Ranjana Mathur 479 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Ranjana Mathur 6 Feb 2019 · 1 min read सखि! बसंत आया है। झर-झर झरे वो पात पुराने नव पल्लव स्वर खिलखिलाया है प्रेम राग हर शाख ने गाया ऋतुओं ने सेहरा सजाया है सुना है सखि! बसंत आया है। सुदल हो रहे... Hindi · कविता 314 Share Ranjana Mathur 29 Jan 2019 · 2 min read सुन ले मूरख भारत वीरों के गर्जन सम्मुख, सिंह दहाड़ भी फीकी है ओ मूर्ख पड़ोसी तूने क्या यह तुच्छ बात भी नहीं सीखी है। ओछी हरकत छोड़ अधम तू वरना तू पछताएगा... Hindi · कविता 438 Share Ranjana Mathur 29 Jan 2019 · 1 min read सूरज दिया तुम्हें मालिक ने यह नगीना अनमोल दे रहा जो हरेक को/धूप /ऊष्मा /ताप बेमोल/बगैर नाप-तौल किस में है इतना दम उसके न्याय पर कुछ सके बोल। रंजना माथुर अजमेर... Hindi · कविता 327 Share Ranjana Mathur 25 Jan 2019 · 1 min read तुम्हारे बिना अगर आए कयामत तो तेरे पहलू में दम निकले बड़े बेताब लेकर ख्वाब ये नज़रों में हम निकले । तिरा ही ख्वाब रातों में हैं दिन में भी तिरे जलवे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share Ranjana Mathur 23 Jan 2019 · 1 min read ज्वाला प्रचंड हूँ अब बीत चुका वह समय जब मेरी दुनिया थी घर आंगन। हालातों ने किया विवश है तब मैंने संभाला रणआंगन। मर्यादा की ओट लिए मैं अग्नि प्रखंड हूँ भारत की... Hindi · कविता 2 674 Share Ranjana Mathur 22 Jan 2019 · 1 min read आओ खुशियाँ बाँटें हज़ारों खिल गये गुल फिर भी यह गुलशन तरसता है कि लाखों पत्थरों के बीच इक हीरा तरशता है। सुखाओ फूंक कर इंसानियत तुम उनके छालों को कि दहशत से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 182 Share Ranjana Mathur 21 Jan 2019 · 4 min read "जान बची तो लाखों पाए" बात बहुत पुरानी नहीं है। 24 नवंबर 2018 की बात है। मैं अपने पति देव के साथ झुंझनू (राजस्थान ) से एक समारोह में भाग लेने के बाद जयपुर को... Hindi · कहानी 1k Share Ranjana Mathur 21 Jan 2019 · 1 min read कहाँ गए वो दिन उफ ये कारी बदरिया.... ऐसे मुझको क्यूँ रिझाए। देख इसे क्यूँ बार बार मुझे.... अपना कोई याद आए। झांकना भी चाहे मन.... यादों के झरोखों में। बह गये वो प्यारे... Hindi · कविता 1 206 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read कुछ अच्छा हो जाए वक्त से जो न तू सबक ले, जो न करे गुरूर तू नष्ट। अहंकार का नशा दिखा कर, हो रहा है तू क्यों पथ-भ्रष्ट। जो तू आज कर रहा प्राणी,... Hindi · कविता 377 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read लो फिर बारिश आई सावन का महीना, न धूप न पसीना। आ गई तू बरखा प्यारी, रिमझिम रिमझिम तेरी फुहारी। तेरे आने पर हर बार, जाग उठती हैं यादें सारी। वो नन्हे से दोस्त... Hindi · कविता 239 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read ओ प्यारी चुनमुन!!! नीले आकाश से उतरी है तू वह नन्ही परी, जिसने की मेरी, जीवन बगिया हरी-भरी। मासूम है तू प्यारा है तेरा चेहरा सलोना, खुशियों से भरा तूने घर का हर... Hindi · कविता 555 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read पति की सेहत के लिए हे परमेश्वर तू दया रखना, अपने भक्त पर कृपा रखना। जो भी होगा अच्छा ही होगा, तेरा आशीष भी तुझ सा होगा। स्वास्थ्य लाभ शीघ्र हो जाए, पहले जैसी दिनचर्या... Hindi · कविता 220 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read "सिया का राम को हृदय संदेश" नयन झुक गये बोल रुक गये तुम्हें देख मैं हुई हूँ निःशब्द । कैसे करूं मैं प्रेम प्रदर्शित राम सम्मुख सिया है स्तब्ध । अप्रतिम पावन सौन्दर्य शिखर नयनाभिराम पौरूष... Hindi · कविता 200 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read नारीत्व नारी का नारीत्व है होता तभी सच्चे अर्थों में परिपूर्ण जब किसलय सा हो अंकुरित उसकी कोख में नन्हा भ्रूण नारी का मुदित मुख बताता निज हृदय के मधुर अहसास... Hindi · कविता 397 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read फिर आ गये... शुरू हुई सर गर्मी चुनाव की ऋतु आ गयी मोल भाव की सौदेबाजी चल रही जोर से हर दल गुजरे डर के दौर से घड़ी आ गई बड़े तनाव से... Hindi · कविता 264 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read उपकार दुख ही है जिनका संसार, जो जीवन से जाते हार। कभी न उनसे कटु बोलना, कर देना इतना उपकार। ओ दुनिया का पालनहार, करना हम पर यह उपकार। सत्कर्मों की... Hindi · मुक्तक 484 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read जीवन जीवन नैया भीषण है तूफान पड़े आघात अस्तित्व की खातिर संघर्ष निरंतर......... रिश्तों के पुष्प जीवन की बगिया बाग को सींचो उपजेगी फसल खिलेंगे रिश्ते....... जिजीविषा है जीवन की औषधि... Hindi · कविता 229 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read नेकी को पहचानो छल और प्रपंच से छलनी किया गर यार का हृदय यूँ दिल दुखाने से दोस्ती कभी निभती तो नहीं है। मंदिर में आंखें मींच कर सब रख दी ख्वाहिशें भक्ति... Hindi · कविता 399 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read अग्नि फेरा ? वैदिक मंत्रोच्चारण के संग है साक्षी यह अग्नि पावन पाणिग्रहण कर अग्नि फेरे दो प्राण और एक हो जीवन। सप्त पदी अग्नि के चहुंओर बंधे गये दो तन-मन इक... Hindi · कविता 939 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read सौर मंडल हितचिन्तक हमारा ग्रह-नक्षत्रों संपूरित सौर मंडल हमारा रहता सक्रिय निरन्तर स्व संचालित सारा। ब्रह्मांड में ये नक्षत्र रहते गतिमान प्रभावित इनसे प्रत्येक इंसान। ज्योतिष शास्त्र हमारा कहता हर मानव ग्रहों के फल... Hindi · कविता 239 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read अनुनय हे माते कलियुग भरी विषाक्तता दूषित समाज विकृत संस्कृति हे भगवती ! कल्याणी! हर पग हर क्षण है तेरा अस्तित्व अपरिहार्य कंटकीय पथ के शूल पीड़ा दे रहे निरीह जीवात्माओं... Hindi · कविता 235 Share Ranjana Mathur 20 Jan 2019 · 1 min read बंदिश बंदिश है न कोई रोक टोक न ही कोई जहरीला निवाला बुराइयों पर लगाए जो रोक वह है बंदिश नाम का ताला सही ढंग से इसे अपनाओ रखो न किसी... Hindi · कविता 482 Share Ranjana Mathur 18 Jan 2019 · 1 min read तन्हाइयाँ देखिये रोई बहुत शहनाइयाँ बहुत तड़पाएगी ये रुसवाइयाँ। नींद रातों को न अब मिलती गले आग दिल में लगा रही पुरवाइयाँ। सुबह की जो किरण पहली देख ली याद तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share Ranjana Mathur 18 Jan 2019 · 1 min read सूनी हवेली सूनी पड़ी ये हवेलियाँ बन्द पड़े ऊँचे ये द्वार मैं हूँ विरहन नार अकेली पिया गये करने व्यापार। करूं मैं निख शिख तक स्वर्ण गहनों का श्रृंगार बिन साजन व्यर्थ... Hindi · कविता 192 Share Ranjana Mathur 17 Jan 2019 · 1 min read तमन्ना दुनिया दर्दों की इक रवानी है हँस कर उम्र फिर भी बितानी है। दे दो मुस्कान तुम उस लब को भी जिसकी रोती - सी ज़िन्दगानी है। बन जा लाठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share Ranjana Mathur 14 Jan 2019 · 1 min read तुम क्या जानो समझेगा वही इसको जो दीवाना किसी का कभी हुआ भी है भला ये जमाना किसी का। रहते हैं जो हवेलियों में ठाठ-बाट से उनको न सुहाता है गरीब खाना किसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 1 min read माँ तेरी याद मैं थक कर होती जब चूर, नींद भी होती कोसों दूर। तब तेरे हाथों की छुअन सी जैसे, बचपन में पहुंचा जाती है। तेरी लोरी की गूंज मीठी-सी, निंदिया अब... Hindi · कविता 257 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 1 min read विश्वास विश्वास का नाम ही है जिन्दगी । अविश्वास है मृत्यु समान। एक सूक्ष्म सी सुन्दर डोर है विश्वास। कितनी सुदृढ़ है यह किसी को नहीं आभास। विश्वास का जिसको भी... Hindi · कविता 296 Share Ranjana Mathur 13 Jan 2019 · 2 min read प्रेम-एक अलौकिक अनुभूति। ईश्वर द्वारा प्रदत्त वह अलौकिक अनुभूति जो आदिकाल से प्राणी मात्र के पारस्परिक संबंधों को प्रगाढ़ करने में सबसे अधिक मजबूत डोर का कार्य करती आई है वह निश्चित रूप... Hindi · लेख 1 1 320 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 1 min read धैर्य हौले हौले खेना प्राणी अपनी जीवन नैया हम हैं कौन चलाने वाले खेवनहार कन्हैया। धैर्य सदा तुम रखना संतोष कभी न खोना भैया चाहे मिले फूलों भरी राहें या कांटों... Hindi · कविता 555 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 1 min read सीखा विवेकानंद से जो लगे हैं अपने उद्धारों में न घर ही उनका हुआ न घाट। करने वालों की हुंकार बहुत कर देंगे वे इक क्रांति विराट। बह जाएं बड़े-बड़े दिग्गज भी क्या... Hindi · कविता 194 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 2 min read "क्षण भर जीवन मेरा परिचय।" वे अपना परिचय कुछ इसी तरह से दिया करते थे - - "मिट्टी का तन मस्ती का मन क्षण भर जीवन मेरा परिचय।" जी हाँ, मैं यह सुप्रसिद्ध कवि व... Hindi · लेख 833 Share Ranjana Mathur 12 Jan 2019 · 2 min read विवाह गीत आओ गजानन जी घर में पधारो जी सकल देवों के संग स्वागत तिहारो जी बाजे शहनाई गाओ मंगल बधाई बिटिया के ब्याह की शुभ घड़ी आई। दादा जी दादी जी... Hindi · कविता 657 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read सफलता का रहस्य सौ बुराइयों के ऊपर सिर्फ एक अच्छाई हावी है। अंधेरों से भरा है जहाँ तो क्या उम्मीद की एक किरण ही काफी है। हौसलों की ताकत से तो निराशा सदा... Hindi · कविता 228 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल - हैं बहुत हम तो खुशियों के दीवाने हैं बहुत। गम भुलाने के बहाने हैं बहुत। बैठिए नज़दीक किसी बुज़ुर्ग के खुशियाँ पाने के ठिकाने हैं बहुत। बिखरा है क्या रूप देखो हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read "पाप-पुण्य " पाप-पुण्य का लेखा-जोखा प्राणी तेरा लिखा जाएगा। कर्म भले या बुरे जो करेगा दंड अवश्य ही तू पाएगा। यही है वह कथन जो हम आदिकाल से सुनते आए। किन्तु जो... Hindi · कविता 1k Share Ranjana Mathur 11 Jan 2019 · 1 min read झूठा दर्प बन हिमशिला वारि इठलाया हूँ मैं भी अब तुझ सा दृढ़ पाषाण देखकर यह शिला खंड उवाच्.. होकर मुझसा भी न हो सकता सुदृढ़ सदृश मेरे अडिग अविचल अटल होगा... Hindi · कविता 459 Share Ranjana Mathur 10 Jan 2019 · 1 min read क्या गाएं तेरी महिमा तुम समग्र सृष्टि निर्मात्री सकल विश्व की स्नेह दात्री हो तुम त्याग ममत्व की मूरत नारी तुम हो धरा सी धीर अविचल हो सुख दुःख में तुम हो सागर सी... Hindi · कविता 553 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल हम तो ग़म में भी खुशियाँ हज़ार देख लेते हैं हम तो सहरा में फसले बहार देख लेते हैं। नींद आती है तुमको तो महलों में यारों झोंपड़ी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल इस दिल ने किया प्यार पहली बार आप से हाल ए दिल नज़रें कह रही दिलदार आपसे। न तो तुम हमें न हम तुम्हें पहचानते ही थे नज़र नज़र में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read राष्ट्रप्रेम आओ हम उस सोन चिरैया का सबसे परिचय करवाएं गौरवशाली भारत के वैभव का परचम फिर लहराएं। अविच्छिन्न था देश हमारा सकल विश्व में था विख्यात उत्तुंग हिमालय किरीट सजे... Hindi · कविता 740 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 2 min read सहानुभूति है तुझसे आ ओ नवजात शिशु नव वर्ष आ(2) सुनी तेरी पहली किलकारी हर चेहरे पर मुस्कान खिली तू नव किसलय सा है न इक नवल कोंपल सा दुधमुहां है और है... Hindi · कविता 195 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ताकत दुखी पर न आजमाया करो ज्यादती बेबसों पर न ढाया करो। दे सके रोशनी ख़ुद मिले ख़ाक में वो शमा हसरतों की जलाया करो। खिलखिलाता रहे नेकियों का जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 227 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 1 min read "स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत " यह नारा दिया हमारे प्रधानमंत्री जी द्वारा और यह स्वच्छता संबंधी कार्य कलापों के परिदृश्य भी समय समय पर देखने को मिल रहे हैं परन्तु यह प्रयास तब तक अधिकांशतः... Hindi · लेख 428 Share Ranjana Mathur 9 Jan 2019 · 2 min read पर्यावरण शहर की नाम गिरामी हस्तियों में से एक। अमर चंद जी गोयल । बंगले के आसपास की अच्छी खासी जगह दबा रखी है। बंगले के विस्तार हेतु पिछवाड़े गरीब विधवा... Hindi · लघु कथा 1 370 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read मर्म मोहल्ले के सारे पुरुष इसी बात से दुखी थे कि सवेरे - सवेरे से रतनी काकी के चबूतरे पर औरतें इकट्ठा हो अपनी पंचायत शुरू कर देती थीं जिसकी गहमा... Hindi · लघु कथा 1 1 378 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 1 min read जल पर हाइकू ?? 1. मरुधरा में बहुत दूर तक दुर्लभ जल ?? 2. सुदूर गांव नारी के श्रम से ही मिलता पानी ?? 3. एक कटोरा पानी हो छत पर पंछी हैं... Hindi · हाइकु 1 1 461 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read गुलाम समीर शहर के सबसे मशहूर स्कूल में पढ़ता था और पढ़े भी क्यों न नगर के अरबपति व्यवसायी "मित्तल ग्रुप" के मालिक अमर मित्तल की इकलौती संतान जो था। पापा... Hindi · कहानी 255 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read नीम का पेड़ भूतपूर्व मेयर मि. गोयल का शहर में दबदबा है। बंगले के आसपास की अच्छी खासी जगह दबा रखी है। बंगले के विस्तार हेतु पिछवाड़े गरीब विधवा की झोंपड़ी तोड़ दी।... Hindi · लघु कथा 264 Share Ranjana Mathur 8 Jan 2019 · 2 min read नींव का पत्थर "पापा कल, 15 अगस्त है हमारी स्वतंत्रता प्राप्ति का दिन। " नन्हा बिट्टू पिता से बोला। "पापा पता है हमें नेताओं ने आजादी दिलाई है तभी तो ये सरकार बनाने... Hindi · लघु कथा 265 Share Previous Page 5 Next