच मानता है ,
श़ुक्रिया !
Arsh M Azeem
Author
3 Jan 2021 03:06 PM
Thanks
कलाओं की कहां कमी है मानवी वेश में।
कुछ लोग जीते हैं इसी परिवेश में।।
आपकी प्रस्तुति पर धन्यवाद!
बहुत बहुत आभार