Ranjana Mathur 479 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read "मतलबी " बिना स्वार्थ न पूछे कोई बिन काम के कोई न यार मतलब का हर इंसा बन्धु मतलबी है सारा संसार। आज समय वो है जग में। मतलब की साथी संतान... Hindi · कविता 2 297 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read शिकायत तो नहीं कोई हमें तुमसे शिकायत तो नहीं कोई कि तुमने की शरारत तो नहीं कोई। हमें तुम मान सकते हो अजीज़ों में कि हम करते अदावत तो नहीं कोई। जलाओ आंधियों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 567 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 2 min read जीवित हैं संस्कार अभी "चलो कुछ खा पी लें" पापा बिट्टू से बोले। बिट्टू माँ-पापा के साथ रेस्टोरेंट में बैठा था। मैन्यू कार्ड बिट्टू के हाथ में था। उसने मसाला डोसा या पनीर डोसा... Hindi · लघु कथा 1 1 594 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 2 min read अनजान सफर "जा री चंदू ड़ी। सब्ज़ी मंडी में से साग बीन कर ला। हाथ पैरों में जंग लगा है क्या चल उठ।" छगनी ने चंदा को दुत्कारा। आज कोई नयी बात... Hindi · लघु कथा 1 1 410 Share Ranjana Mathur 21 Feb 2020 · 1 min read सपने में विरह के उठते धुंए में शनैः शनैः, तुम्हारे चेहरे का धुंधलाना। स्मरण कर-करके तुम्हारा, साँसों का मेरी रुक-रुक जाना। दिवास्वप्नों के सतरंगी झूलों में, अब और न मुझे झुलाना। सचमुच... Hindi · कविता 1 1 266 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read करना होगा विश्वास कई अजूबे इस दुनिया में तुम मानो या न मानो हर शह परखी नहीं है जाती इशारों में ही पहचानो। घड़ी की सुई है समय को चलाती कभी समय को... Hindi · कविता 334 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 2 min read सच्चा सपूत तैयारियाँ जोर शोर से चल रही थीं। हों भी क्यूँ न। 15 दिनों बाद रमन का विवाह जो था। मिसेज़ माया चौधरी अपने स्व.पति लेफ्टिनेंट राम चौधरी के अरमान पूरे... Hindi · लघु कथा 1 472 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read क्या परिभाषा प्रेम की प्रेम! पर टिकी है सृष्टि तनिक इस जग पर डालो तो दृष्टि। उर्वी! ने निज उर पर धारे सरित सुमेर और सिन्धु सारे वसुधा है करती इनसे प्यार तभी उठाया... Hindi · कविता 289 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read रंग रंगीला फागुन रंग रंगीला फागुन बहारें ले कर आ गया। संतरगी रंगों की फुहारें ले कर आ गया। न करना बरजोरी सुन ओ सांवरे कन्हैया कहीं मुड़ न जाए प्यारी राधे की... Hindi · कविता 1 424 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read दुविधा बता गये हैं संत महात्मा असमंजस का क्या अंजाम। दुविधा में दोनों ही जाते माया मिलती और न राम।। यदि चाहते हैं हम कि सदा पक्ष में हो हर परिस्थिति।... Hindi · कविता 490 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read क्या लिखूँ उखड़ा है मन लेखनी का मन में उठ रहा है बवाल आखिर लिखूँ तो क्या लिखूँ दिल में आते हैं कई खयाल क्या लिखूँ? प्रताड़ित होती नारी पर छिड़ा नारी... Hindi · कविता 2 1 279 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read गुनगुनाना छोड़ दें ये घटाएँ अब्र से बूँदें गिराना छोड़ दें आंसुओं से भी कहो आँखों में आना छोड़ दें। ख़ाक में मिलकर हो हासिल गर मुहब्बत आपकी बारहा सांसों का आना और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 245 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read खिलता हुआ इक गुलाब तू फ़लक का शबाब लगता है। तेरा चेहरा इक किताब लगता है। तिश्नगी है तुझी को पाने की इफ़्फ़त ए आफ़ताब लगता है। चाहता हूँ करूं परस्तिश तेरी क़ल्ब तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 534 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मैं नदिया हूँ मैं हिम शिखर की तनया अब्धि की हूँ मैं प्रियतमा । डगर डगर है नीर प्रवाहित कहीं न ठहरा और न थमा । मैं तरंगिणी उज्जवल निर्मल कल-कल सदा... Hindi · कविता 1 240 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read विद्या जीवन का हर क्षण देता है हमें सदा शिक्षा और ज्ञान। विद्या धन वृद्धि ही पाता यदि करते हम इसका दान।। बालक की शिक्षा व पढ़ाई उसको प्रदान करती विद्या।।... Hindi · कविता 236 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read नारी हृदय ममता से आप्लावित स्नेह में सृष्टि मुझसे हारी। नेह लुटाती प्यार बहाती जीव पर मेरी दया बलिहारी। सृष्टि टिकी है जिसके बल पर मैं वह परमात्मा की कृति प्यारी... Hindi · कविता 255 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read गंगा पर हाइकु मोक्षदायिनी सतत प्रवाहिणी तू मंदाकिनी ओ त्रिपथगा कल कल निनाद शुचि अंबुद हे देवनदी प्रतीक आस्था की देती संत्राण अलकनंदा जीवन प्रदायिका पूज्या मातु ओ भगीरथी है पतित पावनी फल... Hindi · हाइकु 377 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल जहां से बदी को हटाना पड़ेगा। कि घर नेकियों का बसाना पड़ेगा। कभी तो मुकद्दर को रोशन करेगा कि सूरज इधर भी बुलाना पड़ेगा। चमन में खिलेंगे कभी गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 272 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मन लुभाता हूँ महीना आ गया सावन का मैं खुशियाँ मनाता हूँ। कि त्योहारों के मौसम में मगन मन गुनगुनाता हूँ। पड़े हैं बाग में झूले बरसती झूम कर बरखा प्रिया के साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read तेरे बिन रूह भी चाहती न दूरी है आपके बिन ये जां अधूरी है इब्तिदा दिन की होती तुझसे ही सांस भी तेरे बिन न पूरी है तिश्नगी इश्क की न मिट... Hindi · कविता 393 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read इस गुमां से दिल महकता है मेरी नई ग़ज़ल कमल का फूल तो हरदम ही कीचड़ में निखरता है। खरा सोना वही जो आग में तप कर निकलता है। कि दुनिया आब-ओ-गिल ये खबर बंदे को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read आख़िर किसलिए मेरी एक नई ग़ज़ल - ख़ुशनुमा सी शाम आख़िर किसलिए। प्यार का पैग़ाम आख़िर किसलिए। क्यूँ मुखौटे डालते मासूम बन छुप रहे अस्क़ाम आख़िर किसलिए। उंगली हम औलाद पर कैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 213 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read आपकी नज़रे इनायत आपकी नज़रे इनायत हो तो फिर क्या चाहिए, प्यार में थोड़ी शरारत हो तो फिर क्या चाहिए। धूप भी छाया है जब हो साथ दामन आपका, साथ में थोड़ी मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share Ranjana Mathur 20 Feb 2020 · 1 min read मौत को ज़िन्दगानी लिखेंगे अजब प्यार की हम कहानी लिखेंगे कि हम मौत को ज़िन्दगानी लिखेंगे। कि बहने लगीं आँख गर तेरे ग़म में तो दरिया की उसको रवानी लिखेंगे। जो बुझते चिरागों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 389 Share Ranjana Mathur 4 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ****** हम किस तरह चलते रहे, कदमों को भी है खबर नहीं। किसके लिए है तड़प मेरी, मुझे कोई आता नज़र नहीं। गुमनामियों में गुज़र रहा, है फ़कीर दिल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share Ranjana Mathur 4 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल सुनहरा सवेरा बुलाता हमें है। कि उजली किरण से मिलाता हमें है। सुनाकर हमें धुन सदा प्यार की ही वो जीने का लहज़ा सिखाता हमें है। कहीं धूप थोड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल मुझे ऐसा गुमां क्यों हो रहा है कहीं ईमान दिल का खो रहा है। चलो सहरा को हम कर दें खियाबां कि सूखा बाग भी अब रो रहा है। किया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 263 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल *** क़फ़स में बंद पंछी को उड़ाना भी ज़रूरी है। कि घुटती ज़िन्दगी में सांस आना भी ज़रूरी है। करो तुम बागबां बनकर के रखवाली ख़ियाबां की कि मुरझाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल लुटा दी लाख अत्फ़ें रब ने दुनिया को सजाने में बड़ी ही नेमतें बिखरी हैं कुदरत के खज़ाने में। नहीं आसां यहाँ हर शख्स की हो दूर रुसवाई पड़ें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share Ranjana Mathur 3 Dec 2019 · 1 min read आखिर किसलिए ख़ुशनुमा सी शाम आख़िर किसलिए प्यार का पैग़ाम आख़िर किसलिए। क्यूँ मुखौटे डालते मासूम बन छुप रहे अस्क़ाम आख़िर किसलिए। उंगली हम औलाद पर कैसे करें खूं हमारा ख़ाम आख़िर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 340 Share Ranjana Mathur 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल रूह भी चाहती न दूरी है आपके बिन ये जां अधूरी है इब्तिदा दिन की होती तुझसे ही सांस भी तेरे बिन न पूरी है तिश्नगी इश्क की न मिट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल - बदगुमानी बदल दे न किस्मत लिखे मुंह जबानी बदल दे कभी तो ख़ुदा ज़िन्दगानी बदल दे। लो आए खुशी के ये दिन और रातें जो रातें थीं काली आसमानी बदल दे। हुई खार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 411 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल - सलीका ज़िन्दगी का मुहब्बत में मज़ा तो दिल की क़ुर्बानी से आया है कि मिटने की कसम है दिल तो मनमानी से आया है। पियो तुम जाम आँखों से कि मयखाने में तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 264 Share Ranjana Mathur 8 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल- "रिझाती है मुझे" ज़िन्दगी तू क्यों सताती है मुझे। गीत यादों के सुनाती है मुझे। आसमां में संग तारों के कभी चांद बन कर तू रिझाती है मुझे। वो किनारा झील का सूना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 237 Share Ranjana Mathur 28 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल आसमां उस रात कुछ ज़्यादा हसीं हो जाएगा। चाँद भी करके शरारत शबनमी हो जाएगा। छा उठेगीं ख़ुशबुएं जब रात रानी की वहां नूर तेरे रूप का अपनी अदा दिखलाएगा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 249 Share Ranjana Mathur 25 May 2019 · 1 min read हुई जीत विश्वास की भारत पुत्र हुआ है विजयी सारे शत्रु हुए हैं आहत। जीत सदा सत्य की होती आज हुआ यह सच साबित। सद्सेवा में मग्न सत्पुरुष बना शत्रु की आँख का कांटा।... Hindi · कविता 1 246 Share Ranjana Mathur 25 May 2019 · 1 min read दो मुक्तक मुक्तक (1) हुई सत्य की जीत है चहुंओर है हर्ष। होगा पुनः प्रारंभ अब भारत का उत्कर्ष। दुर्भावनाओं के व्यंग्यवाण बहुत झेले, किन्तु उस सत्पुरुष ने नहीं छोड़ा संघर्ष। ??????????????????... Hindi · मुक्तक 1 227 Share Ranjana Mathur 7 May 2019 · 1 min read ज़िन्दगी ग़ज़ल लगने लगी है बन मुहब्बत का वो साज बजने लगी प्यार की धुन से आवाज़ सजने लगी। ज़िन्दगी के खियाबां में गुल प्यार के क्या खिले सारी दुनिया महकने लगी। होगा तेरा भला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 359 Share Ranjana Mathur 7 May 2019 · 1 min read नज़ारा बाद का..... सभी वादे निभाने जा रहे हैं कि वो मूरख बनाने जा रहे हैं। नया क्या देखने को अब मिलेगा उसी हरकत को तो दुहरा रहे हैं। वही हल्ला वही गुल्ला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share Ranjana Mathur 25 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक (1) मात्राभार - 24 मत देने का आपका, बहुत बड़ा अधिकार। बुद्धि और विवेक संग, चुनें योग्य सरकार। यदि चयन में आपने, कर दी लापरवाही। तो मूरख राजा बनें, होगा... Hindi · मुक्तक 332 Share Ranjana Mathur 25 Apr 2019 · 1 min read ग्रीष्म ?? तपती धूप अगन बरसती खोजती छाया ?? रवि प्रचंड है संतप्त बैशाख तीक्ष्ण रश्मियां ?? प्यासी वसुधा शुष्क हैं तरुवर है त्राहि त्राहि ?? है अनुनय एक कटोरा जल... Hindi · हाइकु 1 497 Share Ranjana Mathur 23 Apr 2019 · 4 min read वह लड़की कुछ समय पहले घर में "फिश एक्वेरियम" आया था। उसमें सात मछलियां डाली थीं। उनमें एक सबसे सुन्दर मछली को हमने "परी मछली" नाम दिया था। बदकिस्मती से वही परी... Hindi · कहानी 303 Share Ranjana Mathur 16 Apr 2019 · 1 min read कर सकता नहीं ??? चाह तेरी नज़र की इन्कार कर सकता नहीं, अश्कों से लबरेज ये अब्सार कर सकता नहीं। ??? सुबह का है आफ़ताब कि चाँद है तू रात का, क्या कहूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Ranjana Mathur 10 Apr 2019 · 1 min read जहाँ माँ मुस्कुराती है दिलों जां वार कर वो ज़िन्दगी सबकी बनाती है ज़हर पीकर वो सबको ही सदा अमृत पिलाती है। कड़ी तपती दुपहरी हो कि मौसम तेज़ बारिश का बनी वो ढाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share Ranjana Mathur 8 Apr 2019 · 1 min read माँ ये माँ की दुआ का असर है ग़म क्या है मुझे ना ख़बर है। देखे जिस जगह सिर्फ ख़ुदा माँ की उस जगह भी नज़र है। जिसके सिर पर न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share Ranjana Mathur 8 Apr 2019 · 1 min read ले लो फिर अवतार ले लो तुम अवतार मैया ले लो फिर अवतार भक्तों की पीड़ा को मिटा दो कर दो बेड़ा पार ले लो तुम अवतार। नारी के पग पग पर काँटे वह... Hindi · गीत 1 1 261 Share Ranjana Mathur 6 Apr 2019 · 1 min read हूँ वो शाइर हूँ वो शाइर जो अजाबों की अज़ल लिखती हूँ अश्कों के हर्फों से मैं दर्दे ग़ज़ल लिखती हूँ। तुम मुझे चाहे समझ लेना धरा की माटी मैं तो तुमको ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share Ranjana Mathur 6 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल---- ज़ख्म किसी को दिखाना नहीं। राज़ दिल के किसी को बताना नहीं है भरोसे के लायक जमाना नहीं। रहम उन पर करो जो हैं बेबस पड़े तुम कभी भी दुखी को सताना नहीं । मान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read बदलते परिवेश में पिता और पुत्री राजा जनक व उनकी दुलारी सुपुत्री सीता आज भी भारतीय संस्कृति में पिता व पुत्री के मध्य स्नेह, प्रेम व वात्सल्य के सामंजस्य के अद्वितीय उदाहरण के रूप में स्थापित... Hindi · लेख 414 Share Ranjana Mathur 31 Mar 2019 · 2 min read साहित्य और सावन कजरारी काली घटाएं... उमड़ते घुमड़ते बादल.... रिमझिम बुंदियां..... भीना भीना मौसम..... सावन शब्द ही अपने आप में बड़ा मनभावन है। मन का सम्बन्ध भावों से और भाव तो साहित्यकार का... Hindi · लेख 1k Share Previous Page 3 Next