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जब से उनकी निग़ाहों में फ़रेब के साए नज़र आने लगे हैं, मुझे दोस्त और दुश्मन के माय़ने समझ आने लगे हैं ,
श़ुक्रिया !
जब से उनकी निग़ाहों में फ़रेब के साए नज़र आने लगे हैं,
मुझे दोस्त और दुश्मन के माय़ने समझ आने लगे हैं ,
श़ुक्रिया !