Ranjana Mathur 479 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read देश सेवा आज स्वतंत्रता प्राप्ति के इतने लंबे अंतराल के पश्चात यदि हम देश के प्रति लगाव आस्था व निष्ठा के परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण करने चलें तो कुछ अकल्पनीय तथ्यों से सामना... Hindi · लेख 368 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read बरखा हाइकू श्यामल घटा दमकत दामिनी घन बरसे। ओ घनप्रिया मेघाच्छादित नभ आयी बरखा। श्रावण मास नाचे सौदामिनी बरसे नैना। छाये बदरा घनप्रिया के संग झूम घटाएँ। मैं विरहिन चमके है... Hindi · हाइकु 594 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 3 min read "अंधविश्वास " एक ही घर के कुल ग्यारह सदस्य जिसमें बच्चे भी सम्मिलित है न जाने किन अंधविश्वासों व आडम्बरों से ग्रस्त हो कर एक साथ काल के गाल में समा गये,... Hindi · लेख 1 256 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read कुंभ के मेले में मेरा सत्य यात्रा संस्मरण बात लगभग आज से बाईस-तेईस वर्ष पूर्व की है। मेरा मायका उज्जैन (मध्य प्रदेश) में होने के कारण मैं साल में एक या दो बार सपरिवार... Hindi · कहानी 1 226 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 3 min read वह टेलिफ़ोन की घंटी सत्य घटना (स्वयं मेरे साथ घटित सत्य वृत्तांत) कहते हैं कि परलोक सिधार कर भी अपने प्रियजनों की आत्मा हमें कभी छोड़ कर नहीं जाती। वह किसी न किसी रूप... Hindi · कहानी 219 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक (1) जिसका बहुमत उसी की *सत्ता दिखलाए वह अपनी प्रभुत्ता उससे पंगा लिया तो जैसे आ पड़ा मधुमक्खी का छत्ता। (2) अतुल *सुंदरी थी पद्मावती थी वह पतिव्रता नारी सती... Hindi · मुक्तक 557 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक जिसका बहुमत उसी की *सत्ता दिखलाए वह अपनी प्रभुत्ता उससे पंगा लिया तो जैसे आ पड़ा मधुमक्खी का छत्ता। (2) अतुल *सुंदरी थी पद्मावती थी वह पतिव्रता नारी सती... Hindi · मुक्तक 233 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल "टूटे दिल को क्यूँ अश्कों से भीगा तेरा चहरा लगता है देखे न सुने न ज़माना ये बहरा लगता है। ?? वो चोटें जो एवज वफ़ा के खाई थीं मैंने उनका घाव दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share Ranjana Mathur 30 Mar 2019 · 2 min read जन्मकुंडली आज चोपड़ा जी आरती बिटिया को विदा कर के निश्चिंत हो गये थे। हों भी क्यों न यह शादी उनकी इच्छानुसार हुई थी। रमेश अरोरा के होनहार सुपुत्र प्रशासनिक अधिकारी... Hindi · लघु कथा 279 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read दीप और बाती लौ उसकी यूँ देखी इठलाती तो पूछा उठा दीप री बाती तू क्यूँ इतना इतराती श्रयण तो दिया है मैंने ही तुझे अपने अंतस में वरना तेरा क्या मोल वर्तिका... Hindi · कविता 259 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read ॐ सूर्याय नमः दिया तुम्हें मालिक ने यह नगीना अनमोल दे रहा जो हर इक को उसके हिस्से की/धूप /ऊष्मा /ताप बेमोल/बगैर नाप-तौल किस में है इतना दम उसके न्याय पर कुछ सके... Hindi · कविता 327 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read स्वागत है अभिनन्दन आओ! स्वागत है अभिनन्दन!! माँ ले खड़ी है हल्दी चंदन! पिता करे अगवानी नन्दन! जन जन का है तुमको वन्दन! आओ! स्वागत है अभिनन्दन!! शौर्य तुम्हारा अप्रतिम अद्भुत साहस अविचल... Hindi · कविता 344 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 2 min read मेंहदी नेह प्रेम की प्यारी मेंहदी, है हम नारियों का सौभाग। रचती रहे यूँ ही हाथों में, जुग-जुग जीता रहे सुहाग।। देख सखी ये तेरी-मेरी, हैं सुन्दर रची हथेलियाँ। आज सुहाग... Hindi · कविता 336 Share Ranjana Mathur 28 Mar 2019 · 1 min read उसी का ये ज़माना है इरादा ये कि अब रूठे हुए रब को मनाना है, दिलों में आस औ उम्मीद के दीपक जलाना है। तमन्ना झूम कर नाचे सफलता भी कदम चूमे, हमें हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Ranjana Mathur 27 Mar 2019 · 1 min read दोहे मात पिता का कीजिए, सदैव आदर मान। जिनसे हमको है मिला, इस जीवन का दान।। अहंकार से तुम सदा, बचना मेरे यार। रावण की गति क्या हुई, जाने सब संसार।।... Hindi · दोहा 511 Share Ranjana Mathur 25 Mar 2019 · 1 min read " जय श्री राम " श्री राम जय राम जय जय राम हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम। तू ही है मेरा जीवन दाता तू ही हमारा भाग्य विधाता तू ही बनाए मेरे... Hindi · कविता 368 Share Ranjana Mathur 24 Mar 2019 · 1 min read तुमको नमन आज शहादत पर उन वीरों की कितनों के झुकते हैं शीश। देश के लिए बलिदान हो गये स्वतंत्र भारत जिनकी है बख्शीश। स्मरण है किस किसको आज जिनके बूते आज़ादी... Hindi · कविता 227 Share Ranjana Mathur 22 Mar 2019 · 1 min read सतरंगी मीठे फल प्यारे लाल रंग का गोल सेब है हरे रंग का है अमरूद। पीला पीला मस्त आम है और हरे भरे गुच्छे अंगूर। नारंगी होता है संतरा और चीकू का रंग है... Hindi · कविता · बाल कविता 528 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 2 min read नमन तुमको आओ हम उस वीर धरा का विश्व से परिचय कराएं। गौरवशाली भारत वैभव का परचम फिर लहराएं।। अविच्छिन्न था देश हमारा सकल विश्व में था विख्यात। उत्तुंग हिमालय किरीट सजे... Hindi · कविता 528 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read इस बार होली में ? भरी हों नेमतें खुशियों की अब हर एक झोली में करें हम बैर औ नाराज़गी रुखसत अब डोली में। ? चलाओ आज पिचकारी अनोखे प्रेम रंगों की सजा डालो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read काष्ठकार हैं कहलाते कोई कहे बढ़ई कोई कहता है खाती कोई हमको कहता है सुतार लकड़ी है हमारी रोजी रोटी हम कहलाते हैं काष्ठकार ???? मिला हमें पूर्वजों से विरासत में काष्ठकारी का... Hindi · कविता 316 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read राम का घर कुंभ समाप्ति पर अयोध्या, में होगी संतन भीड़। बने राम मंदिर ही वरना, यहीं हमारा नीड़। हर हृदय में बसे राम लला, दुखी क्यों हो जनाब। सीमा टूटी धीरज की... Hindi · कविता 1 544 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read कान्हा संग होली पूजा की थाली सजी लड्डू गोपाल संग रोली अक्षत भोग भी है अबीर गुलाल संग। संग-संग होलिका के बैर को जलाना है प्यार और स्नेह के रंगों से सजाना है।... Hindi · कविता 240 Share Ranjana Mathur 21 Mar 2019 · 1 min read तुम सा कोई नहीं पूजनीया माँ की जयन्ती पर प्यारी माँ को सस्नेह समर्पित ?? माँ तुम सा न कोई कभी था और कभी न हो सकता इक इक पल का प्यार तुम्हारा आज... Hindi · कविता 1 1 267 Share Ranjana Mathur 16 Mar 2019 · 1 min read एतबार मांगा था हमने दिल का करार मांगा था अपने हिस्से का प्यार माँगा था। भूले थे हम तो सब गिले शिकवे तू भी हो खुश गवार माँगा था। सहरा में फिर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 283 Share Ranjana Mathur 14 Mar 2019 · 1 min read चुनमुन हूँ मैं मैं छोटी सी चुनमुन हूँ ऊधम खूब मचाती हूँ हर दम मस्ती करती रहती चाहे जहाँ गिर जाती हूँ। कभी गिरूं मैं पलंग पर से कभी गिरूं चलते चलते कभी... Hindi · कविता · बाल कविता 1 511 Share Ranjana Mathur 13 Mar 2019 · 2 min read हास्य-व्यंग्य "कन्यादान की जगह वरदान" बुद्धि जीवी हैं तो कभी सोच कर देखिए कि यदि "कन्यादान" के स्थान "वरदान" होता काश! तो क्या माहौल होता घर-घर का। हर घर अखाड़ा, हर घर में दंगल। जब... Hindi · लेख 258 Share Ranjana Mathur 13 Mar 2019 · 1 min read कैसे खेलूं होली फागुन आया लेकर सखी फिर से होली का त्योहार। कैसे खेलूं होली जब बिछुड़ा है मेरे तन-मन का शृंगार।। सरहद पर वे खेल गये दुश्मन संग खूं की होली। सखी... Hindi · कविता 300 Share Ranjana Mathur 13 Mar 2019 · 1 min read गरीब बेटी अंतड़ियाँ जब कुलबुलाती हैं तब बुझानी होती है एक असह्य अगन जो कई दिनों से उधार चल रही कई-कई उदरों की जन्म दाता हो जाते विवश उसको असहाय छोड़ने सूनी... Hindi · कविता 263 Share Ranjana Mathur 11 Mar 2019 · 2 min read रिश्तों में कैंची रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय। टूटे से फिर न जुड़े, जुड़े गांठ पड़ जाय।। वह समय बीत गया जब अपने तो क्या पराए व अनाथ भी घरों में... Hindi · लेख 1 585 Share Ranjana Mathur 10 Mar 2019 · 1 min read कुछ भी नहीं गर चाहो तो नामुमकिन कुछ भी नहीं है। है भुजबल की शक्ति कठिन कुछ भी नहीं है । ताकत ही उड़ने की देती है गवाही पंखों में जो जज्बा नभ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share Ranjana Mathur 10 Mar 2019 · 1 min read उपन्यास क्या है कोई भी लंबी कहानी जो काल्पनिक हो तथा कई पात्रों एवं घटनाओं से युक्त हो उसे उपन्यास कहा जाता है। यह गद्य की वह विधा है जो कथा वस्तु के... Hindi · लेख 636 Share Ranjana Mathur 9 Mar 2019 · 1 min read न आसान परिभाषा तुम्हारी दुर्गा सरस्वती और लक्ष्मी की होती प्रतिबिंबित छवि जिसमें वह होती है नारी। घर परिवार की खातिर जग पर पड़े जो अकेली ही भारी वह होती है नारी। जिसने निज... Hindi · कविता 269 Share Ranjana Mathur 7 Mar 2019 · 1 min read ख्वाब कैसे फ़ना हो जाएगा। मेरा जब तू आश्र्ना हो जाएगा प्यार ही मेरा गहना हो जाएगा। फिर बचेगा न कहने कुछ बाकी तुमसे मिलना जो मना हो जाएगा। आवाज़ दिल की सुनो पहले रूह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 244 Share Ranjana Mathur 5 Mar 2019 · 1 min read दिन आ रहे हैं बदी को मिटाने के दिन आ रहे हैं। नया दौर लाने के दिन आ रहे हैं। अरे ओ फरेबी न तुझ पर भरोसा कि तुझको मिटाने के दिन आ रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share Ranjana Mathur 5 Mar 2019 · 2 min read "देश और हमारा उत्तरदायित्व एक छोटा घर जिसमें पति पत्नी, उनके माता-पिता व बच्चे रहते हैं। घर के मुखिया अर्थात् पिता की निर्णायक भूमिका होती है।मुखिया की जिम्मेदारी के साथ साथ उस परिवार के... Hindi · लेख 246 Share Ranjana Mathur 2 Mar 2019 · 1 min read कैसे लिखूँ कतरा-कतरा जोड़ स्व रुधिर का बन पड़ी थी निर्मात्री जिस सुत की उर के उस टुकड़े के विकीर्ण कण-कण को आज समेट रक्त रंजित हो सिरह उठा आंचल ममत्व का... Hindi · कविता 252 Share Ranjana Mathur 2 Mar 2019 · 1 min read सिपाही ?? रक्षा प्राचीर प्रहरी सीमा पर सुदृढ़ ढाल ?? भारत पुत्र मूर्ति पराक्रम की दे प्राणोत्सर्ग ?? सिंह गर्जन है भयाक्रांत शत्रु थरथराता ?? वीर शिवाजी महाराणा प्रताप भारत पुत्र... Hindi · हाइकु 1 250 Share Ranjana Mathur 2 Mar 2019 · 1 min read मेरी पसंदीदा मिठाई को पत्र मेरी प्यारी रबड़ी आप के दीदार को मेरा मतलब है स्वाद को तरसती है जिव्हा।आप से भेंट बहुत कम ही हो पाती है। आजकल आप ज्यादातर मौकों पर और शादी... Hindi · लेख 518 Share Ranjana Mathur 2 Mar 2019 · 1 min read मेरे हिस्से का सूरज जो ज़िन्दगी को एक दुराहे पे ला गये बद किस्मती है हमारी कि हम उन को भा गये। जिनके न हम कभी थे और न ही कभी हुए नादान उन्हीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 359 Share Ranjana Mathur 22 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल मासूमों का कातिल है तू ओछा है औ जाहिल है तू हरकत से बाज़ न आएगा धूर्त बदी की मंजिल है तू जिसमें मौतें ही बहती हों उस दरिया का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share Ranjana Mathur 22 Feb 2019 · 1 min read सरहद पे जवान खड़े सरहद पे जो जवान हैं मेरे भारत की दृढ़ चट्टान हैं। जिनके फौलादी होते हैं सीने भुजबल में जिनकी दमखम है जिनकी कठिन त्याग तपस्या के बल पर ही... Hindi · कविता 350 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2019 · 1 min read कब तलक अब नहीं शेरों का यूं बलिदान ज़ाया जाएगा अब न वीरों की शहादत को भुलाया जाएगा। ऐ पड़ोसी तू न अपनी ओछी हरकत पर अकड़ क्या है तेरी हैसियत तुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2019 · 2 min read वह होती है माँ कहा किसी ने मुझसे कि बेटा हर टेढ़ी मुश्किल में इस जग में किससे रखे तू आशा बिन सोचे समझे मैं बोली माँ......... पूछा गया फिर मुझसे बता क्या है... Hindi · कविता 293 Share Ranjana Mathur 19 Feb 2019 · 1 min read सैनिक भारत का हर इक सैनिक शिलात्मज भारत का हर बांकुरा है चट्टान हहराता है उनसे तो काल भी आ तू रणभूमि में करते हम आव्हान ओ तुच्छ अधम ! ओ... Hindi · कविता 1 193 Share Ranjana Mathur 19 Feb 2019 · 3 min read युद्ध घर में गमगीन माहौल है। सब बेचैन हैं । सबका मन भारी है। "कौन आ रहा है दादी ?" नन्हा रघु बोला। "अरे रघु अपने पापा ।" तुरन्त बहन रिमझिम... Hindi · कहानी 612 Share Ranjana Mathur 13 Feb 2019 · 1 min read बसंत पर मुक्तक ??? पात पुराने बिछुड़े डाली- डाली नव पल्लवों ने बिखेरी हरियाली हुई पद आहट ऋतुराज वसंत की कुहू कुहू बोले कोयलिया काली । ??? छायी खेतों में सरसों पीत प्रकृति... Hindi · मुक्तक 1k Share Ranjana Mathur 13 Feb 2019 · 1 min read हसरतों को गले से लगाते रहे तीर खाकर सनम मुस्कुराते रहे हम मुहब्बत में खुद को मिटाते रहे। फूल ही फूल दामन न कांटा कहीं ख्वाब यूं जिन्दगी के सजाते रहे। रात रोशन रहे खुशनुमा ख्वाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 279 Share Ranjana Mathur 7 Feb 2019 · 1 min read माँ तुझे नमन तू स्पर्श है तू जीवन है इस संसार में मेरे अस्तित्व का अहसास है तू तू कुसुम है तू सुगंध है आदि-अंत जग हो सुरभित वह महकती सुवास है तू... Hindi · कविता 284 Share Ranjana Mathur 6 Feb 2019 · 1 min read काश ! ऋतु वसंत में वो मूंदते हैं अँखियों को काली रातों में आस किरण के संजो स्वप्न कि खुलेंगी पलकें तो शायद होगी कोई नव वासंती भोर सम्मुख हमारे भी और... Hindi · कविता 478 Share Previous Page 4 Next